Ipc धारा १५३ क : १.(धर्म, मूलवंश, जन्मस्थान, निवास स्थान, भाषा इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समुहों के बिच शत्रुता का संप्रवर्तन (उन्नत्त करना / अभिवृद्धी) और सौहार्द (मेल) बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले कार्य करना :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा १५३ क : १.(धर्म, मूलवंश, जन्मस्थान, निवास स्थान, भाषा इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समुहों के बिच शत्रुता का संप्रवर्तन (उन्नत्त करना / अभिवृद्धी) और सौहार्द (मेल) बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले कार्य करना : (See section 196…

Continue ReadingIpc धारा १५३ क : १.(धर्म, मूलवंश, जन्मस्थान, निवास स्थान, भाषा इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समुहों के बिच शत्रुता का संप्रवर्तन (उन्नत्त करना / अभिवृद्धी) और सौहार्द (मेल) बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले कार्य करना :