Hma 1955 धारा २१क : १.(कुछ मामलों में अर्जियों को अन्तरित करने की शक्ति :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा २१क : १.(कुछ मामलों में अर्जियों को अन्तरित करने की शक्ति : (१) जहां- (a)(क) इस अधिनियम के अधीन कोई अर्जी अधिकारिता रखने वाले जिला न्यायालय में विवाह के किसी पक्षकार द्वारा धारा १० के अधीन न्यायिक पृथक्करण की डिक्री…

Continue ReadingHma 1955 धारा २१क : १.(कुछ मामलों में अर्जियों को अन्तरित करने की शक्ति :