Constitution अनुच्छेद २४३ फ : सदस्यता के लिए निरर्हताएं ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ फ : सदस्यता के लिए निरर्हताएं । १)कोई व्यक्ति किसी नगरपालिका का सदस्य चुने जाने के लिए और सदस्य होने के लिए निरर्हित होगा - क) यदि वह संबंधित राज्य के विधान-मंडल के निर्वाचनों के प्रयोजनों के लिए तत्समय प्रवृत्त…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ फ : सदस्यता के लिए निरर्हताएं ।

Constitution अनुच्छेद २४३प : नगरपालिकाओं की अवधि, आदि ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३प : नगरपालिकाओं की अवधि, आदि । १)प्रत्येक नगरपालिका, यदि तत्समय प्रवृत्त किसी विधि के अधीन पहले ही विघटित नहीं कर दी जाती है तो, अपने प्रथम अधिवेशन के लिए नियत तारीख से पाच वर्ष तक बनी रहेगी, इससे अधिक नहीं…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३प : नगरपालिकाओं की अवधि, आदि ।

Constitution अनुच्छेद २४३ न : स्थानों का आरक्षण ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ न : स्थानों का आरक्षण । १)प्रत्येक नगरपालिका में अनुसूचित जातियों और अनुचित जनजातियों के लिए स्थान आरक्षित रहेंगे और इस प्रकार आरक्षित स्थानों की संख्या का अनुपात, उस नगरपालिका में प्रत्यक्ष निर्वाचन द्वारा भरे जाने वाले स्थानों की कुल…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ न : स्थानों का आरक्षण ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ध : वार्ड समितियों, आदि का गठन और संरचना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ध : वार्ड समितियों, आदि का गठन और संरचना । १)ऐसी नगरपालिका के, जिसकी जनसंख्या तीन लाख या उससे अधिक है, प्रादेशिक क्षेत्र के भीतर वार्ड समितियों का गठन किया जाएगा, जो एक या अधिक वार्डों से मिलकर बनेगी ।…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ध : वार्ड समितियों, आदि का गठन और संरचना ।

Constitution अनुच्छेद २४३ द : नगरपालिकाओं की संरचना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ द : नगरपालिकाओं की संरचना । १)खंड २) में जैसा उपबंधित है उसके सिवाय, किसी नगरपालिका के सभी स्थान, नगरपालिका क्षेत्र में प्रादेशिक निर्वाचन-क्षेत्रों से प्रत्यक्ष निर्वाचन द्वारा चुने हुए व्यक्तियों द्वारा भरे जाएंगे और इस प्रयोजन के लिए, प्रत्येक…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ द : नगरपालिकाओं की संरचना ।

Constitution अनुच्छेद २४३ थ : नगरपालिकाओं का गठन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ थ : नगरपालिकाओं का गठन । प्रत्येक राज्य में, इस भाग के उपबंध के अनुसार, - क) किसी संक्रमणशील क्षेत्र के लिए, अर्थात्, ग्रामीण क्षेत्र से नगरीय क्षेत्र में संक्रमणगत क्षेत्र के लिए कोई नगर पंचायत का (चाहे वह किसी…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ थ : नगरपालिकाओं का गठन ।

Constitution अनुच्छेद २४३ त : परिभाषाएं ।

भारत का संविधान भाग ९क : १.(नगरपालिकाएं : अनुच्छेद २४३ त : परिभाषाएं । इस भाग में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - क) समिति से अनुच्छेद २४३ ध के अधीन गठित समिति अभिप्रेत है; ख) जिला से किसी राज्य का…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ त : परिभाषाएं ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ण : निर्वाचन संबंधी मामलों में न्यायालयों के हस्तक्षेप का वर्जन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ण : निर्वाचन संबंधी मामलों में न्यायालयों के हस्तक्षेप का वर्जन । इस संविधान में किसी बात के होते हुए भी, - क) अनुच्छेद २४३ ट के अधीन बनाई गई या बनाई जाने के लिए तात्पर्यित किसी ऐसी विधि की…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ण : निर्वाचन संबंधी मामलों में न्यायालयों के हस्तक्षेप का वर्जन ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ढ : विद्यमान विधियों और पंचायतों का बना रहना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ढ : विद्यमान विधियों और पंचायतों का बना रहना । इस भाग में किसी बात के होते हुए भी, संविधान (तिहत्तरवां संशोधन) अधिनियम, १९९२ के प्रारंभ के ठीक पूर्व किसी राज्य में प्रवृत्त पंचायतों से संबंधित किसी विधि का कोर्स…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ढ : विद्यमान विधियों और पंचायतों का बना रहना ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ड : इस भाग का कतिपय क्षेत्रों को लागू न होना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ड : इस भाग का कतिपय क्षेत्रों को लागू न होना । १)इस भाग की कोई बात अनुच्छेद २४४ के खंड १ में निर्दिष्ट अनुसूचित क्षेत्रों और उसके खंड २ में निर्दिष्ट जनजाति क्षेत्रों को लागू नहीं होगी । २)इस…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ड : इस भाग का कतिपय क्षेत्रों को लागू न होना ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ठ : संघ राज्यक्षेत्रों को लागू होना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ठ : संघ राज्यक्षेत्रों को लागू होना । इस भाग के उपबंध संघ राज्यक्षेत्रों को लागू होंगे और किसी संघ राज्यक्षेत्रों को लागू होंगे और किसी संघ राज्यक्षेत्र को उनको लागू होने में इस प्रकार प्रभावी होंगे मानो किसी राज्य…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ठ : संघ राज्यक्षेत्रों को लागू होना ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ट : पंचायतों के लिए निर्वाचन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ट : पंचायतों के लिए निर्वाचन । १)पंचायतों के लिए कराए जाने वाले सभी निर्वाचनों के लिए निर्वाचक नामावली तैयार कराने का और उन सभी निर्वाचनों के संचालन का अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण एक राज्य निर्वाचन आयोग में निहित होगा,…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ट : पंचायतों के लिए निर्वाचन ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ञ : पंचायतों के लेखाओं की संपरीक्षा ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ञ : पंचायतों के लेखाओं की संपरीक्षा । किसी राज्य का विधान-मंडल, विधि द्वारा, पंचायतों द्वारा लेखे रखे जाने और ऐसे लेखाओं की संपरीक्षा करने के बारे में उपबंध कर सकेगा ।

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ञ : पंचायतों के लेखाओं की संपरीक्षा ।

Constitution अनुच्छेद २४३ झ : वित्तीय स्थिति के पुनर्विलोकन के लिए वित्त आयोग का गठन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ झ : वित्तीय स्थिति के पुनर्विलोकन के लिए वित्त आयोग का गठन । १) राज्य का राज्यपाल, संविधान (तिहत्तरवां संशोधन) अधिनियम, १९९२ के प्रारंभ से एक वर्ष के भीतर यथाशीघ्र, और तत्पश्चात्, प्रत्येक पांचवें वर्ष की समाप्ति पर, वित्त आयोग…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ झ : वित्तीय स्थिति के पुनर्विलोकन के लिए वित्त आयोग का गठन ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ज : पंचायतों द्वारा कर अधिरोपित करने की शक्तियां और उनकी निधियां ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ज : पंचायतों द्वारा कर अधिरोपित करने की शक्तियां और उनकी निधियां । किसी राज्य का विधान -मंडल, विधि द्वारा, - क) ऐसे कर, शुल्क, पथकर और फीसें उद्गृहीत, संगृहीत और विनियोजित करने के लिए किसी पंचायत को, ऐसी प्रक्रिया…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ज : पंचायतों द्वारा कर अधिरोपित करने की शक्तियां और उनकी निधियां ।

Constitution अनुच्छेद २४३ छ : पंचायतों की शक्तियां प्राधिकार और उत्तरदायित्व ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ छ : पंचायतों की शक्तियां प्राधिकार और उत्तरदायित्व । संविधान के उपबंधों के अधीन रहते हुए, किसी राज्य का विधान-मंडल, विधि द्वारा, पंचायतों को ऐसी शक्तियां और प्राधिकार प्रदान कर सकेगा, जो उन्हें स्वायत्त शासन की संस्थाओं के रूप में…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ छ : पंचायतों की शक्तियां प्राधिकार और उत्तरदायित्व ।

Constitution अनुच्छेद २४३ च : सदस्यता के लिए निरर्हताएं ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ च : सदस्यता के लिए निरर्हताएं । १) कोई व्यक्ति किसी पंचायत का सदस्य चुने जाने के लिए और सदस्य होने के लिए निरर्हित होगा ,- क)यदि वह संबंधित राज्य के विधान-मंडल के निर्वाचनों के प्रयोजनों के लिए तत्समय प्रवृत्त…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ च : सदस्यता के लिए निरर्हताएं ।

Constitution अनुच्छेद २४३ड : पंचायतों की अवधि, आदि ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ड : पंचायतों की अवधि, आदि । (१) प्रत्येक पंचायत, यदि तत्समय प्रवृत्त किसी विधि के अधीन पहले ही विघटित नहीं कर दी जाती है तो, अपने प्रथम अधिवेशन के लिए नियत तारीख से पांच वर्ष तक बनी रहेगी, इससे अधिक…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ड : पंचायतों की अवधि, आदि ।

Constitution अनुच्छेद २४३घ : स्थानों का आरक्षण ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३घ : स्थानों का आरक्षण । १)प्रत्येक पंचायत में - क) अनुसूचित जातियों; और ख) अनुसूचित जनजातियों, के लिए स्थान आरक्षित रहेंगे और इस प्रकार आरक्षित स्थानों की संख्या का अनुपात, उस पंचायत में प्रत्यक्ष निर्वाचन द्वारा भरे जाने वाले स्थानों…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३घ : स्थानों का आरक्षण ।

Constitution अनुच्छेद २४३ ग : पंचायतों की संरचना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २४३ ग : पंचायतों की संरचना । १) इस भाग के उपबंधों के अधीन रहते हुए, किसी राज्य का विधान-मंडल, विधि द्वारा, पंचायतों की संरचना की बाबत उपबंध कर सकेगा : परंतु किसी भी स्तर पर पंचायत के प्रादेशिक क्षेत्र की…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद २४३ ग : पंचायतों की संरचना ।