Bnss धारा ४७१ : जिस धन का संदाय करने को आदेश दिया गया है उसका जुर्माने के रुप में वसूल किया जा सकना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४७१ : जिस धन का संदाय करने को आदेश दिया गया है उसका जुर्माने के रुप में वसूल किया जा सकना : कोई धन (जो जुर्माने से भिन्न है ) जो इस संहिता के अधीन दिए गए किसी आदेश…

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Bnss धारा ४७० : दण्डादेश के निष्पादन पर वारण्ट का लौटाया जाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४७० : दण्डादेश के निष्पादन पर वारण्ट का लौटाया जाना : जब दण्डादेश पूर्णतया निष्पादित किय जा चुका है तब उसका निष्पादन करने वाला अधिकारी वारण्ट को, स्व-हस्ताक्षर सहित पृष्ठांकन द्वारा उस रीति को, प्रमाणित करते हुए, जिससे दण्डादेश…

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Bnss धारा ४६९ : व्यावृत्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६९ : व्यावृत्ति : १) धारा ४६६ या धारा ४६७ की कोई बात किसी व्यक्ति को उस दण्ड के किसी भाग से क्षम्य करने वाली न समझी जाएगी जिसका वह अपनी पूर्व या पश्चात्वर्ती दोषसिद्धी पर भागी है ।…

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Bnss धारा ४६८ : अभियुक्त द्वारा भोगी गई निरोध की अवधि का कारावास के दण्डादेश के विरुद्ध मुजरा किया जाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६८ : अभियुक्त द्वारा भोगी गई निरोध की अवधि का कारावास के दण्डादेश के विरुद्ध मुजरा किया जाना : जहाँ अभियुक्त व्यक्ति दोषसिद्धी पर किसी अवधि के लिए कारावास से दण्डादिष्ट किया गया है, जो जुर्माने के संदाय में…

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Bnss धारा ४६७ : ऐसे अपराधी को दण्डादेश जो अन्य अपराध के लिए पहले से दण्डादिष्ट है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६७ : ऐसे अपराधी को दण्डादेश जो अन्य अपराध के लिए पहले से दण्डादिष्ट है : १) जब कारावास का दण्डादेश पहले से ही भोगने वाले व्यक्ति को पश्चात्वर्ती दोषसिद्धी पर कारावास या आजीवन कारावास का दण्डादेश दिया जाता…

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Bnss धारा ४६६ : निकल भागे सिद्धदोष पर दण्डादेश कब प्रभावशील होगा :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६६ : निकल भागे सिद्धदोष पर दण्डादेश कब प्रभावशील होगा : १) जब निकल भागे सिद्धदोष को इस संहिता के अधीन मृत्यु, आजीवन कारावास या जुर्माने का दण्डादेश दिया जाता है तब ऐसा दण्डादेश इसमें इसके पूर्व अन्तर्विष्ट उपबंधो…

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Bnss धारा ४६५ : वारण्ट कौन जारी कर सकेगा :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ (D)घ - निष्पादन के बारे में साधारण उपबंध : धारा ४६५ : वारण्ट कौन जारी कर सकेगा : किसी दण्डादेश के निष्पादन के लिए प्रत्येक वारण्ट या तो उस न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट द्वारा, जिसने दण्डादेश पारित किया है या उसके…

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Bnss धारा ४६४ : कारावास के दण्डादेश के निष्पादन का निलंबन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६४ : कारावास के दण्डादेश के निष्पादन का निलंबन : १) जब अपराधी को केवल जुर्माने का और जुर्माना देने में व्यतिक्रम होने पर कारावास का दण्डादेश दिया गया है और जुर्माना तत्काल नहीं दिया जाता है तब न्यायालय…

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Bnss धारा ४६३ : जुर्माने के उद्ग्रहण के लिए किसी ऐसे राज्य क्षेत्र के न्यायालय द्वारा जिस पर इस संहिता का विस्तार नहीं है, जारी किया गया वारण्ट :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६३ : जुर्माने के उद्ग्रहण के लिए किसी ऐसे राज्य क्षेत्र के न्यायालय द्वारा जिस पर इस संहिता का विस्तार नहीं है, जारी किया गया वारण्ट : इस सहिता में या तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में किसी बात…

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Bnss धारा ४६२ : (जुर्माना उद्ग्रहित करने के लिए वारण्ट) ऐसे वारण्ट का प्रभाव :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६२ : (जुर्माना उद्ग्रहित करने के लिए वारण्ट) ऐसे वारण्ट का प्रभाव : किसी न्यायालय द्वारा धारा ४६१ की उपधारा (१) के खण्ड (a)(क) के अधीन जारी किया गया कोई वारण्ट उस न्यायालय की स्थानीय अधिकारिता के अन्दर निष्पादित…

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Bnss धारा ४६१ : जुर्माना उद्ग्रहित करने के लिए वारण्ट :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ (C)ग) - जुर्माने का उद्ग्रहण : धारा ४६१ : जुर्माना उद्ग्रहित करने के लिए वारण्ट : १) जब किसी अपराधी के जुर्माने का दण्डादेश दिया गया है किन्तु ऐसा संदाय नहीं किया गया है, तब दण्डादेश देने वाला न्यायालय निम्नलिखित…

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Bnss धारा ४६० : वारण्ट किसको सौंपा जाएगा :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४६० : वारण्ट किसको सौंपा जाएगा : जब बंदी जेल में परिरुद्ध किया जाना है, तब वारण्ट जेलर को सौंपा जाएगा ।

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Bnss धारा ४५९ : निष्पादन के लिए वारण्ट का निदेशन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४५९ : निष्पादन के लिए वारण्ट का निदेशन : कारावास के दण्डादेश के निष्पादन के लिए प्रत्येक वारण्ट उस जेल या अन्य स्थान के भारसाधक अधिकारी को निदिष्ट होगा, जिसमें बंदी परिरुद्ध है या परिरुद्ध किया जाना है ।

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Bnss धारा ४५८ : कारावास के दण्डादेश का निष्पादन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४५८ : कारावास के दण्डादेश का निष्पादन : १) जहाँ उन मामलों से, जिनके लिए धारा ४५३ द्वारा उपबंध किया गया है, भिन्न मामलों में अभियुक्त आजीवन कारावास या किसी अवधि के कारावास के लिए दण्डादिष्ट किया गया है,…

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Bnss धारा ४५७ : कारावास का स्थान नियत करने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ (B)ख - कारावास धारा ४५७ : कारावास का स्थान नियत करने की शक्ति : १) तत्समय प्रवृत्त किसी विधि द्वारा जैसा उपबंधित है उसके सिवाय राज्य सरकार निदेश दे सकती है कि किसी व्यक्ति को, जिसे इस संहिता के अधीन…

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Bnss धारा ४५६ : गर्भवती महिला की मृत्यु दंड का लघुकरण किया जाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४५६ : गर्भवती महिला की मृत्यु दंड का लघुकरण किया जाना : यदि वह स्त्री, जिसे मृत्यु दण्डादेश दिया गया है, गर्भवती पाई जाती है तो उच्च न्यायालय दण्डादेश का आजीवन कारावास के रुप में लघुकरण कर सकेगा ।

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Bnss धारा ४५५ : उच्चतम न्यायालय को अपील की दशा में मृत्यु दण्डादेश के निष्पादन का मुल्तवी किया जाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४५५ : उच्चतम न्यायालय को अपील की दशा में मृत्यु दण्डादेश के निष्पादन का मुल्तवी किया जाना : १) जहाँ किसी व्यक्ति को उच्च न्यायालय द्वारा मृत्यु दण्डादेश दिया गया है और उसके निर्णय के विरुद्ध कोई अपील संविधान…

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Bnss धारा ४५४ : उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए मृत्यु दण्डादेश का निष्पादन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४५४ : उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए मृत्यु दण्डादेश का निष्पादन : जब अपील में या पुनरिक्षण में उच्च न्यायालय द्वारा मृत्यु दण्डादेश किया जाता है तब सेशन न्यायालय उच्च न्यायालय का आदेश प्राप्त होने पर वारण्ट जारी करके…

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Bnss धारा ४५३ : धारा ४०९ के अधीन दिए गए आदेश का निष्पादन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय ३४ : दण्डादेशों का निष्पादन, निलंबन, परिहार और लघुकरण : (A)क) - मृत्यु दण्डादेश : धारा ४५३ : धारा ४०९ के अधीन दिए गए आदेश का निष्पादन : जब मृत्यु दण्डादेश की पुष्टि के लिए उच्च न्यायालय को प्रस्तुत…

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Bnss धारा ४५२ : कारणों का अभिलिखित किया जाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४५२ : कारणों का अभिलिखित किया जाना : धारा ४४८, धारा ४४९, धारा ४५० या धारा ४५१ के अधीन आदेश करने वाला सेशन न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट ऐसा आदेश करने के अपने कारणों को अभिलिखित करेगा ।

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