हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम १९५६
धारा १३ :
डिग्रियों की संगणना :
(१) गोत्रजों या बन्धुओं के बीच उत्तराधिकार क्रम के अवधारण के प्रयोजन के लिए निर्वसीयत से, यथास्थिति, उपरली डिग्री या निचली डिग्री या दोनों के अनुसार के वारिस के सम्बन्ध की संगणना की जाएगी।
(२) उपरली डिग्री और निचली डिग्री की संगणना निर्वसीयत को गिनते हुए की जाएगी ।
(३) हर पीढ़ी एक डिग्री गठित करती है चाहे उपरली चाहे निचली।