Constitution अनुच्छेद ७ : पाकिस्तान को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ७ : पाकिस्तान को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार । अनुच्छेद ५ और अनुच्छेद ६ में किसी बात के होते हुए भी, कोई व्यक्ति जिसने १ मार्च, १९४७ के पश्चात् भारत के राज्यक्षेत्र से ऐसे राज्यक्षेत्र को,…

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Constitution अनुच्छेद ६: पाकिस्तान से भारत को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियोंके नागरिकता के अधिकार ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ६: पाकिस्तान से भारत को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियोंके नागरिकता के अधिकार । अनुच्छेद ५ में किसी बात के होते हुए भी, कोई व्यक्ति जिसने ऐसे राज्यक्षेत्र से जो इस समय पाकिस्तान के अंतर्गत है, भारत के राज्यक्षेत्र को प्रव्रजन…

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Constitution अनुच्छेद ५ : संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता ।

भारत का संविधान भाग २ : नागरिकता : अनुच्छेद ५ : संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता । इस संविधान के प्रारंभ पर प्रत्येक व्यक्ति जिसका भारत के राज्यक्षेत्र में अधिवास है और - क) जो भारत के राज्यक्षेत्र में जन्मा था, या ख) जिसके माता…

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Constitution अनुच्छेद ४ : पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन तथा अनुपूरक, आनुषंगिक और पारिणामिक विषयों का उपबंध करने के लिए अनुच्छेद २ और अनुच्छेद ३ के अधीन बनाई गई विधियां ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४ : पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन तथा अनुपूरक, आनुषंगिक और पारिणामिक विषयों का उपबंध करने के लिए अनुच्छेद २ और अनुच्छेद ३ के अधीन बनाई गई विधियां । १)अनुच्छेद २ या अनुच्छेद ३ में निर्दिष्ट किसी विधि में…

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Constitution अनुच्छेद ३ : नए राज्यों का निर्माण और वर्तमान राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३ : नए राज्यों का निर्माण और वर्तमान राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन । संसद्, विधि द्वारा - (क) किसी राज्य में से उसका राज्यक्षेत्र अलग करके अथवा दो या अधिक राज्यों को या राज्यों के भागों को…

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Constitution अनुच्छेद २क : निरसित ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २क : निरसित । १.(सिक्किम का संघ के साथ सहयुक्त किया जाना ।)- संविधान (छत्तीसवां संशोधन) अधिनियम, १९७५ की धारा ५ द्वारा (२६.४.१९७५ से ) निरसित । -------- १. संविधान ( पैंतीसवां संशोधन) अधिनियम, १९७४ की धारा २ द्वारा (१-३-१९७५ से…

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Constitution अनुच्छेद २ : नवीन राज्ये दाखल करून घेणे किंवा स्थापन करणे :

भारताचे संविधान ( राज्यघटना ) अनुच्छेद २ : नवीन राज्ये दाखल करून घेणे किंवा स्थापन करणे : संसदेला, तिला योग्य वाटतील, अशा अटींवर व शर्तींवर कायद्याद्वारे नवीन राज्ये संघराज्यामध्ये दाखल करून घेता येतील किंवा स्थापन करता येतील.

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Constitution अनुच्छेद २ : नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद २ : नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना । संसद्, विधि द्वारा, ऐसे निबंधनो और शर्तों पर, जो वह ठीक समझे, संघ में नए राज्यों का प्रवेश या उनकी स्थापना कर सकेगी।

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Constitution अनुच्छेद १ : संघ का नाम और राज्यक्षेत्र ।

भारत का संविधान भाग १ : संघ और उसका राज्यक्षेत्र : अनुच्छेद १ : संघ का नाम और राज्यक्षेत्र । १) भारत, अर्थात् इंडिया, राज्यों का संघ होगा । १. (२) राज्य और उनके राज्यक्षेत्र वे होंगे जो पहली अनुसूची में विनिर्दिष्ट हैं । ३)भारत…

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भारत का संविधान : उद्देशिका :

भारत का संविधान : उद्देशिका : हम, भारत के लोक, भारत को एक १.(सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्म गणराज्य) बनाने के लिए , तथा उसके समस्त नागरिकों को: सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार , अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और…

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Bsa धारा १७० : निरसन और व्यावृत्ति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १७० : निरसन और व्यावृत्ति : १) भारतीय साक्ष्य अधिनियम १८७२ निरसित किया जाता है । २) ऐसे निरसन के होते हुए भी, यदि उस तारीख से तत्काल पूर्व, जिसको यह अधिनियम प्रवृत्त होता है, , कोई विचारण, आवेदन, जाँच,…

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Bsa धारा १६९ : साक्ष्य के अनुचित ग्रहण या अग्रहण के लिए नवीन विचारण नहीं होगा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ अध्याय ११ : साक्ष्य के अनुचित ग्रहण और अग्रहण के विषय में : धारा १६९ : साक्ष्य के अनुचित ग्रहण या अग्रहण के लिए नवीन विचारण नहीं होगा : साक्ष्य का अनुचित ग्रहण या अग्रहण स्वयंमेव किसी भी मामलें में नवीन…

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Bsa धारा १६८ : प्रश्न करने या पेश करने का आदेश देने की न्यायाधीश की शक्ति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६८ : प्रश्न करने या पेश करने का आदेश देने की न्यायाधीश की शक्ति : न्यायाधीश सुसंगत तथ्यों का पता चलाने के लिए या उनका सबूत अभिप्राप्त करने के लिए, किसी भी रुप में किसी भी समय किसी भी साक्षी…

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Bsa धारा १६७ : सूचना पाने पर जिस दस्तावेज के पेश करने से इंकार कर दिया गया है, उसको साक्ष्य के रुप में उपयोग में लाना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६७ : सूचना पाने पर जिस दस्तावेज के पेश करने से इंकार कर दिया गया है, उसको साक्ष्य के रुप में उपयोग में लाना : जबकि कोई पक्षकार ऐसी किसी दस्तावेज को पेश करने से इंकार कर देता है, जिसे…

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Bsa धारा १६६ : मंगाई गई और सूचना पर पेश की गई दस्तावेज का साक्ष्य के रुप में दिया जाना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६६ : मंगाई गई और सूचना पर पेश की गई दस्तावेज का साक्ष्य के रुप में दिया जाना : जबकि कोई पक्षकार किसी दस्तावेज को, जिसे पेश करने की उसने दूसरे पक्षकार को सूचना दी है, मंगाता है और ऐसी…

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Bsa धारा १६५ : दस्तावेजों को पेश किया जाना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६५ : दस्तावेजों को पेश किया जाना : १) किसी दस्तावेज को पेश करने के लिए समनित साक्षी, यदि वह उसके कब्जे में और शक्यधीन हो, ऐसे किसी आक्षेप के होने पर भी, जो उसे पेश करने या उसकी ग्राह्यता…

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Bsa धारा १६४ : स्मृति ताजी करने के लिए प्रयुक्त लेख के बारे में प्रतिसाक्षी का अधिकार :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६४ : स्मृति ताजी करने के लिए प्रयुक्त लेख के बारे में प्रतिसाक्षी का अधिकार : पूर्ववर्ती अन्तिम दो धाराओं के उपबंधों के अधीन देखा गया कोई लेख पेश करना और प्रतिपक्षी को दिखान होगा, यदि वह उसकी अपेक्षा करे…

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Bsa धारा १६३ : धारा १६२ में वर्णित दस्तावेज में कथित तथ्यों के लिए परिसाक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६३ : धारा १६२ में वर्णित दस्तावेज में कथित तथ्यों के लिए परिसाक्ष्य : कोई साक्षी किसी ऐसी दस्तावेज में, जैसी धारा १६२ में वर्णित है, वर्णित तथ्यों का भी, चाहे उसे स्वयं उन तथ्यों का विनिर्दिष्ट स्मरण नहीं हो,…

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Bsa धारा १६२ : स्मृति ताजी करना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६२ : स्मृति ताजी करना : १) कोई साक्षी जबकि वह परीक्षा के अधीन है, किसी ऐसे लेख को देख करके, जो कि स्वयं उसने उस संव्यवहार के समय जिसके संबंध में उससे प्रश्न किया जा रहा है, या इतने…

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Bsa धारा १६१ : साबित कथन के बारे में, जो कथन धारा २६ या २७ के अधीन सुसंगत है, कौन-सी बातें साबित की जा सकेगी :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६१ : साबित कथन के बारे में, जो कथन धारा २६ या २७ के अधीन सुसंगत है, कौन-सी बातें साबित की जा सकेगी : जब कभी कोई कथन, जो धारा २६ या २७ के अधीन सुसंगत है, साबित कर दिया…

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