Ipc धारा ४४६ : रात्रौ गृह भेदन :
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४४६ : रात्रौ गृह भेदन : (See section 331 of BNS 2023) जो कोई सूर्यास्त के पश्चात् और सूर्योदय के पूर्व गृह भेदन करता है, वह रात्रौ गृह भेदन करता है, यह कहा जाता है ।
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४४६ : रात्रौ गृह भेदन : (See section 331 of BNS 2023) जो कोई सूर्यास्त के पश्चात् और सूर्योदय के पूर्व गृह भेदन करता है, वह रात्रौ गृह भेदन करता है, यह कहा जाता है ।
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४४५ : गृह भेदन : (See section 330 of BNS 2023) जो व्यक्ती गृह अतिचार करता है, वह गृह भेदन करता है, यह कहा जाता है, यदि वह उस गृह में या उसके किसी भाग में एतस्मिन् (इसमे इसके) पश्चात…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४४४ : रात्रौ प्रच्छन्न (गुप्त) गृह अतिचार(अनधिकार प्रवेश) : (See section 331 of BNS 2023) जो कोई सुर्यास्त के पश्चात् और सुर्योदय से पूर्व प्रच्छन्न (गुप्त) गृह अतिचार करता है, वह रात्रौ प्रच्छन्न (गुप्त) अतिचार करता है, यह कहा जाता…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४४३ : प्रच्छन्न (गुप्त) गृह अतिचार (अनधिकार प्रवेश) : (See section 331 of BNS 2023) जो कोई यह पूर्वावधानी बरतने के पश्चात् गृह अतिचार करता है कि ऐसे गृह अतिचार को किसी ऐसे व्यक्ती से छिपाया जाए जिसे उस निर्माण,…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४४२ : गृह अतिचार (अनधिकार प्रवेश) : (See section 330 of BNS 2023) जो कोई किसी निर्माण, तम्बू या जलयान में, जो मानव निवास के रुप में उपयोग में अता है, या किसी निर्माण में, जो उपासना स्थान के रुप…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० आपराधिक अतिचार के विषय में : धारा ४४१ : आपराधिक अतिचार(अनधिकार प्रवेश) : (See section 329 of BNS 2023) जो कोई किसी ऐसी संपत्ति में या ऐसी संपत्ति कर, जो किसी दुसरे के कब्जे में है, इस आशय से प्रवेश करता…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४४० : मृत्यु या उपहति कारित करने की तैयारी के पश्चात् की गई रिष्टि : (See section 324(6) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : मृत्यु या उपहति कारित करने, आदि के लिए की गई तैयारी के पश्चात्…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३९ : चोरी, आदि करने के आशय से जलयान को साशय भूमि या किनारे पर चढा कर देने के लिए दण्ड : (See section 328 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : चोरी आदि करने के आशय से…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३८ : धारा ४३७ में वर्णित, अग्नि या विस्फोटक पदार्थ द्वारा की गई रिष्टि के लिए दण्ड : (See section 327(2) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : पिछली धारा में वर्णित रिष्टि जब अग्नि या किसी विस्फोटक…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३७ : तल्लायुक्त या बीस टन बोझ वाले जलयान को नष्ट करने या सापद (असुरक्षित) बनाने के आशय से रिष्टि : (See section 327(1) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : तल्लायुक्त अथवा बीस टन बोझ वाले जलयान…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३६ : गृह आदि को नष्ट करने के आशय से अग्नि या विस्फोटक पदार्थ द्वारा रिष्टि : (See section 326(g) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : गृह, आदि को नष्ट करने के आशय से अग्नि या विस्फोटक…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३५ : सौ रुपए का या (कृषि उपज की दशा में) दस रुपए का नुकसान कारित करने के आशय से अग्नि या विस्फोटक पदार्थ द्वारा रिष्टि : (See section 326(f) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अ्रपराध : सौ…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३४ : लोक प्राधिकारी द्वारा लगाए गए भूमि चिन्ह को नष्ट करने या हटाने आदि द्वारा रिष्टि : (See section 326(e) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : लोक प्राधिकारी द्वारा लगाए गए भूमि चिन्ह को नष्ट करने…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३३ : किसी दीपगृह या समुद्री चिन्ह को नष्ट करके, हटाकर या कम उपयोगी बनाकर रिष्टि : (See section 326(d) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : किसी दीपगृह या समुद्री चिन्ह को नष्ट करने या हटाने या…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३२ : लोक जल निकस में नुकसानप्रद जलप्लावन या बाधा कारित करने द्वारा रिष्टि : (See section 326(c) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : लोक जननिकास में नुकसानप्रद जलप्लावन या बाधा कारित करने द्वारा रिष्टि । दण्ड…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३१ : लोक सडक, पुल, नदी या जलसरणी को क्षति पहुंचाकर रिष्टि : (See section 326(b) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : लोक सडक, पुल, नाव्य नदी अथवा नाव्य जल सरणी को क्षति पहुंचाने और उसे यात्रा…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४३० : सिंचन संकर्म को क्षति करने या जल को दोषपूर्वक मोडने द्वारा रिष्टि : (See section 326(a) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : कृषिक प्रयोजनों, आदि के लिए जल प्रदाय में कमी कारित करने द्वारा रिष्टि…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४२९ : किसी मूल्य के ढोर, आदि की या पचास रुपऐ के मूल्य के किसी जीवजन्त (पशु) को वध करने या उसे विकलांग करने द्वारा रिष्टि : (See section 325 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : किसी…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४२८ : दस रुपए के मुल्य के जीवजन्तु (पशु) को वध करने या उसे विकलांग करने द्वारा रिष्टि : (See section 325 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : दस रुपए या उससे अधिक मूल्य के किसी जीव-जन्तु…
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४२७ : रिष्टि जिससे पचास रुपये का नुकसान होता है : (See section 324(4) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : रिष्टि और तद्द्वारा पचास रुपए या उससे अधिक रकम का नुकसान कारित करना । दण्ड :दो वर्ष…