Please Share This Share this content Opens in a new window WhatsApp Opens in a new window Facebook Bsa धारा ४७ : दाण्डिक मामलों में पूर्वतन अच्छा शील सुसंगत है : Post published:November 22, 2024 Post category:हिंदी Post comments:0 Comments भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ४७ : दाण्डिक मामलों में पूर्वतन अच्छा शील सुसंगत है : दाण्डिक कार्यवाहियों में यह तथ्य सुसंगत है कि अभियुक्त व्यक्ति अच्छे शील का है । Tags: bsa 2023 hindi, bsa section 47 hindi, bsa धारा ४७, धारा ४७ bsa 2023 hindi Read more articles Previous PostBsa धारा ४६ : सिविल मामलों में अध्यारोपित (लांछन लगाना) आचरण साबित करने के लिए शील विसंगत है : Next PostBsa धारा ४८ : कतिपय (कुछ) मामलों में शील या पूर्व लैंगिक अनुभव के साक्ष्य को सुसंगत न होना : You Might Also Like Bns 2023 धारा २१७ : लोक सेवक अपनी विधिपूर्ण शक्ति का उपयोग दुसरे व्यक्ति को क्षति (नुकसान) करने के लिए करे, इस आशय से मिथ्या इत्तिला देना : September 11, 2024 Ipc धारा ६ : संहिता में की परिभाषाओं का अपवादों के अध्यधीन समझा जाना : September 21, 2024 Leave a Reply Cancel replyCommentEnter your name or username to comment Enter your email address to comment Enter your website URL (optional) Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Bns 2023 धारा २१७ : लोक सेवक अपनी विधिपूर्ण शक्ति का उपयोग दुसरे व्यक्ति को क्षति (नुकसान) करने के लिए करे, इस आशय से मिथ्या इत्तिला देना : September 11, 2024