Ipc धारा ३३७ : ऐसे कार्य द्वारा उपहति कारित करना, जिससे दुसरों का जीवन या वैयक्तिक क्षेम (सुरक्षा) संकटापन्न (संकटमय) हो :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ३३७ : ऐसे कार्य द्वारा उपहति कारित करना, जिससे दुसरों का जीवन या वैयक्तिक क्षेम (सुरक्षा) संकटापन्न (संकटमय) हो : (See section 125 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : ऐसे कार्य द्वारा उपहति कारित करना जिससे मानव…

Continue ReadingIpc धारा ३३७ : ऐसे कार्य द्वारा उपहति कारित करना, जिससे दुसरों का जीवन या वैयक्तिक क्षेम (सुरक्षा) संकटापन्न (संकटमय) हो :