Ipc धारा ४६७ : मूल्यवान प्रतिभूति, विल, इत्यादि की कूटरचना :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४६७ : मूल्यवान प्रतिभूति, विल, इत्यादि की कूटरचना : (See section 338 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : मूल्यवान प्रतिभूति, विल या किसी मूल्यवान प्रतिभूति की रचना या अन्तरण के प्राधिकार, अथवा किसी धन आदि को प्राप्त…

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Ipc धारा ४६६ : न्यायालय के अभिलेख की या लोक रजिस्टर आदि की कूटरचना :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४६६ : न्यायालय के अभिलेख की या लोक रजिस्टर आदि की कूटरचना : (See section 337 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : न्यायालय के अभिलेख या जन्मों के रजिस्टर आदि की, जो लोक सेवक द्वारा रखा जाता…

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Ipc धारा ४६५ : कूटरचना के लिए दण्ड :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४६५ : कूटरचना के लिए दण्ड : (See section 336(2) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : कूटरचना । दण्ड :दो वर्ष के लिए कारावास, या जुर्माना, या दोनो । संज्ञेय या असंज्ञेय :असंज्ञेय । जमानतीय या अजमानतीय…

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Ipc धारा ४६४ : मिथ्या दस्तावेज रचना :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४६४ : मिथ्या दस्तावेज रचना : (See section 335 of BNS 2023) १.(उस व्यक्ती के बारे में यह कहा जाता है कि वह व्यक्ती मिथ्या दस्तावेज या मिथ्या इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख रचता है - पहला : जो बेईमानी से या कपटपूर्वक…

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Ipc धारा ४६३ : कूटरचना :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० अध्याय १८ : दस्तावेजों और संपत्ति १.(***) चिन्हों संबंधी अपराधों के विषय में : धारा ४६३ : कूटरचना : (See section 336(1) of BNS 2023) २.(जो कोई किसी मिथ्या दस्तावेज या मिथ्या इलेट्रॉनिक अभिलेख अथवा दस्तावेज या इलेट्रॉनिक अभिलेख के किसी…

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Ipc धारा ४६२ : उसी अपराध के लिए दण्ड, जबकि वह ऐसे व्यक्ती द्वारा किया गया है जिसे अभिरक्षा न्यस्त (सौपना) की गई है :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४६२ : उसी अपराध के लिए दण्ड, जबकि वह ऐसे व्यक्ती द्वारा किया गया है जिसे अभिरक्षा न्यस्त (सौपना) की गई है : (See section 334 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : ऐसे बंद पात्र का, जिसमें…

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Ipc धारा ४६१ : ऐसे पात्र को, जिसमें संपत्ति है, बेइमानी से तोडकर खोलना :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४६१ : ऐसे पात्र को, जिसमें संपत्ति है, बेइमानी से तोडकर खोलना : (See section 334 of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : ऐसे बंद पात्र को, जिसमें सम्पत्ति है या समझी जाती है, बेईमानी से तोड कर…

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Ipc धारा ४६० : रात्रौ प्रच्छन्न(गुप्त) गृह अतिचार या रात्रौ गृहभेदन में संयुक्तत: सम्पृक्त समस्त व्यक्ती दण्डनीय है, जबकि उसमें से एक द्वारा मृत्यु या घोर उपहति कारित की हो :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४६० : रात्रौ प्रच्छन्न(गुप्त) गृह अतिचार या रात्रौ गृहभेदन में संयुक्तत: सम्पृक्त समस्त व्यक्ती दण्डनीय है, जबकि उसमें से एक द्वारा मृत्यु या घोर उपहति कारित की हो : (See section 331(8) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध…

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Ipc धारा ४५९ : प्रच्छन्न (गृप्त) गृह अतिचार या गृह भेदन करते समय घोर उपहति कारित हो :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४५९ : प्रच्छन्न (गृप्त) गृह अतिचार या गृह भेदन करते समय घोर उपहति कारित हो : (See section 331(7) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : प्रच्छन्न गृह-अतिचार या गृह-भेदन करते समय कारित घोर उपहति । दण्ड :आजीवन…

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Ipc धारा ४५८ : उपहति, हमला या सदोष अवरोध की तैयारी के पश्चात् रात्रौ प्रच्छन्न (गुप्त) गृह अतिचार या रात्रौ गृह भेदन :

भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा ४५८ : उपहति, हमला या सदोष अवरोध की तैयारी के पश्चात् रात्रौ प्रच्छन्न (गुप्त) गृह अतिचार या रात्रौ गृह भेदन : (See section 331(6) of BNS 2023) अपराध का वर्गीकरण : अपराध : उपहति कारित करने, आदि की तैयारी के…

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