Ipc धारा २५४ : किसी सिक्के का असली सिक्के के रुप में परिदान, जिसका परिदान करने वाला उस समय परिवर्तित होना नहीं जानता था, जब वह उसके कब्जे में पहली बार आया था :
भारतीय दण्ड संहिता १८६० धारा २५४ : किसी सिक्के का असली सिक्के के रुप में परिदान, जिसका परिदान करने वाला उस समय परिवर्तित होना नहीं जानता था, जब वह उसके कब्जे में पहली बार आया था : अपराध का वर्गीकरण : अपराध : दूसरे को…