Bsa धारा ७० : जबकि अनुप्रमाणक साक्षी निष्पादन का प्रत्याख्यान करता है, तब सबूत :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ७० : जबकि अनुप्रमाणक साक्षी निष्पादन का प्रत्याख्यान करता है, तब सबूत : यदि अनुप्रमाणक साक्षी दस्तावेज के निष्पादन का प्रत्याख्यान करे या उसके निष्पादन का स्मरण न हो, तो उसका निष्पादन अन्य साक्ष्य द्वारा साबित किया जा सकेगा ।

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Bsa धारा ६९ : अनुप्रमाणित दस्तावेज के पक्षकार द्वारा निष्पादन की स्वीकृति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६९ : अनुप्रमाणित दस्तावेज के पक्षकार द्वारा निष्पादन की स्वीकृति : अनुप्रमाणित दस्तावेज के किसी पक्षकार की अपने द्वारा उसका निष्पादन का उसके विरुद्ध पर्याप्त सबूत होगा, यद्यपि वह ऐसी दस्तावेज हो जिसका अनुप्रमाणित होना विधि द्वारा अपेक्षित है ।

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Bsa धारा ६८ : जब किसी भी अनुप्रमाणक साक्षी का पता न चले, तब सबूत :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६८ : जब किसी भी अनुप्रमाणक साक्षी का पता न चले, तब सबूत : यदि ऐसे किसी अनुप्रमाणक साक्षी का पता न चल सके तो यह साबित करना होगा कि कम से कम एक अनुप्रमाणक साक्षी का अनुप्रमाण उसी के…

Continue ReadingBsa धारा ६८ : जब किसी भी अनुप्रमाणक साक्षी का पता न चले, तब सबूत :

Bsa धारा ६६ : इलेक्ट्रॉनिक चिन्हक के बारे में सबूत :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६६ : इलेक्ट्रॉनिक चिन्हक के बारे में सबूत : सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक चिन्हक की दशा में के सिवाय, यदि यह अभिकथित है कि किसी हस्ताक्षरकर्ता का इलेक्ट्रॉनिक चिन्हक इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख में लगाया गया है तो यह तथ्य साबित किया जाना चाहिए…

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Bsa धारा ६५ : जिस व्यक्ति के बारे में अभिकथित है कि उसने पेश की गई दस्तावेज को हस्ताक्षरित किया था या लिखा था उस व्यक्ति के हस्ताक्षर और हस्तलेख का साबित किया जाना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६५ : जिस व्यक्ति के बारे में अभिकथित है कि उसने पेश की गई दस्तावेज को हस्ताक्षरित किया था या लिखा था उस व्यक्ति के हस्ताक्षर और हस्तलेख का साबित किया जाना : यदि कोई दस्तावेज किसी व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षरित…

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Bsa धारा ६४ : पेश करने की सूचना के बारे में नियम :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६४ : पेश करने की सूचना के बारे में नियम : धारा ६०, खण्ड (a)(क) में निर्दिष्ट दस्तावेजों की अन्तर्वस्तु का द्वितीयक साक्ष्य तब तक न दिया जा सकेगा, जब तक ऐसे द्वितीयक साक्ष्य देने की प्रस्थापना करने वाले पक्षकार…

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Bsa धारा ६३ : इलेक्ट्रॉनिक अभिलेखों की ग्राह्यता :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६३ : इलेक्ट्रॉनिक अभिलेखों की ग्राह्यता : १) इस अधिनियम में किसी बात के होते हुए भी, किसी इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख में अंतर्विष्ट किसी सूचना को भी, जो कम्प्युटर या किसी संचार युक्ति या अन्यथा द्वारा भंडारित, अभिलिखित या किसी इलैक्ट्रानिकी…

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Bsa धारा ६२ : इलेक्ट्रानिक अभिलेख से संबंधित साक्ष्य के बारे में विशेष उपबंध :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६२ : इलेक्ट्रानिक अभिलेख से संबंधित साक्ष्य के बारे में विशेष उपबंध : इलेक्ट्रानिक अभिलेख की अंतर्वस्तु धारा ६३ के उपबंधों के अनुसार साबित की जा सकेगी ।

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Bsa धारा ६१ : इलैक्ट्रानिक या डिजिटल अभिलेख :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६१ : इलैक्ट्रानिक या डिजिटल अभिलेख : इस अधिनियम की कोई बात इस आधार पर साक्ष्य में किसी इलैक्ट्रानिकी या डिजिटल साक्ष्य की ग्राह्यता से इंकार नहीं करेगी कि यह कोई इलैक्ट्रानिक या डिजिटल अभिलेख है और ऐसे अभिलेख का,…

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Bsa धारा ६० : अवस्थाएँ जिनमें दस्तावेजों के संबंध में द्वितियक साक्ष्य दिया जा सकेगा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ६० : अवस्थाएँ जिनमें दस्तावेजों के संबंध में द्वितियक साक्ष्य दिया जा सकेगा : किसी दस्तावेज के अस्तित्व, दशा या अन्तर्वस्तु का द्वितीयक साक्ष्य निम्नलिखित अवस्थाओं में दिया जा सकेगा, अर्थात् :- (a) क) जबकि यह दर्शित कर दिया जाए…

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Bsa धारा ५९ : दस्तावेजों का प्राथमिक साक्ष्य द्वारा साबित किया जाना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ५९ : दस्तावेजों का प्राथमिक साक्ष्य द्वारा साबित किया जाना : दस्तावेजें एतस्मिन पश्चात वर्णित अवस्थाओं के सिवाय प्राथमिक साक्ष्य द्वारा साबित होंगी ।

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Bsa धारा ५८ : द्वितीयक साक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ५८ : द्वितीयक साक्ष्य : द्वितीयक साक्ष्य उसके अन्तर्गत आते है - एक) एतस्मिन पश्चात अन्तर्विष्ट उपबंधो के अधीन दी हुई प्रमाणित प्रतियाँ; दो) मूल से ऐसी यांत्रिक प्रक्रियाओं द्वारा, जो प्रक्रियाएँ स्वयं ही प्रति की शुद्धता सुनिश्चित करती है,…

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Bsa धारा ५७ : प्राथमिक साक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ५७ : प्राथमिक साक्ष्य : प्राथमिक साक्ष्य से न्यायालय के निरीक्षण के लिए पेश की गई दस्तावेज स्वयं अभिप्रेत है । स्पष्टीकरण १ : जहाँ कि कोई दस्तावेज कई मूल प्रतियों में निष्पादित है, वहाँ हर एक मूल प्रति उस…

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Bsa धारा ५६ : दस्तावेजों की अंतर्वस्तु का सबूत :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ अध्याय ५ : दस्तावेजी साक्ष्य के विषय में : धारा ५६ : दस्तावेजों की अंतर्वस्तु का सबूत : दस्तावेजों की अन्तर्वस्तु या तो प्राथमिक या द्वितीयक साक्ष्य द्वारा साबित की जा सकेगी ।

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Bsa धारा ५५ : मौखिक साक्ष्य प्रत्यक्ष होना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ५५ : मौखिक साक्ष्य प्रत्यक्ष होना : मौखिक साक्ष्य, समस्त अवस्थाओं में चाहे वे कैसी ही हों, प्रत्यक्ष ही होगा, यदि वह ,- एक) किसी देखे जा सकने वाले तथ्य के बारे में है, तो वह ऐसे साक्षी का ही…

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Bsa धारा ५४ : मौखिक साक्ष्य द्वारा तथ्यों का साबित किया जाना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ अध्याय ४ : मौखिक साक्ष्य के विषय में : धारा ५४ : मौखिक साक्ष्य द्वारा तथ्यों का साबित किया जाना : दस्तावजों की अन्तर्वस्तु के सिवाय सभी तथ्य मौखिक साक्ष्य द्वारा साबित किए जा सकेगें ।

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Bsa धारा ५३ : स्वीकृत तथ्यों को साबित करना आवश्यक नहीं है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ५३ : स्वीकृत तथ्यों को साबित करना आवश्यक नहीं है : किसी ऐसे तथ्य को किसी कार्यवाही में साबित करना आवश्यक नहीं है, जिसे उस कार्यवाही के पक्षकार या उनके अभिकर्ता सुनवाई पर स्वीकार करने के लिए सहमत हो जाते…

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Bsa धारा ५२ : वे तथ्य, जिनकी न्यायिक अवेक्षा (विचारण /ज्ञान या संज्ञान ) न्यायालय को करनी होगी :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ५२ : वे तथ्य, जिनकी न्यायिक अवेक्षा (विचारण /ज्ञान या संज्ञान ) न्यायालय को करनी होगी : १) न्यायालय निम्नलिखित तथ्यों की न्यायिक अवेक्षा करेगा, अर्थात् :- (a) क) भारत के राज्यक्षेत्र में प्रवृत्त समस्त विधियाँ, जिसके अंतर्गत भारत के…

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Bsa धारा ५१ : न्यायिक रुप से अवेक्षणीय तथ्य साबित करना आवश्यक नहीं है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ भाग ३ : अध्याय ३ : तथ्य, जिनका साबित किया जाना आवश्यक नहीं है : धारा ५१ : न्यायिक रुप से अवेक्षणीय तथ्य साबित करना आवश्यक नहीं है : जिस तथ्य की न्यायालय न्यायिक अवेक्षा (विचारण /ज्ञान या संज्ञान) करेगा, उसे…

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Bsa धारा ५० : नुकसानी पर प्रभाव डालने वाला शील :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ५० : नुकसानी पर प्रभाव डालने वाला शील : सिविल मामलों में यह तथ्य कि किसी व्यक्ति का शील ऐसा है जिससे नुकसानी की रकम पर, जो उसे मिलनी चाहिए प्रभाव पडता है, सुसंगत है । स्पष्टीकरण : धारा ४६,…

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