Bsa धारा ११० : उस व्यक्ति की मृत्यु साबित करने का भार जिसका तीस वर्ष के भीतर जीवित होना ज्ञात है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११० : उस व्यक्ति की मृत्यु साबित करने का भार जिसका तीस वर्ष के भीतर जीवित होना ज्ञात है : जबकि प्रश्न यह है कि कोई मनुष्य जीवित है या मर गया है और यह दर्शित किया गया है कि…

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Bsa धारा १०९ : विशेषत: ज्ञात तथ्य को साबित करने का भार :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०९ : विशेषत: ज्ञात तथ्य को साबित करने का भार : जबकि कोई तथ्य विशेषत: किसी व्यक्ति के ज्ञान में है, तब उस तथ्य को साबित करने का भार उस पर है । दृष्टांत : (a) क) जबकि कोई व्यक्ति…

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Bsa धारा १०८ : यह साबित करने का भार कि अभियुक्त का मामला अपवादों के अन्तर्गत आता है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०८ : यह साबित करने का भार कि अभियुक्त का मामला अपवादों के अन्तर्गत आता है : जबकि कोई व्यक्ति किसी अपराध का अभियुक्त है, तब उन परिस्थितियों के अस्तित्व को साबित करने का भार, जो उस मामले को भारतीय…

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Bsa धारा १०७ : साक्ष्य को ग्राह्य बनाने के लिए जो तथ्य साबित किया जाना हो, उसे साबित करने का भार :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०७ : साक्ष्य को ग्राह्य बनाने के लिए जो तथ्य साबित किया जाना हो, उसे साबित करने का भार : ऐसे तथ्य को साबित करने का भार जिसका साबित किया जाना किसी व्यक्ति को किसी अन्य तथ्य का साक्ष्य देने…

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Bsa धारा १०६ : विशिष्ट तथ्य के बारे में सबूत का भार :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०६ : विशिष्ट तथ्य के बारे में सबूत का भार : किसी विशिष्ट तथ्य के सबूत का भार उस व्यक्ति पर होता है जो न्यायालय से यह चाहता है कि उसके अस्तित्व में विश्वास करे, जब तक कि किसी विधि…

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Bsa धारा १०५ : सबूत का भार किस पर होता है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०५ : सबूत का भार किस पर होता है : किसी वाद या कार्यवाही में सबूत का भार उस व्यक्ति पर होता है जो असफल हो जाएगा, यदि दोनों में से किसी भी ओर से कोई भी साक्ष्य न दिया…

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Bsa धारा १०४ : सबूत का भार :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ भाग ४ : साक्ष्य का पेश किया जाना और प्रभाव : अध्याय ७ : सबूत के भार के विषय में : धारा १०४ : सबूत का भार : जो कोई न्यायालय से यह चाहता है कि वह ऐसे किसी विधिक अधिकार…

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Bsa धारा १०३ : भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम के विल संबंधी उपबंधों की व्यावृत्ति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०३ : भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम के विल संबंधी उपबंधों की व्यावृत्ति : इस अध्याय की कोई भी बात विल का अर्थ लगाने के बारे में भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम १९२५ (१९२५ का ३९) के किन्हीं भी उपबंधों पर प्रभाव डालने वाली…

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Bsa धारा १०२ : दस्तावेज के निबंधनों में फेरफार करने वाले करार का साक्ष्य कौन ले सकेगा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०२ : दस्तावेज के निबंधनों में फेरफार करने वाले करार का साक्ष्य कौन ले सकेगा : वे व्यक्ति जो किसी दस्तावेज के पक्षकार या उनके हित प्रतिनिधि नहीं है, ऐसे किन्हीं भी तथ्यों का साक्ष्य दे सकेंगे, जो दस्तावेज के…

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Bsa धारा १०१ : न पढी जा सकने वाली लिपि आदि के अर्थ के बारे में साक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०१ : न पढी जा सकने वाली लिपि आदि के अर्थ के बारे में साक्ष्य : ऐसी लिपि का, जो पढी न जा सके या सामान्यत: समझी न जाती हो, विदेशी, अप्रचलित, पारिभाषिक, स्थानिक और प्रांतीय शब्द प्रयोगों का, संक्षेपाक्षरों…

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Bsa धारा १०० : तथ्यों के दो संवर्गों में से जिनमें से किसी एक को भी वह भाषा पूरी की पूरी ठिक-ठिक लागू नहीं होती, उसमें से एक को भाषा के लागू होने के बारे में साक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १०० : तथ्यों के दो संवर्गों में से जिनमें से किसी एक को भी वह भाषा पूरी की पूरी ठिक-ठिक लागू नहीं होती, उसमें से एक को भाषा के लागू होने के बारे में साक्ष्य : जबकि प्रयुक्त भाषा भागत:…

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Bsa धारा ९९ : उस भाषा में लागू होने के बारे में साक्ष्य जो कई व्यकियों में से केवल एक को लागू हो सकती है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९९ : उस भाषा में लागू होने के बारे में साक्ष्य जो कई व्यकियों में से केवल एक को लागू हो सकती है : जबकि तथ्य ऐसे है कि प्रयुक्त भाषा कई व्यकियों या चीजों में से किसी एक को…

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Bsa धारा ९८ : विद्यमान तथ्यों के संदर्भ में अर्थहीन दस्तावेज के बारे में साक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९८ : विद्यमान तथ्यों के संदर्भ में अर्थहीन दस्तावेज के बारे में साक्ष्य : जबकि दस्तावेज में प्रयुक्त भाषा स्वयं स्पष्ट हो, किन्तु विद्यमान तथ्यों के संदर्भ में अर्थहीन हो, तो यह दर्शित करने के लिए साक्ष्य दिया जा सकेगा…

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Bsa धारा ९७ : विद्यमान तथ्यों को दस्तावेज लागू होने के विरुद्ध साक्ष्य का अपवर्जन :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९७ : विद्यमान तथ्यों को दस्तावेज लागू होने के विरुद्ध साक्ष्य का अपवर्जन : जबकि दस्तावेज में प्रयुक्त भाषा स्वयं स्पष्ट हो और जबकि वह विद्यमान तथ्यों को ठीक-ठीक लागू होती हो, तब यह दर्शित करने के लिए साक्ष्य नहीं…

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Bsa धारा ९६ : संदिग्धार्थ दस्तावेज को स्पष्ट करने या उसका संशोधन करने के साक्ष्य का अपवर्जन (रोकना / हटाया जाना) :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९६ : संदिग्धार्थ दस्तावेज को स्पष्ट करने या उसका संशोधन करने के साक्ष्य का अपवर्जन (रोकना / हटाया जाना) : जबकि किसी दस्तावेज में प्रयुक्त भाषा देखते ही संदिग्धार्थ या त्रुटिपूर्ण है, तब उन तथ्यों का साक्ष्य नहीं दिया जा…

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Bsa धारा ९५ : मौखिक करार के साक्ष्य का अपवर्जन (रोकना / हटाया जाना) :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९५ : मौखिक करार के साक्ष्य का अपवर्जन (रोकना / हटाया जाना) : जबकि किसी ऐसी संविदा, अनुदान या सम्पत्ति के अन्य व्ययन के निबंधनों को, या किसी बात को, जिनके बारे में विधि द्वारा अपेक्षित है कि वह दस्तावेज…

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Bsa धारा ९४ : दस्तावेजों के रुप में लेखबद्ध संविदाओं, अनुदानों तथा संपत्ति के अन्य व्ययनों (निपटना / व्यवस्था करना) के निबंधनों (पद / जो मंजूर करना प्रस्तावित है) का साक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ अध्याय ६ : दस्तावेजी साक्ष्य द्वारा मौखिक साक्ष्य के अपवर्जन (रोकना / हटाया जाना) के विषय में : धारा ९४ : दस्तावेजों के रुप में लेखबद्ध संविदाओं, अनुदानों तथा संपत्ति के अन्य व्ययनों (निपटना / व्यवस्था करना) के निबंधनों (पद /…

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Bsa धारा ९३ : पाँच वर्ष पुराने इलेक्ट्रॉनिक अभिलेखों के बारे में उपधारणा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९३ : पाँच वर्ष पुराने इलेक्ट्रॉनिक अभिलेखों के बारे में उपधारणा : जहाँ कोई इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख, जिसका पाँच वर्ष पुराना होना तात्पर्यित है या साबित किया गया है, ऐसी किसी अभिरक्षा से जिसे न्यायालय उस विशिष्ट मामले में उचित समझता…

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Bsa धारा ९२ : तीस वर्ष पुरानी दस्तावेजों के बारे में उपधारणा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९२ : तीस वर्ष पुरानी दस्तावेजों के बारे में उपधारणा : जहाँ कि कोई दस्तावेज, जिसका तीस वर्ष पुरानी होना तात्पर्यित है या साबित किया गया है, ऐसी किसी अभिरक्षा में से, जिसे न्यायालय उस विशिष्ट मामले में उचित समझता…

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Bsa धारा ९१ : पेश न की गई दस्तावेजों के सम्यक् निष्पादन आदि के बारे में उपधारणा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ९१ : पेश न की गई दस्तावेजों के सम्यक् निष्पादन आदि के बारे में उपधारणा : न्यायालय उपधारित करेगा कि हर दस्तावेज, जिसे पेश करने की अपेक्षा की गई थी और जो पेश करने की सूचना के पश्चात् पे नहीं…

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