Bsa धारा १३० : शासकीय संसूचनाएँ :
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १३० : शासकीय संसूचनाएँ : कोई भी लोक ऑफिसर उसे शासकीय विश्वास में दी हुई संसूचनाओं को प्रकट करने के लिए विवश नहीं किया जाएगा, जब कि वह समझता है कि उस प्रकटन से लोक हित की हानि होगी ।
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १३० : शासकीय संसूचनाएँ : कोई भी लोक ऑफिसर उसे शासकीय विश्वास में दी हुई संसूचनाओं को प्रकट करने के लिए विवश नहीं किया जाएगा, जब कि वह समझता है कि उस प्रकटन से लोक हित की हानि होगी ।
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२९ : राज्य के कार्यकलापों के बारे में साक्ष्य : कोइ भी व्यक्ती राज्य के किसी भी कार्यकलापों से संबंधित अप्रकाशित शासकिय अभिलेखों से व्युत्पन्न कोई भी साक्ष्य देने के लिए अनुज्ञात न किया जाएगा, सिवाय सम्पृक्त विभाग के प्रमुख…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२८ : विवाहित स्थिति के दौरान में की गई संसूचनाएँ (सूचित करना ) : कोई भी व्यक्ति, जो विवाहित है या जो विवाहित रह चुका है, किसी संसूचना को, जो किसी व्यक्ति द्वारा, जिससे वह विवाहित है या रह चुका…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२७ : न्यायाधीश और मजिस्ट्रेट : कोई भी न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट न्यायालय में ऐसे न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट के नाते अपने स्वयं के आचरण के बारे में, जिसका ज्ञान उसे ऐसे न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट के नाते न्यायालय में हुआ, किन्हीं प्रश्नों…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२६ : कतिपय मामलों में पति और पत्नी की साक्षी के रुप में सक्षमता : १) सभी सिविल कार्यवाहियों में वाद के पक्षकार और वाद के किसी पक्षकार का पति या पत्नी सक्षम साक्षी होंगे । २) किसी व्यक्ति के…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२५ : साक्षी का मौखिक रुप से संसूचित करने में असमर्थ होना : ऐसा कोई साक्षी, जो बोलने में असमर्थ है , ऐसी किसी अन्य रीति में, जिससे वह उसे बोधगम्य बना सकता है जैसे कि लिखकर या संकेत चिन्हों…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ अध्याय ९ : साक्षियों के विषय में : धारा १२४ : कौन साक्ष्य दे सकेगा : सभी व्यक्ति साक्ष्य देने के लिए सक्षम होंगे जब तक कि न्यायालय का यह विचार न हो कि कोमल वयस (अपरिपक्व / तरुण), अतिवार्धक्य (अति…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२३ : विनिमय-पत्र के प्रतिगृहीता का, उपनिहिती (कोई, जिसको किसी संविदा के तहत न्यास में माल का परिदान किया जाता है ।) का या अनुज्ञप्तिधारी का विबंध (किसी कार्य करने के अधिकार पर रोक या रुकावट जो मनुष्य के स्वयं…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२२ : अभिधारी (किराऐदार ) का और कब्जाधारी व्यक्ति के अनुज्ञप्तिधारी का विवंध : स्थावर संपत्ति के किसी भी अभिधारी को या ऐसे अभिधारी से व्युत्पन्न अधिकार से दावा करने वाले व्यक्ति को ऐसी अभिधृति के चालू रहते हुए या…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ अध्याय ८ : विबंध (किसी कार्य करने के अधिकार पर रोक या रुकावट जो मनुष्य के स्वयं के कार्य से उत्पन्न हुई हो ) : धारा १२१ : विबंध : जबकि एक व्यक्ति ने अपनी घोषणा, कार्य या लोप द्वारा अन्य…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १२०: बलात्संग के लिए कतिपय (कुछ) अभियोजन में सम्मति के न होने के बारे में उपधारणा : भारतीय न्याय संहिता २०२३ की धारा ६४ की उपधारा (२) के अधीन बलात्संग के किसी अभियोजन में, जहाँ अभियुक्त द्वारा मैथुन किया जाना…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११९ : न्यायालय किन्हीं तथ्यों का अस्तित्व उपधारित कर सकेगा : १) न्यायालय ऐसे किसी तथ्य का अस्तित्व उपधारित कर सकेगा जिसका घटित होना उस विशिष्ट मामले के तथ्यों के संबंध में प्राकृतिक घटनाओं, मानवीय आचरण तथ्या लोक और प्राइवेट…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११८: दहेज मृत्यु के बारे में उपधारणा : जब प्रश्न यह है कि किसी व्यक्ति ने किसी स्त्री की दहेज मृत्यु की है और यह दर्शित किया जाता है कि मृत्यु के कुछ पूर्व ऐसे व्यक्ति ने दहेज की किसी…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११७ : किसी विवाहित स्त्री द्वारा आत्महत्या के दुष्प्रेरण के बारे में उपधारणा : जब प्रश्न यह है कि किसी स्त्री द्वारा आत्महत्या का करना उसके पति या उसके पति के किसी नातेदार द्वारा दुष्प्रेरित किया गया है और यह…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११६ : विवाहित स्थिति के दौरान में जन्म होना धर्भजत्व का निश्चायक सबूत है : यह तथ्य कि किसी व्यक्ती का जन्म उसकी माता और किसी पुरुष के बीच विधिमान्य विवाह के कायम रहते हुए, या उसका विघटन होने के…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११५ : कुछ अपराधों के बारे में उपधारणा : १) जहाँ कोई व्यक्ती उपधारा (२) में विनिर्दिष्ट ऐसे किसी अपराध के, - (a) क) ऐसे किसी क्षेत्र में, जिसे उपद्रव को दबाने के लिए और लोक व्यवस्था की बहाली और…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११४ : उन संव्यवहारों में सद्भाव का साबित किया जाना जिनमें एक पक्षकार का संबंध सक्रिय विश्वास का है : जहाँ कि उन पक्षकारों के बीच के संव्यवहार के सद्भाव के बारे में प्रश्न है, जिनमें से एक-दुसरे के प्रति…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११३ : स्वामित्व के बारे में सबूत का भार : जबकि प्रश्न यह है कि क्या कोई व्यक्ति ऐसी किसी चीज का स्वामी है, जिस पर उसका कब्जा होना दर्शित किया गया है, तब यह साबित करने का भार कि…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ११२ : भागीदारों , भू-स्वामी और अभिधारी, मालिक और अभिकर्ता के मामलों में सबूत का भार : जबकि प्रश्न यह है कि क्या कोई व्यक्ति भागिदार, भू-स्वामी और अभिधारी या मालिक और अभिकर्ता है, और यह दर्शित कर दिया गया…
भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १११ : यह साबित करने का भार कि वह व्यक्ती, जिसके बारे में सात वर्ष से कुछ सुना नहीं जया है, जीवित है : जब प्रश्न यह है कि कोई मनुष्य जीवित है या मर गया है और यह साबित…