Bns 2023 धारा १८ : विधिपूर्ण कार्य करने में दुर्घटना (अपघात) :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा १८ : विधिपूर्ण कार्य करने में दुर्घटना (अपघात) : जो कोई बात, दुर्घटना या दुर्भाग्य से और किसी आपराधिक आशय या ज्ञान के सिवाय विधिपूर्ण प्रकार से विधिपूर्ण साधनों द्वारा और उचित सावधानी और सतर्कता के साथ विधिपूर्ण कार्य करने…

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Bns 2023 धारा १७ : विधि द्वारा न्यायानुमत (समर्थित) या तथ्य (वस्तुत:) की भूल के कारण अपने आपको विधि द्वारा न्यायानुमत होने का विश्वास करने वाले व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा १७ : विधि द्वारा न्यायानुमत (समर्थित) या तथ्य (वस्तुत:) की भूल के कारण अपने आपको विधि द्वारा न्यायानुमत होने का विश्वास करने वाले व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य : जो कोई बात, ऐसे व्यक्ति द्वारा की जाए , जो उसे…

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Bns 2023 धारा १६ : न्यायालय के निर्णय या आदेशके अनुसरण में किया गया कार्य :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा १६ : न्यायालय के निर्णय या आदेशके अनुसरण में किया गया कार्य : जो कोई बात, न्यायालय के निर्णय या आदेश के अनुसरण में की जाए या उसके द्वारा अधिदिष्ट हो, यदि वह उस निर्णय या आदेश के प्रवृत्त रहते…

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Bns 2023 धारा १५ : न्यायिकत: कार्य करते हुए न्यायाधीश का कार्य :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा १५ : न्यायिकत: कार्य करते हुए न्यायाधीश का कार्य : जो कोई बात, न्यायिकत: कार्य करते हुए न्यायाधीश द्वारा ऐसी किसी शक्ती के प्रयोग में की जाती है, जो या जिसके बारे में उसे सद्भावपूर्वक विश्वास है कि वह उसे…

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Bns 2023 धारा १४ : विधि द्वारा बंधा हुआ (आबद्ध) या तथ्य (वस्तुत:) की भूल के कारण अपने आपको विधि द्वारा बंधा हुआ (आबद्ध) होने का विश्वास करने वाले व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ अध्याय ३ : साधारण अपवाद : धारा १४ : विधि द्वारा बंधा हुआ (आबद्ध) या तथ्य (वस्तुत:) की भूल के कारण अपने आपको विधि द्वारा बंधा हुआ (आबद्ध) होने का विश्वास करने वाले व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य : कोई बात,…

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Bns 2023 धारा १३ : पुर्व दोषसिद्धि के पश्चात् कतिपय (कुछ) अपराधों के लिए वर्धित (जादा/बढाकर) दण्ड :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा १३ : पुर्व दोषसिद्धि के पश्चात् कतिपय (कुछ) अपराधों के लिए वर्धित (जादा/बढाकर) दण्ड : जो कोई व्यक्ती भारत में के किसी न्यायालय द्वारा इस संहिता के अधाय १० या अध्याय १७ के अधीन तीन वर्ष या उससे अधिक अवधि…

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Bns 2023 धारा १२ : एकान्त परिरोध की अवधि :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा १२ : एकान्त परिरोध (कारावास/कैद) की अवधि : एकान्त परिरोध (कारावास/कैद) के दण्डादेश के निष्पादन (अंमल) में ऐसा परिरोध किसी भी दशा में एक बार में चौदह दिन से अधिक न होगा, साथ ही ऐसे एकान्त परिरोध की कालावधियों के…

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Bns 2023 धारा ११ : एकान्त परिरोध (कारावास/कैद ) :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा ११ : एकान्त परिरोध (कारावास/कैद ) : कोई व्यक्ती ऐसे जब कभी ऐसे अपराध के लिए दोषसिद्ध ठहराया जाता है जिसके लिए न्यायालय को इस संहिता के अधीन उसे कठिन कारावास से दण्डादिष्ट करने की शक्ती है, तो न्यायालय अपने…

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Bns धारा १० : कई अपराधों में से एक के दोषी व्यक्ती के लिए दण्ड जबकि निर्णय में यह कथित है कि यह संदेह (शंका) है कि वह किस अपराध के लिए दोषी है :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा १० : कई अपराधों में से एक के दोषी व्यक्ती के लिए दण्ड जबकि निर्णय में यह कथित है कि यह संदेह (शंका) है कि वह किस अपराध के लिए दोषी है : जिनमें यह निर्णय दिया जाता है कि…

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Bns २०२३ धारा ९ : कई अपराधों से मिलकर बने अपराध के लिए दण्ड की अवधि :

भारतीय न्याय संहिता २०२३ धारा ९ : कई (एक से अधिक) अपराधों से मिलकर बने अपराध के लिए दण्ड की अवधि : १) जहा कोई बात (कुछ भी) जो अपराध है, जिनमें का कोई भाग स्वयं अपराध है, ऐसे भागों से मिलकर बनी है, वहा…

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