Hma 1955 धारा १४ : विवाह से एक वर्ष के भीतर विवाह-विच्छेद के लिए कोई अर्जी उपस्थापित न की जाएगी :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा १४ : विवाह से एक वर्ष के भीतर विवाह-विच्छेद के लिए कोई अर्जी उपस्थापित न की जाएगी : (१) इस अधिनियम में अंतर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी, कोई भी न्यायालय विवाह-विच्छेद की डिक्री द्वारा विवाह के विघटन की…

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Hma 1955 धारा १३ख : १.(पारस्परिक सम्मति से विवाह-विच्छेद :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा १३ख : १.(पारस्परिक सम्मति से विवाह-विच्छेद : (१) इस अधिनियम के उपबन्धों के अधीन रहते हुए यह है कि विवाह के दोनों पक्षकार मिलकर विवाह-विच्छेद की डिक्री द्वारा विवाह के विघटन के लिए अर्जी, चाहे ऐसा विवाह, विवाह विधि (संशोधन)…

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Hma 1955 धारा १३क : १.(विवाह-विच्छेद की कार्यवाहियों में प्रत्यर्थी को वैकल्पिक अनुतोष :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा १३क : १.(विवाह-विच्छेद की कार्यवाहियों में प्रत्यर्थी को वैकल्पिक अनुतोष : इस अधिनियम के अधीन किसी कार्यवाही में विवाह-विच्छेद की डिक्री द्वारा विवाह के विघटन के लिए अर्जी पर, उस दशा को छोडक़र जिसमें अर्जी धारा १३ को उपधारा (१)…

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Hma 1955 धारा १३ : विवाह-विच्छेद :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा १३ : विवाह-विच्छेद : (१) कोई भी विवाह, वह इस अधिनियम के प्रारम्भ के चाहे पूर्व अनुष्ठापित हुआ हो चाहे पश्चात, पति अथवा पत्नी द्वारा उपस्थापित अर्जी पर विवाह- विच्छेद की डिक्री द्वारा इस आधार पर विघटित किया जा सकेगा…

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Hma 1955 धारा १२ : शून्यकरणीय विवाह :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा १२ : शून्यकरणीय विवाह : (१) कोई भी विवाह, वह इस अधिनियम के प्रारम्भ के चाहे पूर्व अनुष्ठापित हुआ हो चाहे पश्चात निम्नलिखित आधारों में से किसी पर भी शून्यकरणीय होगा और अकृतता की डिक्री द्वारा बातिल किया जा सकेगा…

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Hma 1955 धारा ११ : शून्य विवाह :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ विवाह की अकृतता और विवाह-विच्छेद : धारा ११ : शून्य विवाह : इस अधिनियम के प्रारम्भ के पश्चात अनुष्ठापित कोई भी विवाह, यदि वह धारा ५ के खण्ड (एक), (चार) और (पांच) में विनिर्दिष्ट शर्तों में से किसी एक का भी…

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Hma 1955 धारा १० : न्यायिक पृथक्करण :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा १० : न्यायिक पृथक्करण : १.(१) विवाह का कोई पक्षकार, चाहे वह विवाह इस अधिनियम के प्रारम्भ के पूर्व या पश्चात अनुष्ठापित हुआ हो, धारा १३ की उपधारा (१) में विनिर्दिष्ट किसी आधार पर और पत्नी की दशा में उक्त…

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Hma 1955 धारा ९ : दाम्पत्य अधिकारों का प्रत्यास्थापना :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ दाम्पत्य अधिकारों का प्रत्यास्थापन और न्यायिक पृथक्करण : धारा ९ : दाम्पत्य अधिकारों का प्रत्यास्थापना : १.(***) जब कि पति या पत्नी ने अपने को दूसरे के साहचर्य से किसी युक्तियुक्त प्रतिहेतु के बिना प्रत्याहृत कर लिया हो तब व्यथित पक्षकार…

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Hma 1955 धारा ८ : हिन्दू विवाहों का रजिस्ट्रीकरण :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा ८ : हिन्दू विवाहों का रजिस्ट्रीकरण : (१) राज्य सरकार हिन्दू विवाहों का साबित किया जाना सुकर करने के प्रयोजन से ऐसे नियम बना सकेगी जो यह उपबन्धित करें कि ऐसे किसी विवाह के पक्षकार अपने विवाह से सम्बद्ध विशिष्टियों…

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Hma 1955 धारा ७ : हिन्दू विवाह के लिए कर्मकांड :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ धारा ७ : हिन्दू विवाह के लिए कर्मकांड : (१) हिन्दू विवाह उसके पक्षकारों में से किसी को भी रूढिगत रीतियों और कर्मकांड के अनुसार अनुष्ठापित किया जा सकेगा । (२) जहां कि ऐसी रीतियों और कर्मकांड के अन्तर्गत सप्तपदी (अर्थात…

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Hma 1955 धारा ५ : हिन्दू विवाह के लिए शर्ते :

हिन्दू विवाह अधिनियम १९५५ हिन्दू विवाह : धारा ५ : हिन्दू विवाह के लिए शर्ते : दो हिंदूओं के बीच विवाह अनुष्ठापित किया जा सकेगा यदि निम्नलिखित शर्ते पूरी हो जाएं, अर्थात :- (एक) विवाह के समय दोनों पक्षकारों में से, न तो वर की…

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Hma 1955 धारा ४ : अधिनियम का अध्यारोही प्रभाव :

हिंदू विवाह अधिनियम १९५५ धारा ४ : अधिनियम का अध्यारोही प्रभाव : इस अधिनियम में अभिव्यक्त रूप से अन्यथा उपबंधित के सिवाय - (a)(क) हिंदू विधि का कोई ऐसा शास्त्रवाक्य, नियम या निर्वचन या उस विधि की भागरूप कोई भी रूढि या प्रथा जो इस…

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Hma 1955 धारा ३ : परिभाषाएं :

हिंदू विवाह अधिनियम १९५५ धारा ३ : परिभाषाएं : इस अधिनियम में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - (a)(क) रुढि और प्रथा, पद ऐसे किसी भी नियम का संज्ञान कराते हैं जिसने दीर्घकाल तक निरन्तर और एकरूपता से अनुपालित किए जाने…

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Hma 1955 धारा २ : अधिनियम का लागू होना :

हिंदू विवाह अधिनियम १९५५ धारा २ : अधिनियम का लागू होना : (१) यह अधिनियम लागू है - (a)(क) ऐसे किसी भी व्यक्ति को जो हिन्दू धर्म के किसी भी रूप या विकास के अनुसार, जिसके अन्तर्गत वीरशैव, लिंगायत अथवा ब्राह्मो समाज, प्रार्थनासमाज या आर्यसमाज…

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Hma 1955 धारा १ : संक्षिप्त नाम और विस्तार :

हिंदू विवाह अधिनियम १९५५ १. (१९५५ का अधिनियम संख्यांक २५) (१८ मई १९५५) हिन्दुओं के विवाह से संबंधित विधिको संशोधित और संहिताबद्ध करने के लिए अधित्रनयम- भारत गणराज्य के छठे वर्ष में संसद द्वारा निम्नलिखित रुप में यह अधिनियमित हो :- प्रारम्भिक : धारा १…

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