Bnss धारा २५६ : प्ररिरक्षा (बचाव) आरंभ करना :
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा २५६ : प्ररिरक्षा (बचाव) आरंभ करना : १) जहाँ अभियुक्त धारा २५५ के अधीन दोषमुक्त नहीं किया जाता है वहाँ उससे अपेक्षा की जाएगी कि अपनी प्रतिरक्षा आरंभ करे और कोई भी साक्ष्य जो उसके समर्थन में उसके पास…