Mv act 1988 धारा २० : न्यायालय की निरर्हित करने की शक्ति :

मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा २० : न्यायालय की निरर्हित करने की शक्ति : १)जब कोई व्यक्ति इस अधिनियम के अधीन किसी अपराध के लिए या ऐसे अपराध के लिए, जिसके करने में मोटर यान का उपयोग किया गया था, दोषसिध्द किया गया है तब…

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