Ipc धारा ४९५ : वही अपराध पूर्ववर्ती विवाह को उस व्यक्ती को छिपाकर जिसके साथ पश्चात्वर्ती विवाह किया जाता है :

भारतीय दण्ड संहिता १८६०
धारा ४९५ :
वही अपराध पूर्ववर्ती विवाह को उस व्यक्ती को छिपाकर जिसके साथ पश्चात्वर्ती विवाह किया जाता है :
(See section 82(2) of BNS 2023)
अपराध का वर्गीकरण :
अपराध : वही अपराध पूर्ववर्ती विवाह को उस व्यक्ति से छिपाकर, जिसके साथ पश्चात्वर्ती विवाह किया जाता है ।
दण्ड :दस वर्ष के लिए कारावास, और जुर्माना ।
संज्ञेय या असंज्ञेय :असंज्ञेय ।
जमानतीय या अजमानतीय :जमानतीय ।
शमनीय या अशमनीय : अशमनीय ।
किस न्यायालय द्वारा विचारणीय है :प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट ।
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जो कोई पूर्ववर्ती अंतिम धारा में परिभाषित अपराध अपने पूर्व विवाह की बात उस व्यक्ती से छिपाकर करेगा, जिससे पश्चात्वर्ती विवाह किया जाए, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से दण्डित किया जाएगा, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, और जुर्माने से भी दण्डित किया जाएगा ।

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