Bsa धारा १६० : उस तथ्य के बारे में पश्चातवर्ती अभिसाक्ष्य की सम्पुष्टि करने के लिए साक्षी के पूर्वतन कथन साबित किए जा सकेंगे :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १६० : उस तथ्य के बारे में पश्चातवर्ती अभिसाक्ष्य की सम्पुष्टि करने के लिए साक्षी के पूर्वतन कथन साबित किए जा सकेंगे : किसी साक्षी के परिसाक्ष्य की सम्पुष्टि करने के लिए ऐसे साक्षी द्वारा उसी तथ्य से संबंधित, उस…

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Bsa धारा १५९ : सुसंगत तथ्य के साक्ष्य की सम्पुष्टि करने की प्रवृत्ति रखने वाले प्रश्न ग्राह्य होंगे :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५९ : सुसंगत तथ्य के साक्ष्य की सम्पुष्टि करने की प्रवृत्ति रखने वाले प्रश्न ग्राह्य होंगे : जबकि कोई साक्षी, जिसकी संपुष्टि करना आशयित हो, किसी सुसंगत तथ्य का साक्ष्य देता है, तब उससे ऐसी अन्य किन्हीं भी परिस्थितियों के…

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Bsa धारा १५८ : साक्षी की विश्वसनीयता पर अधिक्षेप :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५८ : साक्षी की विश्वसनीयता पर अधिक्षेप : किसी साक्षी की विश्वसनीयता पर प्रतिपक्षी द्वारा, या न्यायालय की सम्मति से उस पक्षकार द्वारा, जिसने उसे बुलाया है, निम्नलिखित प्रकारों से अधिक्षेप किया जा सकेगा :- (a) क) उन व्यक्तियों के…

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Bsa धारा १५७ : पक्षकार द्वारा अपने ही साक्षी से प्रश्न :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५७ : पक्षकार द्वारा अपने ही साक्षी से प्रश्न : १) न्यायालय उस व्यक्ति को, जो साक्षी को बुलाता है, उस साक्षी से ऐसे प्रश्न करने की अपने विवेकानुसार अनुमा दे सकेगा, जो प्रतिपक्षी द्वारा प्रतिपरिक्षा में किए जा सकते…

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Bsa धारा १५६ : सत्यवादिता परखने के प्रश्नों के उत्तरों का खण्डन करने के लिए साक्ष्य का अपवर्जन :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५६ : सत्यवादिता परखने के प्रश्नों के उत्तरों का खण्डन करने के लिए साक्ष्य का अपवर्जन : जबकि किसी साक्षी से ऐसा कोई प्रश्न पूछा गया हो, जो जाँच से केवल वहीं तक सुसंगत है जहाँ तक कि वह उसके…

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Bsa धारा १५५ : अपमानित या क्षुब्ध (परेशानी से प्रभावित) करने के लिए आशयित प्रश्न :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५५ : अपमानित या क्षुब्ध (परेशानी से प्रभावित) करने के लिए आशयित प्रश्न : न्यायालय ऐसे प्रश्न का निषेध करेगा, जो उसे ऐसा प्रतीत होता है कि वह अपमानिक या क्षुब्ध करने के लिए आशयित है, या जो यद्यपि स्वयं…

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Bsa धारा १५४ : अशिष्ट और कलंकात्मक प्रश्न :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५४ : अशिष्ट और कलंकात्मक प्रश्न : न्यायालय किन्हीं प्रश्नों का या पूछताछों का, जिन्हें वह अशिष्ट या कलंकात्मक समझता है, चाहे ऐसे प्रश्न या जांच न्यायालय के समक्ष प्रश्नों को कुछ प्रभावित करने की प्रवृत्ति रखते हों, निषेध कर…

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Bsa धारा १५३ : युक्तियुक्त आधारों के बिना प्रश्न पूछे जाने की अवस्था में न्यायालय की प्रक्रिया :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५३ : युक्तियुक्त आधारों के बिना प्रश्न पूछे जाने की अवस्था में न्यायालय की प्रक्रिया : यदि न्यायालय की यह राय हो कि ऐसा कोई प्रश्न युक्तियुक्त आधारों के बिना पूछा गया था, तो यदि वह किसी अधिवक्ता द्वारा पुछा…

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Bsa धारा १५२ : युक्तियुक्त आधारों के बिना प्रश्न न पूछा जाएगा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५२ : युक्तियुक्त आधारों के बिना प्रश्न न पूछा जाएगा : कोई भी ऐसा प्रश्न, जैसा की धारा १५१ में निर्दिष्ट है, नहीं पूछा जाना चाहिए, जब तक कि पूछने वाले व्यक्ति के पास यह सोचने के लिए युक्तियुक्त आधार…

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Bsa धारा १५१ : न्यायालय विनिश्चित करेगा कि कब प्रश्न पूछा जाएगा और साक्षी को उत्तर देने के लिए कब विवश किया जाएगा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५१ : न्यायालय विनिश्चित करेगा कि कब प्रश्न पूछा जाएगा और साक्षी को उत्तर देने के लिए कब विवश किया जाएगा : १) यदि ऐसा कोई प्रश्न ऐसी बात से संबंधित है, जो उस बात या कार्यवाही से वहां तक…

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Bsa धारा १५० : साक्षी को उत्तर देने के लिए कब विवश किया जाए :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १५० : साक्षी को उत्तर देने के लिए कब विवश किया जाए : यदि ऐसा कोई प्रश्न उस वाद या कार्यवाही से सुसंगत किसी बात से संबंधित है, तो धारा १३२ के उपबंध उसको लागू होंगे ।

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Bsa धारा १४९ : प्रतिपरीक्षा में विधिपूर्ण प्रश्न :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४९ : प्रतिपरीक्षा में विधिपूर्ण प्रश्न : जबकि किसी साक्षी से प्रतिपरीक्षा की जाती है, तब उससे एतस्मिनपूर्व निर्दिष्ट प्रश्नों के अतिरिक्त ऐसे कोई भी प्रश्न पूछे जा सकेंगे, जिनकी प्रवृत्ति, - (a) क) उसकी सत्यवादिता परखने की है; अथवा…

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Bsa धारा १४८ : पूर्वतन लेखबद्ध कथनों के बारे में प्रतिपरिक्षा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४८ : पूर्वतन लेखबद्ध कथनों के बारे में प्रतिपरिक्षा : किसी साक्षी की उन पूर्वतन कथनों के बारे में, जो उसने लिखित रुप में किए है या जो लेखबद्ध किए गए है और जो प्रश्नगत बातों से सुसंगत है, ऐसा…

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Bsa धारा १४७ : लेखबद्ध विषयों के बारे में साक्ष्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४७ : लेखबद्ध विषयों के बारे में साक्ष्य : किसी साक्षी से, जबकि वह परीक्षाधीन है, यह पुछा जा सकेगा कि क्या कोई संविदा, अनुदान या संपत्ति का अन्य व्ययन, जिसके बारे में वह साक्ष्य दे रहा है, किसी दस्तावेज…

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Bsa धारा १४६ : सूचक प्रश्न :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४६ : सूचक प्रश्न : १) कोई प्रश्न, जो उस उत्तर को सुझाता है जिसे पुछने वाला व्यक्ति पाना चाहता है या पाने की आशा करता है, सूचक प्रश्न कहा जाता है । २) सूचक प्रश्न मुख्य परीक्षा में या…

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Bsa धारा १४५ : शील का साक्ष्य देने वाले साक्षी :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४५ : शील का साक्ष्य देने वाले साक्षी : शील का साक्ष्य देने वाले साक्षियों की प्रतिपरीक्षा और पुन:परीक्षा की जा सकेगी ।

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Bsa धारा १४४ : किसी दस्तावेज को पेश करने के लिए समनित व्यक्ति की प्रतिपरीक्षा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४४ : किसी दस्तावेज को पेश करने के लिए समनित व्यक्ति की प्रतिपरीक्षा : किसी दस्तावेज को पेश करने के लिए समनित व्यक्ति केवल इस तथ्य के कारण कि वह उसे पेश करता है साक्षी नहीं हो जाता तथा यदि…

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Bsa धारा १४३ : परीक्षाओं का क्रम :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४३ : परीक्षाओं का क्रम : १) साक्षियों से प्रथमत: मुख्य परीक्षा होगी, तत्पश्चात् (यदि प्रतिपक्षी ऐसा चाहे तो) प्रतिपरीक्षा होगी, तत्पश्चात् (यदि उसे बुलाने वाला पक्षकार ऐसा चाहे तो) पुन:परीक्षा होगी । २) परीक्षा और प्रतिपरीक्षा को सुसंगत तथ्यों…

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Bsa धारा १४२ : साक्षियों का परीक्षण :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४२ : साक्षियों का परीक्षण : १) किसी साक्षी की उस पक्षकार द्वारा, जो उसे बुलाता है, परीक्षा उसकी मुख्य परीक्षा कहलाएगी । २) किसी साक्षी की प्रतिपक्षी द्वारा की गई परिक्षा उसकी प्रतिपरीक्षा कहलाएगी । ३) किसी साक्षी की…

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Bsa धारा १४१ : न्यायाधीश साक्ष्य की ग्राह्यता के बारे में निश्चय करेगा :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा १४१ : न्यायाधीश साक्ष्य की ग्राह्यता के बारे में निश्चय करेगा : १) जबकि दोनों में से कोई पक्षकार किसी तथ्य का साक्ष्य देने की प्रस्थापना करता है, तब न्यायाधीश साक्ष्य देने की प्रस्थापना करने वाले पक्षकार से पूछ सकेगा…

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