Constitution अनुच्छेद ६०: राष्ट्रपति द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान।

भारत का संविधान अनुच्छेद ६०: राष्ट्रपति द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान। प्रत्येक राष्ट्रपति और प्रत्येक व्यक्ति, जो राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रहा है या उसके कृत्यों का निर्वहन कर रहा है, अपना पद ग्रहण करने से पहले भारत के मुख्य न्यायमूर्ति या उसकी अनुपस्थिति…

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Constitution अनुच्छेद ५९ : राष्ट्रपति के पद के लिए शर्तें ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५९ : राष्ट्रपति के पद के लिए शर्तें । १)राष्ट्रपति संसद् के किसी सदन का या किसी राज्य के विधान- मंडल के किसी सदन का सदस्य नहीं होगा और यदि संसद् के किसी सदन का या किसी राज्य के विधान- मंडल…

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Constitution अनुच्छेद ५८ : राष्ट्रपति निर्वाचित होने के लिए अर्हताएं ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५८ : राष्ट्रपति निर्वाचित होने के लिए अर्हताएं । १) कोई व्यक्ति राष्ट्रपति निर्वाचित होने का पात्र तभी होगा जब वह - क) भारत का नागरिक है, ख) पैंतीस वर्ष की आयु पूरी कर चुका है, और ग) लोक सभा का…

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Constitution अनुच्छेद ५७ : पुनर्निर्वाचन के लिए पात्रता ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५७ : पुनर्निर्वाचन के लिए पात्रता । कोई व्यक्ति, जो राष्ट्रपति के रूप में पद धारण करता है या कर चुका है, इस संविधान के अन्य उपबंधो के अधीन रहते हुए उस पद के लिए पुनर्निर्वाचन का पात्र होगा।

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Constitution अनुच्छेद ५६ : राष्ट्रपति की पदावधि ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५६ : राष्ट्रपति की पदावधि । १) राष्ट्रपति अपने पदग्रहण की तारीख से पांच वर्ष की अवधि तक पद धारण करेगा : परंतु - क)राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति को संबोधित अपने हस्ताक्षर सहित लेख द्वारा अपना पद त्याग सकेगा; ख) संविधान का अतिक्रमण…

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Constitution अनुच्छेद ५५ : राष्ट्रपति के निर्वाचन की रीति ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५५ : राष्ट्रपति के निर्वाचन की रीति । १)जहां तक साध्य हो, राष्ट्रपति के निर्वाचन में भिन्न- भिन्न राज्यों के प्रतिनिधित्व के मापमान में एकरूपता होगी । २)राज्यों में आपस में ऐसी एकरूपता तथा समस्त राज्यों और संघ में समतुल्यता प्राप्त…

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Constitution अनुच्छेद ५४ : राष्ट्रपति का निर्वाचन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५४ : राष्ट्रपति का निर्वाचन । राष्ट्रपति का निर्वाचन ऐसे निर्वाचकगण के सदस्य करेंगे जिसमें - क) संसद् के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य; और ख) राज्यों की विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य, होंगे । १(स्पष्टीकरण : इस अनुच्छेद और अनुच्छेद…

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Constitution अनुच्छेद ५३ : संघ की कार्यपालिका शक्ति ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५३ : संघ की कार्यपालिका शक्ति । १) संघ की कार्यपालिका शक्ति राष्ट्रपति में निहित होगाी और वह इसका प्रयोग इस संविधान के अनुसार स्वयं या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के द्वारा करेगा । २) पूर्वगामी उपबंध की व्यापकता पर प्रतिकूल प्रभाव…

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Constitution अनुच्छेद ५२ : भारत का राष्ट्रपति ।

भारत का संविधान भाग ५ : संघ : अध्याय १ : कार्यपालिका : राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति । अनुच्छेद ५२ : भारत का राष्ट्रपति । भारत का एक राष्ट्रपति होगा ।

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Constitution अनुच्छेद ५१-क : मूल कर्तव्य ।

भारत का संविधान १.भाग ४-क : मूल कर्तव्य : अनुच्छेद ५१-क : मूल कर्तव्य । भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होगा कि वह - क) संविधान का पालन करे और उसके आदशों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रगान का आदर करे; ख) स्वतंत्रता के…

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Constitution अनुच्छेद ५१ : अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृध्दि ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५१ : अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृध्दि । राज्य- क)अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृध्दि के, ख) राष्ट्रों के बीच न्यायसंगत और सम्मानपूर्ण संबंधों को बनाए रखने का, ग) संगठित लोगों के एक दूसरे से व्यवहारों में अंतर्राष्ट्रीय विधि और…

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Constitution अनुच्छेद ५० : कार्यपालिका से न्यायपालिका का पृथक्करण ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ५० : कार्यपालिका से न्यायपालिका का पृथक्करण । राज्य की लोक सेवाओं में, न्यायपालिका को कार्यपालिका से पृथक् करने के लिए राज्य कदम उठाएगा ।

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Constitution अनुच्छेद ४९ : राष्ट्रीय महत्व के संस्मारकों, स्थानों और वस्तुओं का संरक्षण ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४९ : राष्ट्रीय महत्व के संस्मारकों, स्थानों और वस्तुओं का संरक्षण । १.(संसद् द्वारा बनाई गई विधि द्वारा या उसके अधीन) राष्ट्रीय महत्व वाले १.(घोषित किए गए) कलात्मक या ऐतिहासिक अभिरूचि वाले प्रत्येक संस्मारक या स्थान या वस्तु का, यथास्थित, लुंठन,…

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Constitution अनुच्छेद ४८-क : पर्यावरण का संरक्षण तथा संवर्धन और वन तथा वन्यजीवों की रक्षा ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४८-क : १.(पर्यावरण का संरक्षण तथा संवर्धन और वन तथा वन्यजीवों की रक्षा । राज्य, देश के पर्यावरण के संरक्षण तथा संवर्धन का और वन वन्यजीवों की रक्षा करने का प्रयास करेगा ।) --------------- १.संविधान (बयालीसवां संशोधन) अधिनियम, १९७६ की धारा…

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Constitution अनुच्छेद ४८ : कृषि और पशुपालन का संगठन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४८ : कृषि और पशुपालन का संगठन । राज्य, कृषि और पशुपालन को आधुनिक और वैज्ञानिक प्रणालियों से संगठित करने का प्रयास करेगा और विशिष्टतया गायों और बछडों तथा अन्य दुधारू और वाहक पशुओं की नस्लों के परिरक्षण और सुधार के…

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Constitution अनुच्छेद ४७ : पोषाहार स्तर और जीवन स्तर को ऊंचा करने तथा लोक स्वास्थ्य का सुधार करने का राज्य का कर्तव्य ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४७ : पोषाहार स्तर और जीवन स्तर को ऊंचा करने तथा लोक स्वास्थ्य का सुधार करने का राज्य का कर्तव्य । राज्य, अपने लोगों के पोषाहार स्तर और जीवन स्तर को ऊंचा करने और लोक स्वास्थ्य के सुधार को अपने प्राथमिक…

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Constitution अनुच्छेद ४६ : अनुसूचित जातियों अनुसूचित जनजातियों और अन्य दुर्बल वर्गो के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितों की अभिवृध्दि ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४६ : अनुसूचित जातियों अनुसूचित जनजातियों और अन्य दुर्बल वर्गो के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितों की अभिवृध्दि । राज्य, जनता के दुर्बल वर्गो के, विशिष्टतया, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितों की विशेष सावधानी से…

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Constitution अनुच्छेद ४५ : छह वर्ष से कम आयु के बालकों के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था देख-रेख और शिक्षा का उपबंध ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४५ : १.(छह वर्ष से कम आयु के बालकों के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था देख-रेख और शिक्षा का उपबंध । राज्य, सभी बालकों के लिए छह वर्ष की आयु पूरी करने तक, प्रारंभिक बाल्यवस्था देख- रेख और शिक्षा देने के लिए उपबंध…

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Constitution अनुच्छेद ४४ : नागरिकों के लिए एक समान सिविल संहिता ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४४ : नागरिकों के लिए एक समान सिविल संहिता । राज्य, भारत के समस्त राज्यक्षेत्र में नागरिकों के लिए एकसमान सिविल संहिता प्राप्त कराने का प्रयास करेगा ।

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Constitution अनुच्छेद ४३-ख : सहकारी सोसाइटियों का संवर्धन ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ४३-ख : १.(सहकारी सोसाइटियों का संवर्धन । राज्य, सहकारी सोसाइटियों की स्वैच्छिक विरचना, उनके स्वशासी कार्यकरण, लोकतांत्रिक नियंत्रण और वृत्तिक प्रबंधन का संवर्धन करने का प्रयास करेगा ।) -------------- १.संविधान (सतानवेवां संशोधन) अधिनियम, २०११ की धारा ३ द्वारा (१५-२-२०१२ से) अंत:स्थापित…

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