Constitution अनुच्छेद ३५७ : अनुच्छेद ३५६ के अधीन की गई उद्घोषणा के अधीन विधायी शक्तियों का प्रयोग ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५७ : अनुच्छेद ३५६ के अधीन की गई उद्घोषणा के अधीन विधायी शक्तियों का प्रयोग । १)जहां अनुच्छेद ३५६ के खंड (१) के अधीन की गई उद्घोषणा द्वारा यह घोषणा की गई है कि राज्य के विधान- मंडल की शक्तियां संसद्…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५७ : अनुच्छेद ३५६ के अधीन की गई उद्घोषणा के अधीन विधायी शक्तियों का प्रयोग ।

Constitution अनुच्छेद ३५६ : राज्यों में सांविधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५६ : राज्यों में सांविधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध । १) यदि राष्ट्रपति का किसी राज्य के राज्यपाल १.(***) से प्रतिवेदन मिलने पर या अन्यथा, यह समाधान हो जाता है कि ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५६ : राज्यों में सांविधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध ।

Constitution अनुच्छेद ३५५ : बाह्य आक्रमण और आंतरिक अशांति से राज्य की संरक्षा करने का संघ का कर्तव्य ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५५ : बाह्य आक्रमण और आंतरिक अशांति से राज्य की संरक्षा करने का संघ का कर्तव्य । संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह बाह्य आक्रमण और आंतरिक अशान्ति से प्रत्येक राज्य की संरक्षा करे और प्रत्येक राज्य की सरकार का…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५५ : बाह्य आक्रमण और आंतरिक अशांति से राज्य की संरक्षा करने का संघ का कर्तव्य ।

Constitution अनुच्छेद ३५४ : जब आपात की उद्घोषणा प्रवर्तन में है तब राजस्वों के वितरण संबंधी उपबंधों का लागू होना ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५४ : जब आपात की उद्घोषणा प्रवर्तन में है तब राजस्वों के वितरण संबंधी उपबंधों का लागू होना । १) जब आपात की उद्घोषणा प्रवर्तन में है तब राष्ट्रपति, आदेश द्वारा, यह निदेश दे सकेगा कि इस संविधान के अनुच्छेद २६८…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५४ : जब आपात की उद्घोषणा प्रवर्तन में है तब राजस्वों के वितरण संबंधी उपबंधों का लागू होना ।

Constitution अनुच्छेद ३५३ : आपात की उद्घोषणा का प्रभाव ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५३ : आपात की उद्घोषणा का प्रभाव । जब आपात की उद्घोषणा प्रवर्तन में है तब - क) संविधान में किसी बात के होते हुए भी, संघ की कार्यपालिका शक्ति का विस्तार किसी राज्य को इस बारे में निदेश देने तक…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५३ : आपात की उद्घोषणा का प्रभाव ।

Constitution अनुच्छेद ३५२ : आपात की उद्घोषणा ।

भारत का संविधान भाग १८ : आपात उपबंध : अनुच्छेद ३५२ : आपात की उद्घोषणा । १)यदि राष्ट्रपति का यह समाधान हो जाता है कि गंभीर आपात विद्यमान है जिससे युध्द या बाह्य आक्रमण या १.(सशस्त्र विद्रोह ) के कारण भारत या उसके राज्यक्षेत्र के…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५२ : आपात की उद्घोषणा ।

Constitution अनुच्छेद ३५१ : हिन्दी भाषा के विकास के लिए निदेश ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५१ : हिन्दी भाषा के विकास के लिए निदेश । संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिन्दी भाषा का प्रसार बढाए, उसका विकास करे जिससे वह भारत की सामासिक संस्कृति के सभी तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके और…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५१ : हिन्दी भाषा के विकास के लिए निदेश ।

Constitution अनुच्छेद ३५०ख : भाषाई अल्पसंख्यक – वर्गों के लिए विशेष अधिकारी ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५०ख : १.(भाषाई अल्पसंख्यक - वर्गों के लिए विशेष अधिकारी । १)भाषाई अल्पसंख्यक- वर्गों के लिए एक विशेष अधिकारी होगा जिसे राष्ट्रपति नियुक्त करेगा । २) विशेष अधिकारी का यह कर्तव्य होगा कि वह इस संविधान के अधीन भाषाई अल्पसंख्यक-वर्गों के…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५०ख : भाषाई अल्पसंख्यक – वर्गों के लिए विशेष अधिकारी ।

Constitution अनुच्छेद ३५०क : प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की सुविधाएं ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३५०क : १(प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की सुविधाएं । प्रत्येक राज्य और राज्य के भीतर प्रत्येक स्थानीय प्राधिकारी भाषाई अल्पसंख्यक-वर्गों के बालकों को शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५०क : प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की सुविधाएं ।

Constitution अनुच्छेद ३५० : व्यथा के निवारण के लिए अभ्यावेदन में प्रयोग की जाने वाली भाषा ।

भारत का संविधान अध्याय ४ : विशेष निदेश : अनुच्छेद ३५० : व्यथा के निवारण के लिए अभ्यावेदन में प्रयोग की जाने वाली भाषा । प्रत्येक व्यक्ति किसी व्यथा के निवारण के लिए संघ या राज्य के किसी अधिकारी या प्राधिकारी को, यथास्थिति, संघ में…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३५० : व्यथा के निवारण के लिए अभ्यावेदन में प्रयोग की जाने वाली भाषा ।

Constitution अनुच्छेद ३४९ : भाषा से संबंधिक कुछ विधियां अधिनियमित करने के लिए विशेष प्रक्रिया ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३४९ : भाषा से संबंधिक कुछ विधियां अधिनियमित करने के लिए विशेष प्रक्रिया । इस संविधान के प्रारंभ से पन्द्रह वर्ष की अवधि के दौरान, अनुच्छेद ३४८ के खंड (१) में उल्लिखित किसी प्रयोजन के लिए प्रयोग की जाने वाली भाषा…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४९ : भाषा से संबंधिक कुछ विधियां अधिनियमित करने के लिए विशेष प्रक्रिया ।

Constitution अनुच्छेद ३४८ : उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों में और अधिनियमों, विधेयकों आदि के लिए प्रयोग की जाने वाली भाषा ।

भारत का संविधान अध्याय ३ : उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालयों आदि की भाषा : अनुच्छेद ३४८ : उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों में और अधिनियमों, विधेयकों आदि के लिए प्रयोग की जाने वाली भाषा । १)इस भाग के पूर्वगामी उपबंधों में किसी बात के होते…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४८ : उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों में और अधिनियमों, विधेयकों आदि के लिए प्रयोग की जाने वाली भाषा ।

Constitution अनुच्छेद ३४७ : किसी राज्य की जनसंख्या के किसी अनुभाग द्वारा बोली जाने वाली भाषा के संबंध में विशेष उपबंध ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३४७ : किसी राज्य की जनसंख्या के किसी अनुभाग द्वारा बोली जाने वाली भाषा के संबंध में विशेष उपबंध । यदि इस निमित्त मांग किए जाने राष्ट्रपति का यह समाधान हो जाता है कि किसी राज्य की जनसंख्या का पर्याप्त भाग…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४७ : किसी राज्य की जनसंख्या के किसी अनुभाग द्वारा बोली जाने वाली भाषा के संबंध में विशेष उपबंध ।

Constitution अनुच्छेद ३४६ : एक राज्य और दूसरे राज्य के बीच या किसी राज्य और संघ के बीच पत्रादि की राजभाषा ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३४६ : एक राज्य और दूसरे राज्य के बीच या किसी राज्य और संघ के बीच पत्रादि की राजभाषा । संघ में शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग किए जाने के लिए तत्समय प्राधिकृत भाषा, एक राज्य और दूसरे राज्य के बीच…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४६ : एक राज्य और दूसरे राज्य के बीच या किसी राज्य और संघ के बीच पत्रादि की राजभाषा ।

Constitution अनुच्छेद ३४५ : राज्य की राजभाषा या राजभाषाएं ।

भारत का संविधान अध्याय २ : प्रादेशिक भाषाएं : अनुच्छेद ३४५ : राज्य की राजभाषा या राजभाषाएं । अनुच्छेद ३४६ और अनुच्छेद ३४७ के उपबंधों के अधीन रहते हुए, किसी राज्य का विधान- मंडल, विधि द्वारा, उस राज्य में प्रयोग होने वाली भाषाओं में से…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४५ : राज्य की राजभाषा या राजभाषाएं ।

Constitution अनुच्छेद ३४४ : राजभाषा के संबंध में आयोग और संसद् की समिति ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३४४ : राजभाषा के संबंध में आयोग और संसद् की समिति । १)राष्ट्रपति, इस संविधान के प्रारंभ से पांच वर्ष की समाप्ति पर और पत्पश्चात् ऐसे प्रारंभ से दस वर्ष की समाप्ति पर, आदेश द्वारा, एक आयोग गठित करेगा जो एक…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४४ : राजभाषा के संबंध में आयोग और संसद् की समिति ।

Constitution अनुच्छेद ३४३ : संघ की राजभाषा ।

भारत का संविधान भाग १७ : राजभाषा : अध्याय १ : संघ की भाषा : अनुच्छेद ३४३ : संघ की राजभाषा । १) संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी । संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का रूप भारतीय…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४३ : संघ की राजभाषा ।

Constitution अनुच्छेद ३४२क : सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछडे वर्ग :

भारत का संविधान अनुच्छेद ३४२क : १.(सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछडे वर्ग : १) राष्ट्रपति, किसी राज्य या संघ राज्यक्षेत्र के संबंध में और जहां वह राज्य है, वहां उसके राज्यपाल से परामर्श करने के पश्चात् लोक अधिसूचना द्वारा, २.(केन्द्रीय सूची में सामाजिक और…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४२क : सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछडे वर्ग :

Constitution अनुच्छेद ३४२ : अनुसूचित जनजातियां ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३४२ : अनुसूचित जनजातियां । १)राष्ट्रपति, १(किसी राज्य २(या संघ राज्यक्षेत्र ) के संबंध में और जहां वहां ३.(***) राज्य है वहां उसके राज्यपाल से ४.(***) परामर्श करने के पश्चात्) ५.लोक अधिसूचना द्वारा, उन जनजातियों या जनजाति समुदायों अथवा जनजातियों या…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४२ : अनुसूचित जनजातियां ।

Constitution अनुच्छेद ३४१ : अनुसूचित जातियां ।

भारत का संविधान अनुच्छेद ३४१ : अनुसूचित जातियां । १)राष्ट्रपति, १.(किसी राज्य २.( या संघ राज्यक्षेत्र) के संबंध में और जहां वह ३.(***) राज्य है वहां उसके राज्यपाल ४.(***) से परामर्श करने के पश्चात्) लोक ५.(अधिसूचना) द्वारा, उन जातियों, मूलवंशों या जनजातियों, अथवा जातियों, मूलवंशों…

Continue ReadingConstitution अनुच्छेद ३४१ : अनुसूचित जातियां ।