JJ act 2015 धारा ६ : उस व्यक्ति का स्थानन, जिसने अपराध तब किया था जब वह व्यक्ति अठारह वर्ष से कम आयु का था ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा ६ : उस व्यक्ति का स्थानन, जिसने अपराध तब किया था जब वह व्यक्ति अठारह वर्ष से कम आयु का था । १) ऐसा कोई व्यक्ति, जिसने अठारह वर्ष की आयु पूरी कर ली है और उसे उस समय जब…

Continue ReadingJJ act 2015 धारा ६ : उस व्यक्ति का स्थानन, जिसने अपराध तब किया था जब वह व्यक्ति अठारह वर्ष से कम आयु का था ।

JJ act 2015 धारा ५ : उस व्यक्ति का स्थानन, जो जांच की प्रक्रिया के दौरान बालक नहीं रह जाता है ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा ५ : उस व्यक्ति का स्थानन, जो जांच की प्रक्रिया के दौरान बालक नहीं रह जाता है । जहां किसी बालक के संबंध में इस अधिनियम के अधीन जांच आरंभ कर दी गई है और ऐसी जांच के दौरान वह…

Continue ReadingJJ act 2015 धारा ५ : उस व्यक्ति का स्थानन, जो जांच की प्रक्रिया के दौरान बालक नहीं रह जाता है ।

JJ act 2015 धारा ४ : किशोर न्यायिक बोर्ड ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ अध्याय ३ : किशोर न्यायिक बोर्ड : धारा ४ : किशोर न्यायिक बोर्ड । १)दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) में अंतर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी, राज्य सरकार, प्रत्येक जिले में एक या अधिक किशोर न्याय बोर्डों को,…

Continue ReadingJJ act 2015 धारा ४ : किशोर न्यायिक बोर्ड ।

JJ act 2015 धारा ३ : अधिनियम के प्रशासन में अनुसरित किए जाने वाले साधारण सिद्धांत ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ अध्याय २ : बालकों की देखरेख और संरक्षण के साधारण सिद्धांत : धारा ३ : अधिनियम के प्रशासन में अनुसरित किए जाने वाले साधारण सिद्धांत । यथास्थिति, केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकारें, १.(बोर्ड, समिती या) अन्य अभिकरण इस अधिनियम के उपबंधों को…

Continue ReadingJJ act 2015 धारा ३ : अधिनियम के प्रशासन में अनुसरित किए जाने वाले साधारण सिद्धांत ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा २ : परिभाषाएं ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा २ : परिभाषाएं । इस अधिनियम में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो,- १) परित्यक्त बालक से अपने जैविक या दत्तक माता-पिता या संरक्षक द्वारा अभित्यक्त ऐसा बालक अभिप्रेत है जिसे समिति द्वारा सम्यक् जांच के पश्चात्…

Continue Readingकिशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा २ : परिभाषाएं ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा १ : संक्षिप्त नाम, विस्तार प्रारंभ और लागू होना ।

किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम, २०१५ (२०१६ का अधिनियम संख्यांक २) (३१ दिसम्बर, २०१५) विधि के उल्लंघन के अभिकथित और उल्लंघन करते पाए जाने वाले बालकों और देखरेख तथा संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों से संबंधित विधि का समेकन और संशोधन करने…

Continue Readingकिशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा १ : संक्षिप्त नाम, विस्तार प्रारंभ और लागू होना ।

Constitution परिशिष्ट २ : संविधान (जम्मू और कश्मीर में लागू) आदेश २०१९

भारत का संविधान परिशिष्ट २ : १.(संविधान (जम्मू और कश्मीर में लागू) आदेश २०१९) सी.ओ. २७२ संविधान के अनुच्छेद ३७० के खंड (१) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति, जम्मू और कश्मीर राज्य सरकार की सहमति से निम्नलिखित आदेश करते है :- १.(१)…

Continue ReadingConstitution परिशिष्ट २ : संविधान (जम्मू और कश्मीर में लागू) आदेश २०१९

Constitution परिशिष्ट १ : संविधान (एक सौवा संशोधन) अधिनियम २०१५ :

भारत का संविधान परिशिष्ट १ : संविधान (एक सौवा संशोधन) अधिनियम २०१५ : (२८ मई २०१५) भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार के बीच किए गए करार और उसके प्रोटाकाल के अनुसरण में राज्यक्षेत्रों का भारत द्वारा अर्जन किए जाने और कतिपय राज्यक्षेत्रों का बांग्लादेश को…

Continue ReadingConstitution परिशिष्ट १ : संविधान (एक सौवा संशोधन) अधिनियम २०१५ :

Constitution बारहवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४३ब) :

भारत का संविधान १.(बारहवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४३ब) : १) नगरीय योजना जिसके अंतर्गत नगर योजना भी है । २) भूमि उपयोग का विनियमन और भवनों का निर्माण । ३) आर्थिक और सामाजिक विकास योजना । ४) सडकें और पुल । ५) घरेलू, औद्योगिक और…

Continue ReadingConstitution बारहवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४३ब) :

Constitution ग्यारहवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४३छ) :

भारत का संविधान १.(ग्यारहवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४३छ) : १) कृषि, जिसके अंतर्गत कृषि-विस्तार है । २) भूमि विकास, भूमि सुधार का कार्यान्वयन, चकबंदी और भूमि संरक्षण । ३) लघु सिंचाई, जल प्रबंध और जलविभाजक क्षेत्र का विकास । ४) पशुपालन, डेरी उद्योग और कुक्कुट-पालन…

Continue ReadingConstitution ग्यारहवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४३छ) :

Constitution दसवीं अनुसूची : (अनुच्छेद १०२(२) और अनुच्छेद १९१(२))

भारत का संविधान १.(दसवीं अनुसूची : (अनुच्छेद १०२(२) और अनुच्छेद १९१(२)) दल परिवर्तन के आधार पर निरर्हता के बारे में उपबंध : परिच्छेद १ : निर्वचन : इस अनुसूची में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - क) सदन से, संसद् का…

Continue ReadingConstitution दसवीं अनुसूची : (अनुच्छेद १०२(२) और अनुच्छेद १९१(२))

Constitution नौवीं अनुसूची : (अनुच्छेद ३१ख) :

भारत का संविधान १.(नौवीं अनुसूची : (अनुच्छेद ३१ख) : १) बिहार भूमि सुधार अधिनियम १९५० (१९५० का बिहार अधिनियम ३०) । २) मुंबई अभिधृति और कृषि भूमि अधिनियम १९४८ (१९४८ का मुंबई अधिनियम ६७) । ३) मुंबई मालिकी भूधृति उत्सादन अधिनियम १९४९ (१९४९ का मुंबई…

Continue ReadingConstitution नौवीं अनुसूची : (अनुच्छेद ३१ख) :

Constitution आठवीं अनुसूची : (अनुच्छेद ३४४(१) और अनुच्छेद ३५१) :

भारत का संविधान आठवीं अनुसूची : (अनुच्छेद ३४४(१) और अनुच्छेद ३५१) : भाषाएं : १) असमिया । २) बंगला । १.(३) बोडो । ४) डोगरी ।) २.(५)) गुजराती । ३.(६)) हिन्दी । ३.(७)) कन्नड । ३.(८)) कश्मीरी । ४.(३.(९)) कोंकणी ।) १.(१०) मैथिली ।) ५.(११))…

Continue ReadingConstitution आठवीं अनुसूची : (अनुच्छेद ३४४(१) और अनुच्छेद ३५१) :

Constitution सातवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४६)

भारत का संविधान सातवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४६) सूची १ - संघ सूची : १) भारत की और उसके प्रत्येक भाग की रक्षा, जिसके अंतर्गत रक्षा के लिए तैयारी और ऐसे सभी कार्य है, जो युद्ध के समय युद्ध के संचालन और उसकी समाप्ति के…

Continue ReadingConstitution सातवीं अनुसूची : (अनुच्छेद २४६)

Constitution छठी अनुसूची : (अनुच्छेद २४४(२) और अनुच्छेद २७५(१))

भारत का संविधान छठी अनुसूची : (अनुच्छेद २४४(२) और अनुच्छेद २७५(१)) १.(असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम राज्यों) के जनजाति क्षेत्रों के प्रशासन के बारे में उपबंध : २.(परिच्छेद १ : स्वशासी जिले और स्वशासी प्रदेश : १) इस पैरा के उपबंधों के अधीन रहते हुए,…

Continue ReadingConstitution छठी अनुसूची : (अनुच्छेद २४४(२) और अनुच्छेद २७५(१))

Constitution पांचवी अनुसूची : (अनुच्छेद २४४ (१))

भारत का संविधान पांचवी अनुसूची : (अनुच्छेद २४४ (१)) अनुसूचित क्षेत्रों और अनुसूचित जनजातियों के प्रशासन और नियंत्रण के बारे में उपबंध : भाग क साधारण : १) निर्वचन : इस अनुसूची में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, राज्य पर के…

Continue ReadingConstitution पांचवी अनुसूची : (अनुच्छेद २४४ (१))

Constitution चौथी अनुसूची : (अनुच्छेद ४(१) और अनुच्छेद ८०(२))

भारत का संविधान १.(चौथी अनुसूची : (अनुच्छेद ४(१) और अनुच्छेद ८०(२)) राज्य सभा में स्थानों का आबंटन : निम्नलिखित सारणी के पहले स्तंभ में विनिर्दिष्ट प्रत्येक राज्य या संघ राज्यक्षेत्र को उतने स्थान आंबटित किए जाएंगे जितने उसके दूसरे स्तंभ में, यथास्थिति, उस राज्य या…

Continue ReadingConstitution चौथी अनुसूची : (अनुच्छेद ४(१) और अनुच्छेद ८०(२))

Constitution तीसरी अनुसूची : अनुच्छेद ७५(४), ९९, १२४(६), १४८(२), १६४(३), १८८ और २१९ :

भारत का संविधान तीसरी अनुसूची : *.(अनुच्छेद ७५(४), ९९, १२४(६), १४८(२), १६४(३), १८८ और २१९) : शपथ या प्रतिज्ञान के प्ररुप : एक : संघ के मंत्री के लिए पद की शपथ का प्ररुप :- मैं, अमुक, ईश्वर की शपथ लेता हूं / सत्यनिष्ठा से…

Continue ReadingConstitution तीसरी अनुसूची : अनुच्छेद ७५(४), ९९, १२४(६), १४८(२), १६४(३), १८८ और २१९ :

Constitution दुसरी अनुसूची : (अनुच्छेद ५९(३), ६५(३), ७५(६), ९७, १२५, १४८(३), १५८(३), १६४(५), १८६ और २२१)

भारत का संविधान दुसरी अनुसूची : (अनुच्छेद ५९(३), ६५(३), ७५(६), ९७, १२५, १४८(३), १५८(३), १६४(५), १८६ और २२१) भाग क : राष्ट्रपति और १.(***) राज्यों के राज्यपालों के बारे में उपबंध : १) राष्ट्रपति और १.(***) राज्यों के राज्यपालों को प्रति मास निम्नलिखित उपलब्धियों का…

Continue ReadingConstitution दुसरी अनुसूची : (अनुच्छेद ५९(३), ६५(३), ७५(६), ९७, १२५, १४८(३), १५८(३), १६४(५), १८६ और २२१)

Constitution पहली अनुसूची : (अनुच्छेद १ और अनुच्छेद ४) १) राज्य :

भारत का संविधान १.(पहली अनुसूची : (अनुच्छेद १ और अनुच्छेद ४) १) राज्य : १) आंध्र प्रदेश : २.(वे राज्यक्षेत्र जो आंध्र राज्य अधिनियम १९५३ की धारा ३ की उपधारा (१) में, राज्य पुनर्गठन अधिनियम १९५६ की धारा ३ की उपधारा (१) में, आंध्र प्रदेश…

Continue ReadingConstitution पहली अनुसूची : (अनुच्छेद १ और अनुच्छेद ४) १) राज्य :