SCST Act 1989 धारा १४ : विशेष न्यायालय और अनन्य विशेष न्यायालय ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ अध्याय ४ : विशेष न्यायालय : धारा १४ : १.(विशेष न्यायालय और अनन्य विशेष न्यायालय । १) शीघ्र विचारण का उपबंध करने के प्रयोजन के लिए, राज्य सरकार उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति की सहमति से, राजपत्र में अधिसूचना…

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SCST Act 1989 धारा १३ : धारा १० के अधीन के अननुपालन के लिए शास्ति ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा १३ : धारा १० के अधीन के अननुपालन के लिए शास्ति । व्यक्ति, जो धारा १० के अधीन किए गए विशेष न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करेगा, कारावास से, जिसकी अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी, और…

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SCST Act 1989 धारा १२ : ऐसे व्यक्तियों के, जिनके विरुद्ध धारा १० के अधीन आदेश किया गया है, माप और फोटो आदि लेना ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा १२ : ऐसे व्यक्तियों के, जिनके विरुद्ध धारा १० के अधीन आदेश किया गया है, माप और फोटो आदि लेना । १) प्रत्येक ऐसा व्यक्ति, जिसके विरुद्ध धारा १० के अधीन आदेश किया गया है, विशेष न्यायालय द्वारा…

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SCST Act 1989 धारा ११ : किसी व्यक्ति द्वारा संबंधित क्षेत्र से हटने में असफल रहने और वहां से हटने के पश्चात् उसमें प्रवेश करने की दशा में प्रक्रिया ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा ११ : किसी व्यक्ति द्वारा संबंधित क्षेत्र से हटने में असफल रहने और वहां से हटने के पश्चात् उसमें प्रवेश करने की दशा में प्रक्रिया । १) यदि कोई व्यक्ति जिससे धारा १० के अधीन किसी क्षेत्र से…

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SCST Act 1989 धारा १० : ऐसे व्यक्ति को हटाया जाना जिसके द्वारा अपराध किए जाने की संभावना है ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ अध्याय ३ : निष्कासन : धारा १० : ऐसे व्यक्ति को हटाया जाना जिसके द्वारा अपराध किए जाने की संभावना है । १) जहां विशेष न्यायालय का, परिवाद या पुलिस रिपोर्ट पर, यह समाधान हो जाताहै कि संभाव्यता है…

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SCST Act 1989 धारा ९ : शक्तियों का प्रदान किया जाना ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा ९ : शक्तियों का प्रदान किया जाना । १) संहिता में या इस अधिनियम के किसी अन्य उपबन्ध में किसी बात के होते हुए भी, यदि राज्य सरकार ऐसा करना आवश्यक या समीचीन समझती है, तो वह -…

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SCST Act 1989 धारा ८ : अपराधों के बारे में उपधारणा ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा ८ : अपराधों के बारे में उपधारणा । इस अध्याय के अधीन किसी अपराध के लिए अभियोजन में, यदि यह साबित हो जाता है कि- क) अभियुक्त ने इस अध्याय के अधीन अपराध करने के १.(अभियुक्त व्यक्ति द्वारा…

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SCST Act 1989 धारा ७ : कतिपय (कुछ) व्यक्तियों को संपत्ति का समपहरण ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा ७ : कतिपय (कुछ) व्यक्तियों को संपत्ति का समपहरण । १) जहां कोई व्यक्ति इस अध्याय के अधीन दंडनीय किसी अपराध के लिए दोषसिद्ध किया गया है, वहां विशेष न्यायालय, कोई दंड देने के अतिरिक्त, लिखित रुप में…

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SCST Act 1989 धारा ६ : भारतीय दंड संहिता के कतिपय (कुछ) उपबंधो को लागू होना ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा ६ : भारतीय दंड संहिता के कतिपय (कुछ) उपबंधो को लागू होना । इस अधिनियम के अन्य उपबंधों के अधीन रहते हुए, भारतीय दंड संहिता (१८६० का ४५) की धारा ३४, अध्याय ३, अध्याय ४, अध्याय ५, अध्याय…

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SCST Act 1989 धारा ५ : पश्चातवर्ती दोषसिद्धि के लिए वर्धित दंड ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा ५ : पश्चातवर्ती दोषसिद्धि के लिए वर्धित दंड । कोई व्यक्ति, जो इस अध्याय के अधीन किसी अपराध के लिए पहले ही दोषसिद्ध हो चुका है, दूसरे अपराध या उसके पश्चातवर्ती किसी अपराध के लिए दोषसिद्ध किया जाता…

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SCST Act 1989 धारा ४ : कर्तव्य उपेक्षा के लिए दंड ।

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा ४ : १.(कर्तव्य उपेक्षा के लिए दंड । १) कोई भी लोक सेवक, जो अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का सदस्य नहीं है, इस अधिनियम और उसके अधीन बनाए गए नियमों के अधीन उसके द्वारा पालन किए जाने…

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SCST Act 1989 धारा ३ : अत्याचार के अपराधों के लिए दंड :

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ अध्याय २ : अत्याचार के अपराध : धारा ३ : अत्याचार के अपराधों के लिए दंड : १.(१) कोई भी व्यक्ति, जो अनुसूचित जाती या अनुसूचित जनजाति का सदस्य नहीं है, - (a) क) अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति…

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SCST Act 1989 धारा २ : परिभाषाएं :

अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम १९८९ धारा २ : परिभाषाएं : १) इस अधिनियम में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो,- (a) क) अत्याचार से धारा ३ के अधीन दंडनीय अपराध अभिप्रेत है; (b) ख) संहिता से दंड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४…

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SCST Act 1989 धारा १ : संक्षिप्त नाम, विस्तार और प्रारंभ :

अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम १९८९ अध्याय १ : प्रारंभिक : धारा १ : संक्षिप्त नाम, विस्तार और प्रारंभ : अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के सदस्यों पर अत्याचार का अपराध करने का निवारण करने के लिए, ऐसे अपराधों के निवारण के…

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JJ act 2015 धारा ११२ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा ११२ : कठिनाइयों को दूर करने की शक्ति । १) यदि इस अधिनियम के उपबंधो को प्रभावी करने में कोई कठिनाई उत्पन्न होती है तो केन्द्रीय सरकार, आदेश द्वारा, जो इस अधिनियम के उपबंधो से असंगत न हो, उस कठिनाई…

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JJ act 2015 धारा १११ : निरसन और व्यावृति ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा १११ : निरसन और व्यावृति । १) किशोर न्याय (बालकों की देखरेख आर संरक्षण) अधिनियम, २००० ( २००० का ५६) इसके द्वारा निरसित किया जाता है । २) ऐसे निरसन के होते हुए भी उक्त अधिनियम के अधीन की गई…

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JJ act 2015 धारा ११० : नियम बनाने की शक्ति ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा ११० : नियम बनाने की शक्ति । १) राज्य सरकार, इस अधिनियम के प्रयोजनों को कार्यान्वित करने के लिए, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, नियम बना सकेगी : परन्तु केन्द्रीय सरकार ऐसे सभी या किन्हीं विषयों की बाबत माडल नियम विरचित…

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JJ act 2015 धारा १०९ : अधिनियम के कार्यान्वयन को मानीटर करना ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा १०९ : अधिनियम के कार्यान्वयन को मानीटर करना । १) बालक अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम, २००५ (२००६ का ४ ) की, यथास्थिति, धारा ३ के अधीन गठित राष्ट्रीय बालक अधिकार संरक्षण आयोग और धारा १७ के अधीन गठित राज्य बालक…

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JJ act 2015 धारा १०८ : अधिनियम के बारे में लोक जागरुकता ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा १०८ : अधिनियम के बारे में लोक जागरुकता । केन्द्रीय सरकार और प्रत्येक राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित आवश्यक उपाय करेगी कि, - क) इस अधिनियम के उपबंधों का मीडिया, जिसके अंतर्गत टेलीविजन, रेडियो और qप्रट मीडिया…

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JJ act 2015 धारा १०७ : बाल कल्याण पुलिस अधिकारी और विशेष किशोर पुलिस एकक ।

किशोर न्याय अधिनियम २०१५ धारा १०७ : बाल कल्याण पुलिस अधिकारी और विशेष किशोर पुलिस एकक । १) प्रत्येक पुलिस स्टेशन में सहायक उपनिरीक्षक से अन्यून पंक्ति के कम से कम एक अधिकारी को, जिसके पास योग्यता, समुचित प्रशिक्षण और स्थिति ज्ञान हो, पुलिस, स्वैच्छिक…

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