Bnss धारा ११२ : भारत के बाहर किसी देश या स्थान में अन्वेषण के लिए सक्षम प्राधिकारी को अनुरोध-पत्र :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११२ : भारत के बाहर किसी देश या स्थान में अन्वेषण के लिए सक्षम प्राधिकारी को अनुरोध-पत्र : १) यदि किसी अपराध के अन्वेषण के अनुक्रम में अन्वेषण अधिकारी या अन्वेषण अधिकारी की पंक्ति से वरिष्ठ कोई अधिकारी यह…

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Bnss धारा १११ : परिभाषाएँ :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय ८ : कुछ मामलों में सहायता के लिए व्यतिकारी (पारस्पारिक / आपसी) व्यवस्था तथा संपत्ति की कुर्की और समपहरण के लिए प्रक्रिया : धारा १११ : परिभाषाएँ : इस अध्याय में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न…

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Bnss धारा ११० : आदेशिकोओं के बारे में व्यतिकारी (पारस्परिक / आपसी) व्यवस्था :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११० : आदेशिकोओं के बारे में व्यतिकारी (पारस्परिक / आपसी) व्यवस्था : १) जहाँ उन राज्यक्षेत्रों का कोई न्यायालय, जिन पर इस संहिता का विस्तार है (जिन्हें इसके पश्चात् इस धारा में उक्त राज्यक्षेत्र कहा गया है ) यह…

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Bnss धारा १०९ : पेश की गई दस्तावेज आदि, को परिबद्ध (जब्त )करने की शक्ती :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०९ : पेश की गई दस्तावेज आदि, को परिबद्ध (जब्त )करने की शक्ती : यदि कोई न्यायालय ठिक समझता है, तो वह किसी दस्तावेज या चीज को, जो इस संहिता के अधीन उसके समक्ष पेश की गई है, परिबद्ध…

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Bnss धारा १०८ : मजिस्ट्रेट अपनी उपस्थिति में तलाशी ली जाने का निदेश दे सकता है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०८ : मजिस्ट्रेट अपनी उपस्थिति में तलाशी ली जाने का निदेश दे सकता है : कोई मजिस्ट्रेट किसी स्थान की, जिसकी तलाशी के लिए वह तलाशी वारण्ट जारी करने के लिए सक्षम है, अपनी उपस्थिती में तलाशी ली जाने…

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Bnss धारा १०७ : संपत्ति की कुर्की, अभिग्रहण, जब्ती या वापसी :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०७ : संपत्ति की कुर्की, अभिग्रहण, जब्ती या वापसी : १) जहां कोई पुलिस अधिकारी को अन्वेषण करते समय यह विश्वास करने का कारण है कि कोई संपत्ति प्रत्यक्षत: या अप्रत्यक्षत: किसी अपराधी क्रियाकलाप के परिणामस्वरुप या किसी अपराध…

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Bnss धारा १०६ : कुछ संपत्ति को अभिगृहित (जब्त) करने की पुलिस अधिकारी की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०६ : कुछ संपत्ति को अभिगृहित (जब्त) करने की पुलिस अधिकारी की शक्ति : १) कोई पुलिस अधिकारी किसी ऐसी संपत्ति को, अभिगृहित कर सकता है जिसके बारें में यह अभिकथन या संदेह है कि वह चुराई हुई है…

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Bnss धारा १०५ : श्रव्य-दृश्य इलैक्ट्रानिक साधनों के माध्यम से तलाशी और अभिग्रहण (जब्ती) का अभिलेख करना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ (D) ग - प्रकिर्ण : धारा १०५ : श्रव्य-दृश्य इलैक्ट्रानिक साधनों के माध्यम से तलाशी और अभिग्रहण (जब्ती) का अभिलेख करना : इस अध्याय या धारा १८५ के अधीन किसी संपत्ति, वस्तु या चीज के स्थान की तलाशी करने या…

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Bnss धारा १०४ : अधिकारिता के परे तलाशी में पाई गई चीजों का व्ययन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०४ : अधिकारिता के परे तलाशी में पाई गई चीजों का व्ययन : जब तलाशी वारण्ट को किसी ऐसे स्थान में निष्पादित करने में, जो उस न्यायालय की जिसने उसे जारी किया है, स्थानीय अधिकारिता से परे है, उन…

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Bnss धारा १०३ : बंद स्थान के भारसाधक व्यक्ति तलाशी लेने देंगे :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०३ : बंद स्थान के भारसाधक व्यक्ति तलाशी लेने देंगे : १) जब कभी इस अध्याय के अधीन तलाशी लिए जाने या निरीक्षण किए जाने वाला काई स्थान बंद है तब उस स्थान में निवास करने वाला या उसका…

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Bnss धारा १०२ : तलाशी वारण्टों का निदेशन आदि :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ (c) ग - तलाशी संबंधी साधारण उपबंध : धारा १०२ : तलाशी वारण्टों का निदेशन आदि : धारा ३२, ७२, ७४, ७६, ७९, ८० और ८१ के उपबंध जहाँ तक हो सके, उन सब तलाशी-वारण्टों को लागू होंगे जो धारा…

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Bnss धारा १०१ : अपऱ्हत स्त्रियों का वापस करने के लिए विवश करने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०१ : अपऱ्हत स्त्रियों का वापस करने के लिए विवश करने की शक्ति : किसी स्त्री किसी बालिका के किसी विधिविरुद्ध प्रयोजन के लिए अपऱ्हत किए जाने या विधिविरुद्ध निरुद्ध रखे जाने का शपथ पर परिवाद किए जाने की…

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Bnss धारा १०० : सदोष परिरुद्द (कैद रखना) व्यक्तियों के लिए तलाशी :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १०० : सदोष परिरुद्द (कैद रखना) व्यक्तियों के लिए तलाशी : यदि किसी जिला मजिस्ट्रेट, उपखण्ड मजिस्ट्रेट या प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट को यह विश्वास करने का कारण है कि कोई व्यक्ति ऐसी परिस्थितियों में परिरुद्द (कैद) है, जिमें वह…

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Bnss धारा ९९ : समपहरण (जब्ती) की घोषणा को अपास्त (रद्द करना) करने के लिए उच्च न्यायालय में आवेदन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ९९ : समपहरण (जब्ती) की घोषणा को अपास्त (रद्द करना) करने के लिए उच्च न्यायालय में आवेदन : १) किसी ऐसे समाचारपत्र, पुस्तक या अन्य दस्तावेज में, जिसके बारे में धारा ९८ के अधीन समपहरण की घोषणा की गई…

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Bnss धारा ९८ : कुछ प्रकाशनों के समपह्रत (जब्त करना) होने की घोषणा करने और उनके लिए तलाशी वारण्ट जारी करने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ९८ : कुछ प्रकाशनों के समपह्रत (जब्त करना) होने की घोषणा करने और उनके लिए तलाशी वारण्ट जारी करने की शक्ति : १) जहाँ राज्य सरकार को प्रतीत होता है कि - (a) क) किसी समाचारपत्र या पुस्तक में;…

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Bnss धारा ९७ : जिसमें चुराई हुई संपत्ति, कूटरचित दस्तावेज आदि होने का संदेह है, उस स्थान की तलाशी :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ९७ : जिसमें चुराई हुई संपत्ति, कूटरचित दस्तावेज आदि होने का संदेह है, उस स्थान की तलाशी : १) यदि जिला मजिस्ट्रेट, उपखण्ड मजिस्ट्रेट या प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट को इत्तिला मिलने पर और ऐसी जाँच के पश्चात् जैसी वह…

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Bnss धारा ९६ : तलाशी-वारण्ट कब जारी किया जा सकता है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ (B) ख - तलाशी-वारण्ट : धारा ९६ : तलाशी-वारण्ट कब जारी किया जा सकता है : १) जहाँ - (a) क) किसी न्यायालय को यह विश्वास करने का कारण है कि वह व्यक्ती, जिसको धारा ९४ के अधीन समन या…

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Bnss धारा ९५ : पत्रों के सम्बन्ध में प्रक्रिया :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ९५ : पत्रों के सम्बन्ध में प्रक्रिया : १) यदि किसी जिला मजिस्ट्रेट, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सेशन न्यायालय या उच्च न्यायालय की राय में किसी डाक प्राधिकारी की अभिरक्षा की कोई दस्तावेज, पार्सल या चीज इस संहिता के अधीन…

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Bnss धारा ९४ : दस्तावेज या अन्य चीज पेश करने के लिए समन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय ७ : चीजें पेश करने को विवश करने के लिए आदेशिकाएँ : क - पेश करने के लिए समन : धारा ९४ : दस्तावेज या अन्य चीज पेश करने के लिए समन : १) जब कभी कोई न्यायालय या…

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Bnss धारा ९३ : इस अध्याय के उपबंधों का साधारणतया समनों और गिरफ्तारी के वारण्टों को लागू होना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ९३ : इस अध्याय के उपबंधों का साधारणतया समनों और गिरफ्तारी के वारण्टों को लागू होना : समन और वारण्ट तथा उन्हें जारी करने, उनकी तामील और उनके निष्पादन संबंधी जो उपबंध इस अध्याय में है वे इस संहिता…

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