Bnss धारा १३२ : ऐसे व्यक्ती के बारें में समन या वारण्ट जो उपस्थित नहीं है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३२ : ऐसे व्यक्ती के बारें में समन या वारण्ट जो उपस्थित नहीं है : यदि ऐसा व्यक्ति न्यायालय में उपस्थित नहीं है तो मजिस्ट्रेट उससे हाजिर होने की अपेक्षा करने हुए समन, या जब ऐसा व्यक्ति अभिरक्षा में…

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Bnss धारा १३१ : न्यायायल में उपस्थित व्यक्ति के बारे में प्रक्रिया :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३१ : न्यायायल में उपस्थित व्यक्ति के बारे में प्रक्रिया : यदि वह व्यक्ती, जिसके बारे में ऐसा आदेश दिया जाता है, न्यायालय में उपस्थित है तो वह उसे पढकर सुनाया जाएगा या यदि वह ऐसा चाहे तो उसका…

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Bnss धारा १३० : आदेश का दिया जाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३० : आदेश का दिया जाना : जब कोई मजिस्ट्रेट, जो धारा १२६, धारा १२७, धारा १२८ या धारा १२९ के अधीन कार्य कर रहा है, यह आवश्यक समझता है किसी व्यक्ति से अपेक्षा की जाए कि वह उस…

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Bnss धारा १२९ : आभ्यासिक (स्वभावत:) अपराधियों से सदाचार के लिए प्रतिभूति (जमानत) :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२९ : आभ्यासिक (स्वभावत:) अपराधियों से सदाचार के लिए प्रतिभूति (जमानत) : जब किसी कार्यपालक मजिस्ट्रेट को यह इत्तिला मिलती है कि उसकी स्थानीय अधिकारिता के अंदर कोई ऐसा व्यक्ति है, जो - (a) क) अभासत: लुटेरा, गृहभेदक, चोर…

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Bnss धारा १२८ : संदिग्ध व्यक्तियों से सदाचार के लिए प्रतिभूति (जमानत) :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२८ : संदिग्ध व्यक्तियों से सदाचार के लिए प्रतिभूति (जमानत) : जब किसी कार्यपालक मजिस्ट्रेट को इत्तिला मिलती है कि कोई व्यक्ति उसकी स्थानीय अधिकारिता के अन्दर अपनी उपस्थिती छिपाने के लिए पूर्वावधानियाँ बरत रहा है और यह विश्वास…

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Bnss धारा १२७ : राजद्रोहात्मक बातों को फैलाने वाले व्यक्तियां से सदाचार के लिए प्रतिभूति (जमानत) :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२७ : राजद्रोहात्मक बातों को फैलाने वाले व्यक्तियां से सदाचार के लिए प्रतिभूति (जमानत) : १) जब किसी कार्यपालक मजिस्ट्रेट को इत्तिला मिलती है कि उसकी स्थानीय अधिकारिता के अंदर कोई ऐसा व्यक्ति है जो ऐसी अधिकारिता के अन्दर…

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Bnss धारा १२६ : अन्य दशाओं में परिशांति कायम रखने के लिए प्रतिभूति (जमानत) :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२६ : अन्य दशाओं में परिशांति कायम रखने के लिए प्रतिभूति (जमानत) : १) जब किसी कार्यपालक मजिस्ट्रेट को इत्तिला मिलती है कि संभाव्य है कि कोई व्यक्ति परिशांति भंग करेगा या लोक प्रशांति विक्षुब्ध करेगा या कोई ऐसा…

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Bnss धारा १२५ : दोषसिद्धि पर परिशांति कायम रखने के लिए प्रतिभूति (जमानत) :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय ९ : परिशांति कायम रखने के लिए और सदाचार के लिए प्रतिभूति (जमानत) : धारा १२५ : दोषसिद्धि पर परिशांति कायम रखने के लिए प्रतिभूति (जमानत) : १) जब सेशन न्यायालय या प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट का न्यायालय किसी व्यक्ति…

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Bnss धारा १२४ : इस अध्याय का लागू होना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२४ : इस अध्याय का लागू होना : केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, यह निदेश दे सकेगी कि ऐसे संविदाकारी राज्य के सम्बन्ध में, जिसके साथ व्यतिकारी (पारस्पारिक / आपसी) व्यवस्था की गई है, इस अध्याय का लागू…

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Bnss धारा १२३ : अनुरोध-पत्र के बाबद प्रक्रिया :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२३ : अनुरोध-पत्र के बाबद प्रक्रिया : इस अध्याय के अधीन केन्द्रीय सरकार को किसी संविदाकारी राज्य से प्राप्त प्रत्येक अनुरोध-पत्र, समन या वारण्ट और किसी संविदाकारी राज्य को पारेषित (प्रेषित / संचारित) किया जाने वाला प्रत्येक अनुरोध-पत्र, समन…

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Bnss धारा १२२ : कुछ अंतरणों (हस्तातंरण / स्थानांतरण) का अकृत और शुन्य होना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२२ : कुछ अंतरणों (हस्तातंरण / स्थानांतरण) का अकृत और शुन्य होना : जहा धारा ११७ की उपधारा (१) के अधीन कोई आदेश करने या धारा ११९ के अधीन कोई सूचना जारी करने के पश्चात् , उक्त आदेश या…

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Bnss धारा १२१ : समपहरण के बदले जुर्माना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२१ : समपहरण के बदले जुर्माना : १) जहाँ न्यायालय यह घोषणा करता है कि कोई संपत्ति धारा १२० के अधीन केन्द्रीय सरकार को समपऱ्हत हो गई है और यह ऐसा मामला है जहाँ ऐसी संपत्ति के केवल कुछ…

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Bnss धारा १२० : कतिपय (कुछ) मामलों में संपत्ति का समपऱ्हरण :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १२० : कतिपय (कुछ) मामलों में संपत्ति का समपऱ्हरण : १) न्यायालय, धारा ११९ के अधीन जारी की गई कारण बताओ सूचना के स्पष्टीकरण पर, यदि कोई हो, और समक्ष उपलब्ध सामग्रियों पर विचार करने के पश्चात् तथा प्रभावित…

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Bnss धारा ११९ : संपत्ति के समपहरण की सूचना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११९ : संपत्ति के समपहरण की सूचना : १) यदि, धारा ११६ के अधीन जाँच, अन्वेषण या सर्वेक्षण के परिणाम स्वरुप न्यायालय के पास यह विश्वास करने का कारण है कि सभी या कोई संपत्ति, अपराध का आगम (प्राप्ती)…

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Bnss धारा ११८ : इस अध्याय के अधीन अभिगृहीत या समपऱ्हत संपत्ति का प्रबंध (व्यवस्था) :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११८ : इस अध्याय के अधीन अभिगृहीत या समपऱ्हत संपत्ति का प्रबंध (व्यवस्था) : १) न्यायालय उस क्षेत्र के, जहाँ संपत्ति स्थित है, जिला मजिस्ट्रेट को, या अन्य किसी अधिकारी को, जो जिला मजिस्ट्रेट द्वारा नामनिर्देशित किया जाए, ऐसी…

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Bnss धारा ११७ : संपत्ति का अभिग्रहण या कुर्की :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११७ : संपत्ति का अभिग्रहण या कुर्की : १) जहाँ धारा ११६ के अधीन जाँच या अन्वेषण करने वाले किसी अधिकारी के पास यह विश्वास करने का कारण है कि किसी संपत्ति के, जिसके सम्बन्ध में ऐसी जाँच या…

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Bnss धारा ११६ : विधिविरुद्धतया अर्जित संपत्ति की पहचान करना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११६ : विधिविरुद्धतया अर्जित संपत्ति की पहचान करना : १) न्यायालय, धारा ११५ की उपधारा (१) के अधीन या उसकी उपधारा (३) के अधीन अनुरोथ पत्र प्राप्त होने पर पुलिस उप-निरीक्षक से अनिम्न पंक्ति के किसी पुलिस अधिकारी को…

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Bnss धारा ११५ : संपत्ति की कुर्की या समपहरण (जब्ती) के आदेशों के सम्बन्ध में सहायता :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११५ : संपत्ति की कुर्की या समपहरण (जब्ती) के आदेशों के सम्बन्ध में सहायता : १) जहाँ भारत के किसी न्यायालय के पास यह विश्वास करने के युक्तियुक्त (उचित) आधार है कि किसी व्यक्ति द्वारा अभिप्राप्त कोई संपत्ति ऐसे…

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Bnss धारा ११४ : व्यक्तियों का अन्तरण (हस्तांतरण / स्थानांतरण) सुनिश्चित करने में सहायता :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११४ : व्यक्तियों का अन्तरण (हस्तांतरण / स्थानांतरण) सुनिश्चित करने में सहायता : १) जहाँ भारत का कोई न्यायलय, किसी अपराधिक मामले के सम्बन्ध में यह चाहता है कि हाजिर होने अथवा किसी दस्तावेज या अन्य चीज को पेश…

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Bnss धारा ११३ : भारत के बाहर के किसी देश या स्थान से भारत में अन्वेषण के लिए किसी न्यायालय या प्राधिकारी को अनुरोध-पत्र :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ११३ : भारत के बाहर के किसी देश या स्थान से भारत में अन्वेषण के लिए किसी न्यायालय या प्राधिकारी को अनुरोध-पत्र : १) भारत के बाहर के किसी देश या स्थान के ऐसे न्यायालय या प्राधिकारी से, जो…

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