Bnss धारा १५२ : न्यूसेन्स (कंटक / व्याधा / बाधा ) हटाने के लिए सशर्त आदेश :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ (B) ख - लोक न्यूसेंस (कंटक / व्याधा / बाधा ) : धारा १५२ : न्यूसेन्स (कंटक / व्याधा / बाधा ) हटाने के लिए सशर्त आदेश : १) जब किसी जिला मजिस्ट्रेट या उपखण्ड मजिस्ट्रेट का या राज्य सरकार…

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Bnss धारा १५१ : धारा १४८, १४९ और धारा १५० के अधीन किए गए कार्यों के लिए अभियोजन (कार्यवाही) से संरक्षण :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १५१ : धारा १४८, १४९ और धारा १५० के अधीन किए गए कार्यों के लिए अभियोजन (कार्यवाही) से संरक्षण : १) किसी कार्य के लिए, जो धारा १४८, १४९ और धारा १५० के अधीन किया गया तात्पर्यित है, किसी…

Continue ReadingBnss धारा १५१ : धारा १४८, १४९ और धारा १५० के अधीन किए गए कार्यों के लिए अभियोजन (कार्यवाही) से संरक्षण :

Bnss धारा १५० : जमाव को तितर-बितर करने की सशस्त्र बल के कुछ अधिकारियों की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १५० : जमाव को तितर-बितर करने की सशस्त्र बल के कुछ अधिकारियों की शक्ति : जब कोई ऐसा जमाव लोक सुरक्षा को स्पष्टतया संकटापन्न कर देता है और किसी कार्यपालक मजिस्ट्रेट से संपर्क नही किया जा सकता है तब…

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Bnss धारा १४९ : जमाव को तितर-बितर करने के लिए सशस्त्र बल का प्रयोग :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४९ : जमाव को तितर-बितर करने के लिए सशस्त्र बल का प्रयोग : १) धारा १४८ की उपधारा (१) में निर्दिष्ट यदि कोई ऐसा जमाव अन्यथा तितर-बितर नहीं किया जा सकता है और यदि लोक सुरक्षा के लिए यह…

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Bnss धारा १४८ : सिविल बल के प्रयोग द्वारा जमाव को तितर-बितर करना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय ११ : लोक व्यवस्था और प्रशांति बनाए रखना : (A) क - विधिविरुद्ध जमाव : धारा १४८ : सिविल बल के प्रयोग द्वारा जमाव को तितर-बितर करना : १) कोई कार्यपालक मजिस्ट्रेट या पुलिस थाने का भारसाधक अधिकारी या…

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Bnss धारा १४७ : भरणपोषण के आदेश का प्रवर्तन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४७ : भरणपोषण के आदेश का प्रवर्तन : यथास्थिति भरणपोषण या अंतरिम भरणपोषण और कार्यवाही के व्ययों के आदेश की प्रति, उस व्यक्ति को, जिसके पक्ष में वह दिया गया है या उसके संरक्षक को, यदि कोई हो, या…

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Bnss धारा १४६ : भत्ते में परिवर्तन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४६ : भत्ते में परिवर्तन : १) धारा १४४ के अधीन भरणपोषण या अंतरिम भरणपोषण के लिए मासिक भत्ता पाने वाले या यथास्थिति, अपनी पत्नी, संतान, पिता या माता को भरणपोषण या अंतरिम भरणपोषण के लिए मासिक भत्ता देने…

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Bnss धारा १४५ : प्रक्रिया :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४५ : प्रक्रिया : १) किसी व्यक्ति के विरुद्ध धारा १४४ के अधीन कार्यवाही किसी ऐसे जिले में कि जा सकती है :- (a) क) जहाँ वह है, अथवा (b) ख) जहाँ वह या उसकी पत्नी निवास करती है,…

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Bnss धारा १४४ : पत्नी, सन्तान और माता-पिता के भरणपोषण के लिए आदेश :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय १० : पत्नी, सन्तान और माता-पिता के भरणपोषण के लिए आदेश : धारा १४४ : पत्नी, सन्तान और माता-पिता के भरणपोषण के लिए आदेश : १) यदि पर्याप्त साधनों वाला कोई व्यक्ति :- (a) क) अपनी पत्नी का, जो…

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Bnss धारा १४३ : बंधपत्र की शेष अवधि के लिए प्रतिभूति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४३ : बंधपत्र की शेष अवधि के लिए प्रतिभूति : १) जब वह व्यक्ति, जिसको हाजिरी के लिए धारा १४० की उपधारा (३) के परन्तुक के अधीन या धारा १४२ की उपधारा (१०) के अधीन समन या वारण्ट जारी…

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Bnss धारा १४२ : प्रतिभूति (जमानत) देनें में असफलता के कारण कारावासित व्यक्तियों को छोडने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४२ : प्रतिभूति (जमानत) देनें में असफलता के कारण कारावासित व्यक्तियों को छोडने की शक्ति : १) जब कभी धारा १३६ के अधीन किसी कार्यपालक मजिस्ट्रेट द्वारा पारित किसी आदेश के मामले में जिला मजिस्ट्रेट या किसी अन्य मामलें…

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Bnss धारा १४१ : प्रतिभूति देने में व्यतिक्रम (असफल) होने पर कारावास :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४१ : प्रतिभूति देने में व्यतिक्रम (असफल) होने पर कारावास : १) (a) क) यदि कोई व्यक्ति, जिसे धारा १२५ या धारा १३६ के अधीन प्रतिभूति देने के लिए आदेश दिया गया है, ऐसी प्रतिभूति उस तारिख को या…

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Bnss धारा १४० : प्रतिभुओं (जमानत) को अस्वीकार करने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १४० : प्रतिभुओं (जमानत) को अस्वीकार करने की शक्ति : १) मजिस्ट्रेट किसी पेश किए गए प्रतिभू को स्वीकार करने से इन्कार कर सकता है या अपने द्वारा, या अपने पूर्ववर्ती द्वारा, इस अध्याय के अधीन पहले स्वीकार किए…

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Bnss धारा १३९ : बंधपत्र की अन्तर्वस्तुएँ :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३९ : बंधपत्र की अन्तर्वस्तुएँ : ऐसे किसी व्यक्ति द्वारा निष्पादित किया जाने वाला बंधपत्र या जमानतपत्र उसे, यथास्थिति, परिशांति कायम रखने या सदाचारी रहने के लिए आबद्ध करदेगा और बाद की दशा में कारावास से दण्डनीय कोई अपराध…

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Bnss धारा १३८ : जिस अवधि के लिए प्रतिभूति (जमानत) अपेक्षित की गई है उसका प्रारंभ :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३८ : जिस अवधि के लिए प्रतिभूति (जमानत) अपेक्षित की गई है उसका प्रारंभ : १) यदि कोई व्यक्ति, जिसके बारे में प्रतिभूति की अपेक्षा करने वाला आदेश धारा १२५ या धारा १३६ के अधीन दिया गया है, ऐसा…

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Bnss धारा १३७ : उस व्यक्ति का उन्मोचन (मुक्ती / छोडना) जिसके विरुद्ध इत्तिला दी गई है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३७ : उस व्यक्ति का उन्मोचन (मुक्ती / छोडना) जिसके विरुद्ध इत्तिला दी गई है : यदि धारा १३५ के अधीन जाँच पर यह साबित नहीं होता है कि, यथास्थिति, परिशांति कायम रखने के लिए या सदाचार बनाए रखने…

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Bnss धारा १३६ : प्रतिभूति (जमानत) देने का आदेश :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३६ : प्रतिभूति (जमानत) देने का आदेश : यदि ऐसी जाँच से यह साबित हो जाता है कि, यथास्थिति, परिशांति कायम रखने के लिए या सदाचार बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि वह व्यक्ति, जिसके बारे में…

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Bnss धारा १३५ : इत्तिला की सच्चाई के बारे में जाँच :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३५ : इत्तिला की सच्चाई के बारे में जाँच : १) जब धारा १३० के अधीन आदेश किसी व्यक्ति को, जो न्यायालय में अपस्थित है, धारा १३१ के अधीन पढकर सुना या समझा दिया गया है अथवा जब कोई…

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Bnss धारा १३४ : वैयक्तिक हाजिरी से अभिमुक्ती (रहित करना / छोडना ) देने की शक्ती :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३४ : वैयक्तिक हाजिरी से अभिमुक्ती (रहित करना / छोडना ) देने की शक्ती : यदि मजिस्ट्रेट को पर्याप्त कारण दिखाई देता है तो वह ऐसे किसी व्यक्ति को, जिससे इस बात का कारण दर्शित करने की अपेक्षा की…

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Bnss धारा १३३ : समन या वारण्ट के साथ आदेश की प्रति होगी :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा १३३ : समन या वारण्ट के साथ आदेश की प्रति होगी : धारा १३२ के अधीन जारी किए गए प्रत्येक समन या वारण्ट के साथ धारा १३० के अधीन दिए गए आदेश की प्रति होगी और उस समन या…

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