Mv act 1988 धारा ९७ : परिभाषा :
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय ६ : राज्य परिवहन उपक्रमों के बारे में विशेष उपबंध : धारा ९७ : परिभाषा : इस अध्याय में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, सडक परिवहन सेवा से भाडे या पारिश्रमिक पर सडक से यात्री या…
मोटर यान अधिनियम १९८८ अध्याय ६ : राज्य परिवहन उपक्रमों के बारे में विशेष उपबंध : धारा ९७ : परिभाषा : इस अध्याय में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, सडक परिवहन सेवा से भाडे या पारिश्रमिक पर सडक से यात्री या…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९६ : इस अध्याय के प्रयोजनों के लिए राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १) राज्य सरकार इस अध्याय के उपबंधों को कार्यान्वित करने के प्रयोजन के लिए नियम बना सकेगी । २)पूर्वगामी शक्ति की व्यापकता पर प्रतिकूल…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९५ : मंजिली गाडियों और ठेका गाडियों की बाबत राज्य सरकार की नियम बनाने की शक्ति : १)राज्य सरकार मंजिली गाडियों और ठेका गाडियों की बाबत और ऐसे यानों में यात्रियों के आचरण का विनियमन करने के लिए नियम बना…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९४ : सिविल न्यायालयों को अधिकारिता का वर्जन : किसी भी सिविल न्यायालय को इस अधिनियम के अधीन परमिट १.(या किसी स्कीम के अधीन जारी अनुज्ञप्ति) दिए जाने से संबंधित किसी प्रश्न के ग्रहण करने की अधिकारिता नहीं होगी, और…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९३ : १.(अभिकर्ता या प्रचारक या समूहक द्वारा अनुज्ञप्ति अभिप्राप्त करना) : कोई भी व्यक्ति- एक)सार्वजनिक सेवा यानों द्वारा यात्री के लिए टिकटों के विक्रय में अभिकर्ता या प्रचारक के रूप में अथवा ऐसे यानों के लिए ग्राहकों की अन्य…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९२ : दायित्व का निर्बंधन करने वाली संविदाओं को शून्यकरण : १.(परिवहन यान, जिसकी बाबत इस अध्याय के अधीन परमिट या अनुज्ञप्ति दी गई है), यात्री वहन करने की कोई संविदा वहां तक शून्य होगी जहां तक वह किसी व्यक्ति…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९१ : ड्राइवरों के काम के घंटों के बारे में निबंधन : १.((१) किसी परिवहन यान को चलाने में लगे किसी व्यक्ति के काम के घंटे उतने होंगे, जितने मोटर परिवहन कर्मकार अधिनियम, १९६१ (१९६१ का २) में उपबंधित हैं।)…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ९० : पुनरीक्षण : राज्य परिवहन अपील अधिकरण, उसे आवेदक किए जाने पर, ऐसे किसी मामले का अभिलेख मंगा सकेगा जिसमें कोई ऐसा आदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण या प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण द्वारा दिया गया है जिसके विरूध्द कोई अपील नहीं…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८९ : अपील : १)कोई भी व्यक्ति, जो - (a)क) राज्य या प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण द्वारा परमिट देने से इंकार करने या उसे दिए गए परमिट पर लगाई गर्स किसी शर्त से व्यथित है, या (b)ख) परमिट के प्रतिसंहरण या…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८८क : १.(केंद्रीय सरकार की राष्ट्रीय, मल्टी माडल और अंतर्राज्य यात्रियों और मालों के परिवहन के लिए स्कीमें बनाने की शक्ति : १) इस अधिनियम में अंतर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी केंद्रीय सरकार राजपत्र में अधिसूचना द्वारा इस…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८८ : जिस प्रदेश में परमिट दिए हैं, उससे बाहर उनका उपयोग किए जाने के लिए उनका विधिमान्यकरण : १) जैसा कि अन्यथा विहित किया जाए उसके सिवाय, कोई परमिट जो किसी एक प्रदेश के प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण ने दिया…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८७ : अस्थायी परमिट : १)प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण और राज्य परिवहन प्राधिकरण धारा ८० में अधिकथित प्रक्रिया का अनुसरण किए बिना, ऐसे परमिट दे सकेंगे जो हर मामले में अधिक से अधिक चार मास की सीमित अवधि के लिए प्रभावी…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८६ : परमिटों का रद्द किया जाना और उनका निलंबन : १)जिस परिवहन प्राधिकरण ने परमिट दिया है वहा निम्नलिखित दशाओं में परमिट रद्द कर सकेगा या इतनी अवधि के लिए निलंबित कर सकेगा जितनी वह ठीक समझे, अर्थात् :-…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८५ : परमिटों का साधारण प्ररूप : इस अधिनियम के अधीन दिया गया प्रत्येक परमिट अपने आप में पूर्ण होगा और उसमें परमिट की सब आवश्यक विशिष्टियां होंगी और उस पर लगाई गई शर्तें दी हुई होंगी ।
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८४ : सभी परमिटों से संलग्न साधारण शर्तें : प्रत्येक परमिट की निम्नलिखित शर्ते होंगी - (a)क) परमिट से संबंधित यान के पास धारा ५६ के अधीन दिया गया ठीक हालत में होने का विधिमान्य प्रमाणपत्र है और उन्हें सर्वदा…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८३ : यानों का बदला जाना : परमिट का धारक उस प्राधिकरण की अनुज्ञा से, जिसने परमिट दिया था, परमिट के अंतर्गत किसी यान को उसी किस्म के किसी अन्य यान से बदल सकेगा ।
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८२ : परमिट का अंतरण : १)उपधारा (२) में जैसा उपबंधित है उसके सिवाय, कोई भी परमिट उस परिवहन प्राधिकरण की, जिसने वह परमिट दिया था, अनुज्ञा के बिना एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को अंतरणीय न होगा, तथा ऐसी…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८१ : परमिटों को अस्तित्वावधि और उनका नवीकरण : १)धारा ८७ के अधीन दिए गए अस्थायी परमिट या धारा ८८ की उपधारा (८) के अधीन दिए गए विशेष परमिट से भिन्न परमिट १.(उसके दिए जाने या नवीकरण की तारीख से)…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ८० : परमिटों के लिए आवेदन करने और उन्हें देने के लिए प्रक्रिया : १)किसी भी प्रकार के परमिट के लिए आवेदन किसी भी समय किया जा सकेगा। २)१.(प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण, राज्य परिवहन प्राधिकरण या धारा ६६ की उपधारा (१)…
मोटर यान अधिनियम १९८८ धारा ७९ : माल वाहन परमिट का दिया जाना : १) प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण धारा ७७ के अधीन उसे आवेदन किए जाने पर राज्य में सर्वत्र विधिमान्य होने वाला या उस आवेदन के अनुसार अथवा ऐसे उपांतरणों सहित जो वह ठीक…