Bnss धारा ४९७ : कुछ मामलों में विचारण लंबित रहने तक संपत्ति का अभिरक्षा और व्ययन के लिए आदेश :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय ३६ : संपत्ति का व्ययन : धारा ४९७ : कुछ मामलों में विचारण लंबित रहने तक संपत्ति का अभिरक्षा और व्ययन के लिए आदेश : १) जब कोई संपत्ति, किसी दण्ड न्यायालय या विचारण के लिए मामले का संज्ञान…

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Bnss धारा ४९६ : कुछ मुचलकों (प्रतिज्ञा पत्र ) पर देय रकम का उद्ग्रहण करने का निदेश देने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४९६ : कुछ मुचलकों (प्रतिज्ञा पत्र ) पर देय रकम का उद्ग्रहण करने का निदेश देने की शक्ति : उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय किसी मजिस्ट्रेट को निदेश दे सकता है कि वह रकम को उद्ग्रहीत करे जो ऐसे…

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Bnss धारा ४९५ : धारा ४९१ के अधीन आदेशों से अपील :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४९५ : धारा ४९१ के अधीन आदेशों से अपील : धारा ४९१ के अधीन किए गए सभी आदेशों की निम्नलिखित को अपील होगी, अर्थात - एक) किसी मजिस्ट्रेट द्वारा किए गए आदेश की दशा में सेशन न्यायाधीश; दो) सेशन…

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Bnss धारा ४९४ : अवयस्क से अपेक्षित बंधपत्र :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४९४ : अवयस्क से अपेक्षित बंधपत्र : यदि बंधपत्र निष्पादित करने के लिए किसी न्यायालय या अधिकारी द्वारा अपेक्षित व्यक्ति कोई बालक है तो वह न्यायालय या अधिकारी उसके बदले में केवल प्रतिभू या प्रतिभूओं द्वारा निष्पादित बंधपत्र स्वीकार…

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Bnss धारा ४९३ : प्रतिभू के दिवालिया हो जाने या उसकी मृत्यु हो जाने या बंधपत्र का समपहरण हो जाने कि दशा में प्रक्रिया :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४९३ : प्रतिभू के दिवालिया हो जाने या उसकी मृत्यु हो जाने या बंधपत्र का समपहरण हो जाने कि दशा में प्रक्रिया : जब इस संहिता के अधीन जमानतपत्र का कोई प्रतिभू दिवालिया हो जाता है या मर जाता…

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Bnss धारा ४९२ : बंधपत्र और जमानत पत्र का रद्दकरण :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४९२ : बंधपत्र और जमानत पत्र का रद्दकरण : धारा ४९१ के उपबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना, जहाँ इस संहिता के अधीन कोई बंधपत्र या जमानतपत्र किसी मामले में हाजिर होने के लिए है और उसकी किसी शर्त…

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Bnss धारा ४९१ : प्रक्रिया, जब बंधपत्र समपऱ्हत कर लिया जाता है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४९१ : प्रक्रिया, जब बंधपत्र समपऱ्हत कर लिया जाता है : १) जहाँ- (a) क) इस संहिता के अधीन कोई बंधपत्र किसी न्यायालय के समक्ष हाजिर होने या संपत्ति पेश करने के लिए है और उस न्यायालय या किसी…

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Bnss धारा ४९० : मुचलके (प्रतिज्ञापत्र) के बजाय निक्षेप (अमानत /जमा ) :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४९० : मुचलके (प्रतिज्ञापत्र) के बजाय निक्षेप (अमानत /जमा ) : जब किसी व्यक्ति से किसी न्यायालय या अधिकारी द्वारा बन्धपत्र या जामानतपत्र निष्पादित करने की अपेक्षा की जाती है तब वह न्यायालय या अधिकारी, उस दशा में जब…

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Bnss धारा ४८९ : प्रतिभुओं का उन्मोचन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८९ : प्रतिभुओं का उन्मोचन : १) जमानत पर छोडे गए व्यक्ति की हाजिरी और उपस्थिति के लिए प्रतिभुओं में से सब या कोई बंधपत्र के या पूर्णतया या वहाँ तक, जहाँ तक वह आवेदकों से संबंधित है, प्रभावोन्मुक्त…

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Bnss धारा ४८८ : जब पहले ली गई जमानत अपर्याप्त है तब पर्याप्त जमानत के लिए आदेश देने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८८ : जब पहले ली गई जमानत अपर्याप्त है तब पर्याप्त जमानत के लिए आदेश देने की शक्ति : यदि भूल या कपट के कारण या अन्यथा अपर्याप्त प्रतिभू स्वीकार कर लिए गए है अथवा यदि वे बाद में…

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Bnss धारा ४८७ : अभिरक्षा से उन्मोचन :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८७ : अभिरक्षा से उन्मोचन : १) ज्यों ही बन्धपत्र या जमानतपत्र निष्पादित कर दिया जाता है त्यों ही वह व्यक्ति, जिसकी हाजिरी के लिए निष्पादित किया गया है, छोड दिया जाएगा और जब वह जेल में हो तब…

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Bnss धारा ४८६ : प्रतिभुओं द्वारा घोषणा :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८६ : प्रतिभुओं द्वारा घोषणा : ऐसा प्रत्येक व्यक्ति, जो जमानत पर अभियुक्त व्यक्ति के छोडे जाने के लिए उसका प्रतिभू है, न्यायालय के समक्ष ऐसे व्यक्तियों के बारे में घोषणा करेगा, जिनके लिए उसने प्रतिभूति दी है जिसके…

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Bnss धारा ४८५ : अभियुक्त और प्रतिभुओं का बंधपत्र :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८५ : अभियुक्त और प्रतिभुओं का बंधपत्र : १) किसी व्यक्ति के जमानत पर छोडे जाने या अपने बंधपत्र या जमानतपत्र पर छोडे जाने के पूर्व उस व्यक्ति द्वारा, इतनी धनराशि के लिए जितनी, यथास्थिति, पुलिस अधिकारी या न्यायालय…

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Bnss धारा ४८४ : बंधपत्र की रकम और उसे घटाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८४ : बंधपत्र की रकम और उसे घटाना : १) इस अध्याय के अधीन निष्पादित प्रत्येक बंधपत्र की रकम मामले की परिस्थितियों को सम्यक् ध्यान रख कर नियत की जाएगी और अत्यधिक नहीं होगी । २) उच्च न्यायालय या…

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Bnss धारा ४८३ : जमानत के बारे में उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय की विशेष शक्तियाँ :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८३ : जमानत के बारे में उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय की विशेष शक्तियाँ : १) उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय यह निदेश दे सकता है कि - (a) क) किसी ऐसे व्यक्ति को, जिस पर किसी अपराध का…

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Bnss धारा ४८२ : गिरफ्तारी की आशंका करने वाले व्यक्ति की जमानत मंजूर करने के लिए निदेश :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८२ : गिरफ्तारी की आशंका करने वाले व्यक्ति की जमानत मंजूर करने के लिए निदेश : १) जब किसी व्यक्ति को यह विश्वास करने का कारण है कि उसको अजमानतीय अपराध के किए जाने के अभियोग में गिरफ्तार किया…

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Bnss धारा ४८१ : अगले अपीलीय न्यायालय में अभियुक्त के उपसंजात होने की अपेक्षा करने के लिए जमानत :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८१ : अगले अपीलीय न्यायालय में अभियुक्त के उपसंजात होने की अपेक्षा करने के लिए जमानत : १) विचारण की समाप्ति के पूर्व तथा अपील के निस्तारण के पूर्व अपराध का विचारण करने वाला यथास्थिति न्यायालय या अपीलीय न्यायालय…

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Bnss धारा ४८० : अजमानतीय अपराध की दशा में कब जमानत ली जा सकेगी :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४८० : अजमानतीय अपराध की दशा में कब जमानत ली जा सकेगी : १) जब कोई व्यक्ति, जिस पर अजमानतीय अपराध का अभियोग है या जिस पर यह संदेह है कि उसने अजमानतीय अपराध किया है, पुलिस थाने के…

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Bnss धारा ४७९ : अधिकतम अवधि जिसके लिए विचाराधीन कैदी निरुद्ध किया जा सकता है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ४७९ : अधिकतम अवधि जिसके लिए विचाराधीन कैदी निरुद्ध किया जा सकता है : १) जहाँ कोई व्यक्ति, किसी विधि के अधीन किसी अपराध के (जो ऐसा अपराध नहीं है जिसके लिए उस विधि के अधीन मृत्युदण्ड या आजीवन…

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Bnss धारा ४७८ : किन मामलों में जमानत ली जाएगी :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ अध्याय ३५ : जमानत और बंधपत्रों के बारे में उपबंध : धारा ४७८ : किन मामलों में जमानत ली जाएगी : १) जब अजमानतीय अपराध के अभियुक्त व्यक्ति से भिन्न कोई व्यक्ति पुलिस थाने के भारसाधक अधिकारी द्वारा वारण्ट के…

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