Bsa धारा ४० : विशेषज्ञों की रायों से संबंधित तथ्य :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ४० : विशेषज्ञों की रायों से संबंधित तथ्य : वे तथ्य, जो अन्यथा सुसंगत नहीं है, सुसंगत होते है, यदि वे विशेषज्ञों की रायों का समर्थन करते हो या उनसे असंगत हो जबकि ऐसी रायें सुसंगत हों । दृष्टांत :…

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Bsa धारा ३९ : विशेषज्ञों की राय :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ अन्य व्यक्तियों की राय कब सुसंगत है : धारा ३९ : विशेषज्ञों की राय : १) जब की न्यायालय को विदेशी विधि की या विज्ञान की या कला की किसी बात पर या हस्तलेख या अंगुली चिन्हों की अनन्यता के बारे…

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Bsa धारा ३८ : निर्णय अभिप्राप्त करने में कपट या दुस्संधि अथवा न्यायालय की अक्षमता साबित की जा सकेगी :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ३८ : निर्णय अभिप्राप्त करने में कपट या दुस्संधि अथवा न्यायालय की अक्षमता साबित की जा सकेगी : वाद या अन्य कार्यवाही का कोई भी पक्षकार यह दर्शित कर सकेगा कि कोई निर्णय, आदेश या डिक्री जो धारा ३४, ३५…

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Bsa धारा ३७ : धाराओं ३४, ३५ और ३६ में वर्णित से भिन्न निर्णय आदि कब सुसंगत है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ३७ : धाराओं ३४, ३५ और ३६ में वर्णित से भिन्न निर्णय आदि कब सुसंगत है : धाराएँ ३४, ३५ और ३६ में वर्णित भिन्न निर्णय, आदेश या डिक्रियाँ विसंगत है जब तक कि ऐसे निर्णय, आदेश या डिक्री का…

Continue ReadingBsa धारा ३७ : धाराओं ३४, ३५ और ३६ में वर्णित से भिन्न निर्णय आदि कब सुसंगत है :

Bsa धारा ३६ : धारा ३५ में वर्णित भिन्न निर्णयों, आदेशों या डिक्रियों की सुसंगति और प्रभाव :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ३६ : धारा ३५ में वर्णित भिन्न निर्णयों, आदेशों या डिक्रियों की सुसंगति और प्रभाव : वे निर्णय, आदेश या डिक्रियाँ जो धार ३५ में वर्णित से भिन्न है, यदि वे जाँच में सुसंगत लोक प्रकृति की बातों से संबंधित…

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Bsa धारा ३५ : प्रोबेट (संप्रभाव / वसीयतनामा) इत्यादि विषयक अधिकारिता के किन्हीं निर्णयों की सुसंगति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ३५ : प्रोबेट (संप्रभाव / वसीयतनामा) इत्यादि विषयक अधिकारिता के किन्हीं निर्णयों की सुसंगति : १) किसी सक्षम न्यायालय के प्रोबेट विषयक, विवाह विषयक, नावधिकरण (जल सेना से संबंधित) विषयक या दिवाला विषयक अधिकारिता के प्रयोग में दिया हुआ अंतिम…

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Bsa धारा ३४ : द्वितीय वाद या विचारण के वारणार्थ (वर्जन योग्य) पूर्व निर्णय सुसंगत है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ न्यायालयों के निर्णय कब सुसंगत है : धारा ३४ : द्वितीय वाद या विचारण के वारणार्थ (वर्जन योग्य) पूर्व निर्णय सुसंगत है : किसी ऐसे निर्णय, आदेश या डिक्री का अस्तित्व, जो किसी न्यायालय को किसी वाद के संज्ञान से या…

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Bsa धारा ३३ : जबकि कथन किसी बातचीत, दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख, पुस्तक अथवा पत्रों या कागज-पत्रों की आवली (क्रमबद्धत) का भाग हो, तब क्या साक्ष्य दिया जाए :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ किसी कथन में से कितना साबित किया जाए : धारा ३३ : जबकि कथन किसी बातचीत, दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख, पुस्तक अथवा पत्रों या कागज-पत्रों की आवली (क्रमबद्धत) का भाग हो, तब क्या साक्ष्य दिया जाए : जबकि कोई कथन, जिसका साक्ष्य…

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Bsa धारा ३२ : विधि की पुस्तकों में अंतर्विष्ट किसी विधि के कथनों की सुसंगति जिसके अंतर्गत इलैक्ट्रानिक या डिजिटल प्ररुप भी है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ३२ : विधि की पुस्तकों में अंतर्विष्ट किसी विधि के कथनों की सुसंगति जिसके अंतर्गत इलैक्ट्रानिक या डिजिटल प्ररुप भी है : जबकि न्यायालय को किसी देश की विधि के बारे में राय बनानी है, तब ऐसी विधि का कोई…

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Bsa धारा ३१ : किन्हीं अधिनियमों या अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट लोक प्रकृति के तथ्य के बारे में कथन की सुसंगति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ३१ : किन्हीं अधिनियमों या अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट लोक प्रकृति के तथ्य के बारे में कथन की सुसंगति : जबकि न्यायालय को किसी लोक प्रकृति के तथ्य के अस्तित्व के बारे में राय बनानी है तब किसी केन्द्रीय अधिनियम, राज्य…

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Bsa धारा ३० : मानचित्रों, चार्टों और रेखांको के कथनों की सुसंगति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा ३० : मानचित्रों, चार्टों और रेखांको के कथनों की सुसंगति : विवाद्यक तथ्यों या सुसंगत तथ्यों के वे कथन, जो प्रकाशित मानचित्रों या चार्टों में, जो लोक विक्रय के लिए साधारणत: प्रस्थापित किए जाते है, अथवा केन्द्रीय सरकार या किसी…

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Bsa धारा २९ : कर्तव्य पालन में की गई लोक अभिलेख या इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख की प्रविष्टियों की सुसंगति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २९ : कर्तव्य पालन में की गई लोक अभिलेख या इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख की प्रविष्टियों की सुसंगति : किसी लोक या अन्य राजकिय पुस्तक, रजिस्टर या अभिलेख या इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख में की गई प्रविष्टि, जो किसी विवाद्यक या सुसंगत तथ्य का…

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Bsa धारा २८ : लेखा पुस्तकों की प्रविष्टियां कब सुसंगत है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ विशेष परिस्थितियों में किए गए कथन : धारा २८ : लेखा पुस्तकों की प्रविष्टियां कब सुसंगत है : कारबार में अनुक्रम में नियमित रुप से रखी गई लेखा पुस्तकों की प्रविष्टियां, जिनके अंतर्गत वे भी है, जो इलेक्ट्रॉनिक रुप में रखी…

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Bsa धारा २७ : किसी साक्ष्य में कथित तथ्यों की सत्यता को पश्चात्वर्ती कार्यवाही में साबित करने के लिए उस साक्ष्य की सुसंगति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २७ : किसी साक्ष्य में कथित तथ्यों की सत्यता को पश्चात्वर्ती कार्यवाही में साबित करने के लिए उस साक्ष्य की सुसंगति : वह साक्ष्य, जो किसी साक्षी ने किसी न्यायिक कार्यवाही में, या विधि द्वारा उसे लेने के लिए प्राधिकृत…

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Bsa धारा २६ : वे दशाएँ जिनमें उस व्यक्ति द्वारा सुसंगत तथ्य का किया गया कथन सुसंगत है, जो मर गया है या मिल नहीं सकता, इत्यादि :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ उन व्यक्तियों के कथन, जिन्हें साक्षी के रुप में बुलाया नहीं जात सकता : धारा २६ : वे दशाएँ जिनमें उस व्यक्ति द्वारा सुसंगत तथ्य का किया गया कथन सुसंगत है, जो मर गया है या मिल नहीं सकता, इत्यादि :…

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Bsa धारा २५ : स्वीकृतियाँ निश्चायक सबूत नहीं है, किन्तु विवंध (स्तंभित करना ) कर सकती है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २५ : स्वीकृतियाँ निश्चायक सबूत नहीं है, किन्तु विवंध (स्तंभित करना ) कर सकती है : स्वीकृतियाँ, स्वीकृत विषयों का निश्चायक सबूत नहीं है, किन्तु एतस्मिन् पश्चात् अंतर्विष्ट उपबंधों के अधीन विवंध रुप में प्रवर्तित हो सकेंगे ।

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Bsa धारा २४ : साबित संस्वीकृति को, जो उसे करने वाले व्यक्ति तथा एक ही अपराध के लिए संयुक्त रुप से विचरित अन्य को प्रभावित करती है विचार में लेना :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २४ : साबित संस्वीकृति को, जो उसे करने वाले व्यक्ति तथा एक ही अपराध के लिए संयुक्त रुप से विचरित अन्य को प्रभावित करती है विचार में लेना : जबकि एक से अधिक व्यक्ति एक ही अपराध के लिए संयुक्त…

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Bsa धारा २३ : पुलिस ऑफिसर से की गई संस्वीकृति :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २३ : पुलिस ऑफिसर से की गई संस्वीकृति : १) किसी पुलिस ऑफिसर से की गई कोई भी संस्वीकृति किसी अपराध के अभियुक्त व्यक्ति के विरुद्ध साबित न की जाएगी । २) कोई भी संस्वीकृति, जो किसी व्यक्ति ने उस…

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Bsa धारा २२ : उत्प्रेरणा, धमकी, जबरदस्ती (दबाव) या वचन द्वारा कराई गई संस्वीकृति दाण्डिक कार्यवाही में कब विसंगत होती है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २२ : उत्प्रेरणा, धमकी, जबरदस्ती (दबाव) या वचन द्वारा कराई गई संस्वीकृति दाण्डिक कार्यवाही में कब विसंगत होती है : अभियुक्त व्यक्ति द्वारा की गई संस्वीकृति दाण्डिक कार्यवाही में विसंगत होती है, यदि उसके किए जाने के बारे में न्यायालय…

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Bsa धारा २१ : सिविल मामलों में स्वीकृतियाँ कब सुसंगत होती है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २१ : सिविल मामलों में स्वीकृतियाँ कब सुसंगत होती है : सिविल मामलों में कोई भी स्वीकृति सुसंगत नहीं है, यदि वह या तो इस अभिव्यक्त शर्त पर की गई हो कि उसका साक्ष्य नहीं दिया जाएगा या ऐसी परिस्थितियाँ…

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