Bsa धारा २ : परिभाषाएं :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ धारा २ : परिभाषाएं : १) इस अधिनियम में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, - (a) क) न्यायालय शब्द के अन्तर्गत सभी न्यायाधीश और मजिस्ट्रेट तथा मध्यस्थों के सिवाय साक्ष्य लेने के लिए वैध रुप से प्राधिकृत…

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Bsa धारा १ : संक्षिप्त नाम, लागू होना और प्रारंभ (शुरवात):

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३ (२०२३ का अधिनियम क्रमांक ४७) निष्पक्ष विचारण के लिए साक्ष्य के साधारण नियमों को समेकित करने और सिद्धांतो का उपबंध करने के लिए अधिनियम भारत गणराज्य के चौहत्तरवे वर्ष में संसद द्वारा निम्नलिखित रुप में यह अधिनियमित हो :- भाग १…

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Bnss धारा ५३१ : निरसन और व्यावृत्तियाँ :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५३१ : निरसन और व्यावृत्तियाँ : १) दण्ड प्रक्रिया संहिता, १९७३ (१९७४ का २) इसके द्वारा निरसित की जाती है । २) ऐसे निरसन के होते हुए भी यह है कि-- (a) क) यदि उस तारीख के जिसको यह…

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Bnss धारा ५३० : इलेक्ट्रानिक पद्धति में विचारण और कार्यवाहियों का किया जाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५३० : इलेक्ट्रानिक पद्धति में विचारण और कार्यवाहियों का किया जाना : इस संहिता के अधीन सभी विचारण और कार्यवाहियां, जिसके अंतर्गत - एक) समन और वारंट को जारी करना, तामील और निष्पादन करना; दो) शिकायतकर्ता और साक्षियों की…

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Bnss धारा ५२९ : न्यायालयों पर अधीक्षण का निरंतर प्रयोग करने का उच्च न्यायालय का कर्तव्य :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५२९ : न्यायालयों पर अधीक्षण का निरंतर प्रयोग करने का उच्च न्यायालय का कर्तव्य : प्रत्येक उच्च न्यायालय अपने अधीनस्थ सेशन न्यायालयों और न्यायिक मजिस्ट्रेटों के न्यायालयों पर अपने अधीक्षण का प्रयोग इस प्रकार करेगा जिससे यह सुनिश्चित हो…

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Bnss धारा ५२८ : उच्च न्यायालय की अन्तर्निहित शक्तियों की व्यावृत्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५२८ : उच्च न्यायालय की अन्तर्निहित शक्तियों की व्यावृत्ति : इस संहिता की कोई बात उच्च न्यायालय की ऐसे आदेश देने की अन्तर्निहित शक्ति को सीमित या प्रभावित करने वाली न समझी जाएगी जैसे इस संहिता के अधीन किसी…

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Bnss धारा ५२७ : विक्रय से संबद्ध लोक-सेवक का सम्पत्ति का क्रय न करना और उसके लिए बोली न लगाना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५२७ : विक्रय से संबद्ध लोक-सेवक का सम्पत्ति का क्रय न करना और उसके लिए बोली न लगाना : कोई लोक-सेवक, जिसे इस संहिता के अधीन संपत्ति के विक्रय के बारे में किसी कर्तव्य का पालन करना है, उस…

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Bnss धारा ५२६ : विधि-व्यवसाय करने वाले वकिल का कुछ न्यायालयों में मजिस्ट्रेट के तौर प न बैठना :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५२६ : विधि-व्यवसाय करने वाले वकिल का कुछ न्यायालयों में मजिस्ट्रेट के तौर प न बैठना : कोई वकिल, जो किसी मजिस्ट्रेट के न्यायालय में विधि-व्यवसाय करता है, उस न्यायालय में या उस न्यायालय की स्थानीय अधिकारीता के अन्दर…

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Bnss धारा ५२५ : वह मामला जिसमें न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट वैयक्तिक रुप से हितबद्ध है :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५२५ : वह मामला जिसमें न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट वैयक्तिक रुप से हितबद्ध है : कोई न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट किसी ऐसे मामले का, जिसमें वह पक्षकार है, या वैयक्तिक रुप से हितबद्ध है, उस न्यायालय की अनुज्ञा के बिना, जिसमें…

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Bnss धारा ५२४ : कुछ दशाओं में कार्यपालक मजिस्ट्रेटों को सौंपे गए कृत्यों को परिवर्तित करने की शक्ति :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३ धारा ५२४ : कुछ दशाओं में कार्यपालक मजिस्ट्रेटों को सौंपे गए कृत्यों को परिवर्तित करने की शक्ति : यदि किसी राज्य का विधान-मण्डल संकल्प द्वारा ऐसी अनुज्ञा देता है तो राज्य सरकार, उच्च न्यायालय से परामर्श करने के पश्चात्, अधिसूचना…

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