Bsa धारा ३४ : द्वितीय वाद या विचारण के वारणार्थ (वर्जन योग्य) पूर्व निर्णय सुसंगत है :

भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३
न्यायालयों के निर्णय कब सुसंगत है :
धारा ३४ :
द्वितीय वाद या विचारण के वारणार्थ (वर्जन योग्य) पूर्व निर्णय सुसंगत है :
किसी ऐसे निर्णय, आदेश या डिक्री का अस्तित्व, जो किसी न्यायालय को किसी वाद के संज्ञान से या कोई विचारण करने से विधि द्वारा निवारित करता है, सुसंगत तथ्य है जबकि प्रश्न यह हो कि क्या ऐसे वाद का संज्ञान या ऐसा विचारण करना चाहिए ।

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