भारतीय साक्ष्य अधिनियम २०२३
धारा १०० :
तथ्यों के दो संवर्गों में से जिनमें से किसी एक को भी वह भाषा पूरी की पूरी ठिक-ठिक लागू नहीं होती, उसमें से एक को भाषा के लागू होने के बारे में साक्ष्य :
जबकि प्रयुक्त भाषा भागत: विद्यमान तथ्यों के एक संवर्ग को और भागत: विद्यमान तथ्यों के अन्य सवंर्ग को लागू होती है, किन्तु वह पूरी की पूरी दोनों में से किसी एक को भी ठीक-ठीक लागू नहीं होती, तब यह दर्शित करने के लिए साक्ष्य दिया जा सकेगा कि वह दोनों में से किसको लागू होने के लिए अभिप्रेत थी ।
दृष्टांत :
(बी) को मेरी (एक्स) में स्थित वाय के अधिभोग में भूमि बेचने का (ऐ) करार करता है । (ऐ) के पास (एक्स) में स्थित भूमि है, किन्तु वह (वाय) के कब्जे में नहीं है तथा उसके पास (वाय) के कब्जे वाली भूमि है, किन्तु वह (एक्स) में स्थित नहीं है । यह दर्शित करने वाले तथ्यों का साक्ष्य दिया जा सकेगा कि उसका अभिप्राय कौन-सी भूमि बेचने का था ।