भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३
धारा ३८० :
अपील :
१) कोई व्यक्ति, जिसके आवेदन पर उच्च न्यायालय से भिन्न किसी न्यायालय ने धारा ३७९ की उपधारा (१) या उपधारा (२) के अधीन परिवाद करने से इंकार कर दिया है या जिसके विरुद्ध ऐसा परिवाद ऐसे न्यायालय द्वारा किया गया है, उस न्यायालय में अपील कर सकता है, जिसके ऐसा पूर्वकथित न्यायालय धारा २१५ की उपधारा (४) के अर्थ में अधीनस्थ है, और तब वरिष्ठ न्यायालय संबद्ध पक्षकारों को सूचना देने के पश्चात्, यथास्थिति, उस परिवाद को वापस लेने का वह परिवाद करने का जिसे ऐसा पूर्वकथित न्यायालय द्वारा धारा ३७९ के अधीन कर सकता था, निदेश दे सकेगा और यदि वह ऐसा परिवाद करता है तो उस धारा के उपबंध तद्नुसार लागू होंगे ।
२) इस धारा के अधीन आदेश, और ऐसे आदेश के अधीन रहते हुए धारा ३७९ के अधीन आदेश, अंतिम होगा और उसका पुनरीक्षण नहीं किया जा सकेगा ।