भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३
धारा २०६ :
संदेह की दशा में उच्च न्यायालय का वह जिला विनिश्चित करना जिसमें जाँच या विचारण होगा :
जहाँ दो या अधिक न्यायालय एक ही अपराध का संज्ञान कर लेते है और यह प्रश्न उठता है कि उनमें से किसे उस अपराध की जाँच या विचारण करना चाहिए, वहाँ वह प्रश्न-
(a) क) यदि वे न्यायालय एक ही उच्च न्यायालय के अधीनस्थ है, तो उस उच्च न्यायालय द्वारा;
(b) ख) यदि वे न्यायालय एक ही उच्च न्यायालय के अधीनस्थ नहीं है, तो उस उच्च न्यायालय द्वारा जिसकी अपीली दांडिक अधिकारिता की स्थानीय सीमाओं के अन्दर कार्यवाही पहले प्रारंभ की गई है, विनिश्चित किया जाएगा, और तब उस अपराध के संबंध में अन्य सब कार्यवाहियाँ बंद कर दी जाएगी ।