भारतीय न्याय संहिता २०२३
धारा ४८ :
भारत में अपराधों का भारत से बाहर दुष्प्रेरण :
वह व्यक्ती इस संहिता के अर्थ के अन्तर्गत अपराथ का दुष्प्रेरण करता है, जो भारत में किसी ऐसे कार्य के किए जाने का भारत से बाहर उससे परे दुष्प्रेरण करता है, जो अपराध होगा, यदि भारत में किया जाए ।
दृष्टांत :
(क) जो एक्स देश में विदेशीय है, (ख) को भारत में, हत्या करने के लिए उकसाता है । (क) हत्या के दुष्प्रेरण का दोषी है ।