भारतीय दण्ड संहिता १८६०
धारा २२७ :
दण्ड के परिहार (माफि / छूट) की शर्त का अतिक्रमण ( उल्लंघन / भंग ) :
(See section 266 of BNS 2023)
अपराध का वर्गीकरण :
अपराध : दंड के परिहार की शर्त का अतिक्रमण ।
दण्ड :मूल दण्डादेश का दण्ड, या यदि दंड का भाग भोग लिया गया है तो अवशिष्ट भाग ।
संज्ञेय या असंज्ञेय :संज्ञेय ।
जमानतीय या अजमानतीय :अजमानतीय ।
शमनीय या अशमनीय : अशमनीय ।
किस न्यायालय द्वारा विचारणीय है :वह न्यायालय जिसके द्वारा मूल अपराध विचारणीय था ।
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जो कोई दण्ड का सशर्त परिहार (माफि / छूट) प्रतिगृहित कर लेने पर किसी शर्त का जिस पर ऐसा परिहा (माफि / छूट) दिया गया था, जानते हुए अतिक्रमण (उल्लंघन /भंग) करेगा, यदि वह उस दण्ड का, जिसके लिए वह मूलत: दण्डादिष्ट किया गाया था, कोई भाग पहले ही न भोग चुका हो, तो वह दण्ड से और यदि वह उस दण्ड का कोई भाग भोग चुका हो, तो वह उस दण्ड के उतने भाग से, जितने को वह पहले ही न भोग चुका हो, दण्डित किया जाएगा ।