Archives for: "February 2020"
भारत का संविधान उद्देशिका :
भारत का संविधान : उद्देशिका : हम, भारत के लोक, भारत को एक १(सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्म गणराज्य) बनाने के लिए , तथा उसके समस्त नागरिकों को: सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार , अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की… more »
अनुच्छेद १ : संघ का नाम और राज्यक्षेत्र ।
भारत का संविधान : भाग १ : संघ और उसका राज्यक्षेत्र : अनुच्छेद १ : संघ का नाम और राज्यक्षेत्र । १) भारत, अर्थात् इंडिया, राज्यों का संघ होगा । १. (२) राज्य और उनके राज्यक्षेत्र वे होंगे जो पहली अनुसूची में विनिर्दिष्ट हैं । ३)भारत के राज्यक्षेत्र में,-… more »
अनुच्छेद २ : नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना ।
भारत का संविधान : भाग १ : संघ और उसका राज्यक्षेत्र : अनुच्छेद २ : नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना । संसद्, विधि द्वारा, ऐसे निबंधनो और शर्तों पर, जो वह ठीक समझे, संघ में नए राज्यों का प्रवेश या उनकी स्थापना कर सकेगी। INSTALL Android APP * नोट (सूचना) :… more »
अनुच्छेद २क : निरसित ।
भारत का संविधान : भाग १ : संघ और उसका राज्यक्षेत्र : अनुच्छेद २क : निरसित । १.(सिक्किम का संघ के साथ सहयुक्त किया जाना ।)- संविधान (छत्तीसवां संशोधन) अधिनियम, १९७५ की धारा ५ द्वारा (२६.४.१९७५ से ) निरसित । -------- १. संविधान ( पैंतीसवां संशोधन)… more »
अनुच्छेद ३ : नए राज्यों का निर्माण और वर्तमान राज्यों..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ३ : नए राज्यों का निर्माण और वर्तमान राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन । संसद्, विधि द्वारा - (क) किसी राज्य में से उसका राज्यक्षेत्र अलग करके अथवा दो या अधिक राज्यों को या राज्यों के भागों को मिलाकर अथवा किसी… more »
अनुच्छेद ४ : पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ४ : पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन तथा अनुपूरक, आनुषंगिक और पारिणामिक विषयों का उपबंध करने के लिए अनुच्छेद २ और अनुच्छेद ३ के अधीन बनाई गई विधियां । १)अनुच्छेद २ या अनुच्छेद ३ में निर्दिष्ट किसी विधि में पहली अनुसूची… more »
अनुच्छेद ५ : संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता ।
भारत का संविधान : भाग २ : नागरिकता : अनुच्छेद ५ : संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता । इस संविधान के प्रारंभ पर प्रत्येक व्यक्ति जिसका भारत के राज्यक्षेत्र में अधिवास है और - क) जो भारत के राज्यक्षेत्र में जन्मा था, या ख) जिसके माता या पिता में से कोई भारत… more »
अनुच्छेद ६ : पाकिस्तान से भारत को प्रव्रजन करने वाले..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ६: पाकिस्तान से भारत को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियोंके नागरिकता के अधिकार । अनुच्छेद ५ में किसी बात के होते हुए भी, कोई व्यक्ति जिसने ऐसे राज्यक्षेत्र से जो इस समय पाकिस्तान के अंतर्गत है, भारत के राज्यक्षेत्र को प्रव्रजन… more »
अनुच्छेद ७ : पाकिस्तान को प्रव्रजन करने वाले कुछ..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ७ : पाकिस्तान को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार । अनुच्छेद ५ और अनुच्छेद ६ में किसी बात के होते हुए भी, कोई व्यक्ति जिसने १ मार्च, १९४७ के पश्चात् भारत के राज्यक्षेत्र से ऐसे राज्यक्षेत्र को, जो इस समय… more »
अनुच्छेद ८ : भारत के बाहर रहने वाले भारतीय उद्भव के..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ८ : भारत के बाहर रहने वाले भारतीय उद्भव के कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार । अनुच्छेद ५ में किसी बात के होते हुए भी, कोई व्यक्ति जो या जिसके माता या पिता में से कोई अथवा पितामह या पितामही या मातामह या मातामाही में से कोई… more »
अनुच्छेद ९ : विदेशी राज्य की नागरिकता स्वेच्छा से..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ९ : विदेशी राज्य की नागरिकता स्वेच्छा से अर्जित करने वाले व्यक्तियों का नागरिक न होना । यदि किसी व्यक्ति ने किसी विदेशी राज्य की नागरिकता स्वेच्छा से अर्जित कर ली है तो वह अनुच्छेद ५ के आधार पर भारत का नागरिक नहीं होगा अथवा… more »
अनुच्छेद १० : नागरिकता के अधिकारों का बना रहना ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद १० : नागरिकता के अधिकारों का बना रहना । प्रत्येक व्यक्ति, जो इस भाग के पूर्वगामी उपबंधो में से किसी के अधीन भारत का नागरिक है या समझा जाता है, ऐसी विधि के उपबंधों के अधीन रहते हुए, जो संसद् द्वारा बनाई जाए, भारत का नागरिक बना… more »
अनुच्छेद ११ : संसद् द्वारा नागरिकता के अधिकार का..
भारत का संविधान : अनुच्छेद ११ : संसद् द्वारा नागरिकता के अधिकार का विधि द्वारा विनियमन किया जाना । इस भाग के पूर्वगामी उपबंधो की कोई बात नागरिकता के अर्जन और समाप्ति के तथा नागरिकता से संबंधित अन्य सभी विषयों के संबंध में उपबंध करने की संसद् की शक्ति का… more »
अनुच्छेद १२ : परिभाषा ।
भारत का संविधान : भाग ३ : मूल अधिकार : साधारण : अनुच्छेद १२ : परिभाषा । इस भाग में, जब तक कि संदर्भ से अन्यथा अपेक्षित न हो, राज्य के अंतर्गत भारत की सरकार और संसद् तथा राज्यों में से प्रत्येक राज्य की सरकार और विधान- मंडल तथा भारत के राज्यक्षेत्र के… more »
अनुच्छेद १३ : मूल अधिकारों से असंगत या उनका अल्पीकरण..
भारत का संविधान : अनुच्छेद १३ : मूल अधिकारों से असंगत या उनका अल्पीकरण करने वाली विधियां । १) इस संविधान के प्रारंभ से ठीक पहले भारत के राज्यक्षेत्र में प्रवृत्त सभी विधियां उस मात्रा तक शून्य होंगी जिस तक वे इस भाग के उपबंधो से असंगत हैं । २) राज्य ऐसी… more »
अनुच्छेद १४ : विधि के समक्ष समता ।
भारत का संविधान : समता का अधिकार : अनुच्छेद १४ : विधि के समक्ष समता । राज्य, भारत के राज्यक्षेत्र में किसी व्यक्ति को विधि के समक्ष समता से या विधियों के समान संरक्षण से वंचित नहीं करेगा । INSTALL Android APP * नोट (सूचना) : इस वेबसाइट पर सामग्री या… more »
अनुच्छेद १५ : धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्मस्थान..
भारत का संविधान : अनुच्छेद १५ : धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर विभेद का प्रतिषेध । १) राज्य, किसी नागरिक के विरूध्द केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग ,जन्मस्थान इनमें से किसी के आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा । २)कोई नागरिक केवल धर्म,… more »
अनुच्छेद १६ : लोक नियोजन के विषय में अवसर की समता ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद १६ : लोक नियोजन के विषय में अवसर की समता । १) राज्य के अधीन किसी पद पर नियोजन या नियुक्ति से संबंधित विषयों में सभी नागरिकों के लिए अवसर की समता होगी । २) राज्य के अधीन किसी नियोजन या पद के संबंध में केवल धर्म, मूलवंश, जाति,… more »
अनुच्छेद १७ : अस्पृश्य ता का अंत ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद १७ : अस्पृश्य ता का अंत । अस्पृश्यता का अंत किया जाता है और उसका किसी भी रूप में आचरण निषिध्द किया जाता है । अस्पृश्यता से उपजी किसी निर्योग्यता को लागू करना अपराध होगा जो विधि के अनुसार दंडनीय होगा । INSTALL Android APP * नोट… more »
अनुच्छेद १८ : उपाधियों का अंत ।
भारत का संविधान : अनुच्छेद १८ : उपाधियों का अंत । १) राज्य, सेना या विधा संबंधी सम्मान के सिवाय और कोई उपाधि प्रदान नहीं करेगा । २)भारत का कोई नागरिक किसी विदेशी राज्य से कोई उपाधि स्वीकार नहीं करेगा । ३) कोई व्ंयक्ति, जो भारत का नागरिक नहीं है, राज्य… more »