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Constitution परिशिष्ट १ : संविधान (एक सौवा संशोधन) अधिनियम २०१५ :

भारत का संविधान
परिशिष्ट १ :
संविधान (एक सौवा संशोधन) अधिनियम २०१५ :
(२८ मई २०१५)
भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार के बीच किए गए करार और उसके प्रोटाकाल के अनुसरण में राज्यक्षेत्रों का भारत द्वारा अर्जन किए जाने और कतिपय राज्यक्षेत्रों का बांग्लादेश को अंतरण किए जाने को प्रभावी करने के लिए भारत के संविधान का और संशोधन करने के लिए अधिनियम
भारत गणराज्य के छियासठवे वर्ष में संसद् द्वारा निम्नलिखित रुप में यह अधिनियमित हो :-
१. संक्षिप्त नाम :
इस अधिनियम का संक्षिप्त नाम संविधान (एक सौवा संशोधन) अधिनियम २०१५ है ।
२. परिभाषाएं :
इस अधिनियम में, –
क) अर्जित राज्यक्षेत्र से भारत-बांग्लादेश करार और उसके प्रोटोकाल में समाविष्ट तथा पहली अनुसूची में निर्दिष्ट उतने राज्यक्षेत्र अभिप्रेत है, जिनका खंड (ग) में निर्दिष्ट करार और उसके प्रोटोकाल के अनुसरण में भारत द्वारा बांग्लादेश से अर्जन किए जाने के प्रयोजन के लिए अभ्यंकन किया गया है ;
ख) नियत दिन से ऐसी तारीख अभिप्रेत है, जो कन्द्रीय सरकार, राजपत्र में, अधिसूचना द्वारा, भारत-बांग्लादेश करार तथा उसके प्रोटोकाल के अनुसरण में पहली अनुसूची और दूसरी अनुसूची में यथानिर्दिष्ट कुछ राज्यक्षेत्रों का, जिनका इस प्रकार अर्जन और अंतरण कराए जाने और उस प्रयोजन के लिए अभ्यंकन कराए जाने के पश्चात् बांग्लादेश से राज्यक्षेत्रों के अर्जन और बांग्लादेश को राज्यक्षेत्रों के अंतरण के लिए तारीख नियत करे ;
ग) भारत-बांग्लादेश करार से भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि सीमा के अभ्यंकन और संबद्ध विषयों के संबंध में भारत गणराज्य की सरकार और बांग्लादेश जनवादी गणराज्य की सरकार के बीच तारीख १६ मई १९७४ को हुआ करार, तारीख २६ दिसम्बर, १९७४, तारीख ३० दिसम्बर १९७४ तारीख ७ अक्तूबर १९८२ और तारीख २६ मार्च १९९२ का पत्र विनिमय तथा भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार के बीच हुए तारीख ६ सितम्बर २०११ के उक्त करार का प्रोटोकाल अभिप्रेत है, जिसके सुसंगत उद्धरण तीसरी अनुसूची में दिए गए है ;
घ) अंतरित राज्यक्षेत्र से भारत-बांग्लादेश करार और उसके प्रोटोकाल में समाविष्ट तथा दुसरी अनुसूची में निर्दिष्ट उतने राज्यक्षेत्र अभिप्रेत है, जिनका खंड (ग) में निर्दिष्ट करार और उसके प्रोटोकाल के अनुसरण में भारत द्वारा बांग्लादेश को अंतरित किए जाने के प्रयोजन के लिए अभ्यंकन किया गया है ।
३. संविधान की पहली अनुसूची का संशोधन :
संविधान की पहली अनुसूची में, नियत दिन से ही, –
क) असम राज्य के राज्यक्षेत्रों से संबंधित पैरा में, और वे राज्यक्षेत्र भी इसके अंतर्गत नहीं है, जो संविधान (नवां संशोधन) अधिनियम १९६० की धारा ३ के खंड (क) में अंतर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी, जहां तक उसका संबंध संविधान (एक सौवां संशोधन) अधिनियम २०१५ की दूसरी अनुसूची के भाग १ में निर्दिष्ट राज्यक्षेत्रों से है, संविधान (एक सौवां संशोधन) अधिनियम २०१५ की दूसरी अनुसूची के भाग १ में निर्दिष्तट है, शब्द, कोष्ठक, अंक और अक्षर, अंत में, जोडे जाएगें ;
ख) पश्चिमी बंगाल राज्य के राज्यक्षेत्रों से संबंधित पैरा में, और वे राज्यक्षेत्रे भी, जो पहली अनुसूची के भाग ३ में निर्दिष्ट हैं किन्तु वे राज्यक्षेत्र इसके अंतर्गत नहीं है, जो संविधान (नवां संशोधन) अधिनियम १९६० की धारा ३ के खंड (ग) में अंतर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी, जहां तक उसका संबंध संविधान (एक सौवां संशोधन) अधिनियम २०१५ की पहली अनुसूची के भाग ३ में निर्दिष्ट राज्यक्षेत्रों और दुसरी अनुसूची के भाग ३ में निर्दिष्ट राज्यक्षेत्रों से है, संविधान (एक सौवा संशोधन) अधिनियम २०१५ की दुसरी अनुसूची के भाग ३ में निर्दिष्ट है, शब्द, अंक, कोष्ठक और अक्षर, अंत में , जोडे जाएंगे ;
ग) मेघालय राज्य के राज्यक्षेत्रों से संबंधित पैरा में, और वे राज्यक्षेत्र, जो पहली अनुसूची के भाग १ में निर्दिष्ट है किन्तु वे राज्यक्षेत्र इसके अंतर्गत नहीं है, जो संविधान (एक सौवां संशोधन) अधिनियम २०१५ की दुसरी अनुसूची के भाग २ में निर्दिष्ट है शब्द, अंक और कोष्ठक, अंत में, जोडे जाएंगे ;
घ) त्रिपुरा राज्य के राज्यक्षेत्रों से संबंधित पैरा में, और वे राज्यक्षेत्र जो संविधान (नवां संशोधन) अधिनियमम १९६० की धारा ३ के खंड (घ) में अंतर्विष्ठ किसी बात के होते हुए भी जहां तक उनका संबंध संविधान (एक सौवां संशोधन) अधिनियम २०१५ की पहली अनुसूची के भाग २ में निर्दिष्ट राज्यक्षेत्रों से है, संविधान (एक सौवां संशोधन) अधिनियम २०१५ की पहली अनुसूची के भाग २ में निर्दिष्ट है शब्द, कोष्ठक, अंक और अक्षर, अंत में, जोडे जाएंगे ।
पहली अनुसूची :
(धारा २(क), धारा २(ख) और धारा ३ देखिए ।
भाग १ :
तारीख १६ मई, १९७४ के करार के अनुच्छेद २ और तारीख ६ सितम्बर २०११ के प्रोटोकाल के अनुच्छेद ३(१)(ख)(दोन)(तीन)(चार)(पांच) के संबंध में अर्जित राज्यक्षेत्र ।
भाग २ :
तारीख १६ मई, १९७४ के करार के अनुच्छेद २ और तारीख ६ सितम्बर २०११ के प्रोटोकाल के अनुच्छेद ३(१)(ग)(एक) के संबंध में अर्जित राज्यक्षेत्र ।
भाग ३ :
तारीख १६ मई, १९७४ के करार के अनुच्छेद १(१२) और अनुच्छेद २ तथा तारीख ६ सितम्बर २०११ के प्रोटोकाल के अनुच्छेद २(२), ३(१)(क)(तीन)(चार)(पांच)(छह) के संबंध में अर्जित राज्यक्षेत्र ।
दुसरी अनुसूची :
(धारा २(ख), धारा २घ) और धारा ३ देखिए)
भाग १ :
तारीख १६ मई, १९७४ के करार के अनुच्छेद २ और तारीख ६ सितम्बर २०११ के प्रोटोकाल के अनुच्छेद ३(१)(घ)(एक)(दो) के संबंध में अन्तरित राज्यक्षेत्र ।
भाग २ :
तारीख १६ मई, १९७४ के करार के अनुच्छेद २ और तारीख ६ सितम्बर २०११ के प्रोटोकाल के अनुच्छेद ३(१)(ख)(एक) के संबंध में अन्तरित राज्यक्षेत्र ।
भाग ३ :
तारीख १६ मई, १९७४ के करार के अनुच्छेद १(१२) और अनुच्छेद २ तथा तारीख ६ सितम्बर २०११ के प्रोटोकाल के अनुच्छेद २(११), ३(१)(क)(एक)(दो)(छह) के संबंध में अन्तरित राज्यक्षेत्र ।
तीसरी अनुसूची :
(धारा २(ग) देखिए)
१.भारत गणराज्य की सरकार और बांग्लादेश जणवादी गणराज्य की सरकार के बीच भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि सीमा के अभ्यंकन तथा संबंधित विषयों के संबंध में तारीख १६ मई, १९७४ को हुए करार से उद्धरण
अनुच्छेद १(१२) : विदेशी अंत:क्षेत्र (एन्क्लेव)
बांग्लादेश स्थित भारतीय एन्क्लेवों और भारत स्थित बांग्लादेश एन्क्लेववों का, पैरा १४ में उल्लिखित एन्क्लेंवों को छोडकर, बांग्लादेश में जाने वाले अतिरिक्त क्षेत्र के लिए प्रतिकर का दावा किए बिना शीघ्रतिशीघ्र आदान-प्रदान किया जाना चाहिए ।
अनुच्छेद २ :
भारत और बांग्लादेश की सरकार इस बात के लिए सहमत है कि पहले से अभ्यंकित क्षेत्रों में प्रतिकूल कब्जे वाले राज्यक्षेत्र, जिनके संबंध में सीमा पट्टी मानचित्र पहले से तैयार है, पूर्णाधिकारियों द्वारा सीमा पट्टी मानचित्रों पर हस्ताक्षर किए जाने के छह मास के भीतर आदान-प्रदान किए जाएंगे। वे सुसंगत मानचित्रों पर यथासंभवशीघ्र और किसी भी दशा में ३१ दिसम्बर, १९७४ के अपश्चात हस्ताक्षर कर सकते है । ऐसे अन्य क्षेत्रों के, जिनकी बाबत अभ्यंकन पहले ही किया जा चुका है, मानचित्रों के मुद्रण हेतु शीघ्र उपाय किए जाएं । इन्हें ३१ मई १९७५ तक मुद्रिद करा लिया जाना चाहिए और तत्पश्चात् उन पर पुर्णाधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर करवा लिए जाने चाहिएं जिससे कि इन क्षेत्रों में प्रतिकूलत: धारित कब्जों का आदान-प्रदान ३१ दिसम्बर १९७५ तक किया जा सके । जिन सेक्टरों का अभी भी अभ्यंकन किया जाना है, उनमें राज्यक्षेत्रीय अधिकारिता का अन्तरण संबंधित सीमा पट्टी मानचित्रों पर पूर्णाधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के छह मास के भीतर हो सकता है ।
२) भारत गणराज्य की सरकार और बांग्लादेश जनवादी गणराज्य की सरकार के बीच भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि सीमा के अभ्यंकन तथा संबंधित विषयों के संबंध में तारीख ६ सितम्बर २०११ को हुए करार के प्रोटोकाल से उद्धरण
अनुच्छेद २ :
२) १९७४ के करार के अनुच्छेद १, खंड १२ को कार्यान्वित निम्नानुसार किया जाएगा :
एन्क्लेव
संयुक्त रुप से सत्यापित और डी.जी.एल.आर.एंड एस., बांग्लादेश तथा डी.एल.आर.एंड एस., पश्चिमी बंगाल (भारत) के स्तर पर अप्रैल १९९७ में हस्ताक्षर किए गए भू-कर एन्क्लेव मानचित्रों के अनुसार बांग्लादेश में के १११ भारतीय एन्क्लेव और भारत में के ५१ बांग्लादेश एन्क्लेव का बांग्लादेश में जाने वाले अतिरिक्त क्षेत्रों के लिए प्रतिकर का दावा किए बिना आदान-प्रदान किया जाएगा ।
अनुच्छेद ३ :
१) १९७४ के करार के अनुच्छेद २ को निम्नानुसार कार्यान्वित किया जाएगा :
भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार के बीच यह करार हुआ है कि प्रतिकूला कब्जे में धारित राज्यक्षेत्रों के लिए, जैसा कि संयुक्त सर्वेक्षण के माध्यम से अवधारित किया गया था और अपने-अपने प्रतिकूल कब्जा भू-क्षेत्र सूचक मानचित्र (एपीएल मानचित्र) में, जिसे दिसम्बर २०१० और अगस्त २०११ के बीच दोनों देशों के भू-अभिलेख और सर्वेक्षण विभागों द्वारा अंतिम रुप दिया गया है, पूर्णतया चित्रित किया गया था, जिनका पूर्णतया वर्णन नीचे खंड (क) से खंड (घ) में किया गया है, एक नियत सीमा के रुप में सीमा रेखा खींची जाएगी ।
सुसंगत सीमा पट्टी से मानचित्रों को मुद्रित किया जाएगा और उन पर पूर्णाधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर किए जाएंगे और राज्यक्षेत्रीय अधिकारिता का अन्तरण एन्क्लेवों के आदान-प्रदान के साथ-साथ पूर्ण किया जाएगा । ऊपर वर्णित सूचक मानचित्रों में यथा चित्रित सीमा का अभ्यंकन निम्नानुसार होगा :
क) पश्चिमी बंगाल सेक्टर
एक) बौसमारी-मधुगरी (कुश्तिया-नाडिया) क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १५४/५-एस से १५७/१-एस से होते हुए मथबंगा नदी के पुराने बहाव मार्ग के मध्य तक, जैसा कि १९६२ के चकबदी मानचित्र में चित्रित है एक सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि जून, २०११ में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था ओैर सहमति हुई थी ।
दोन) अंधारकोटा (कुश्तिया-नाडिया) क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १५२/५-एस से सीमा स्तंभ सं० १५३/१-एस से होते हुए विद्यमान मथबंगा नदी के किनारे तक सीमा रेखी खींची जाएगी, जैसाकि जून २०११ में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और सहमति हुई थी ।
तीन) पकुरिया (कुश्तिया-नाडिया) क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १५१/१-एस से सीमा स्तंभ सं० १५२/२-एस से होते हुए मथबंगा नदी के किनारे तक एक सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि जून २०११ में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और सहमति हुई थी ।
चार) चार महिष्कुंडी (कुश्तिया-नाडिया) क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १५३/१-एस से सीमा स्तंभ सं० १५३/९-एस से होते हुए मथबंगा नदी के किनारे तक एक सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि जून २०११ में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और सहमति हुई थी ।
पांच) हरिपाल/खुतादाह/बटोली/सपमेरी/एलएन पुर (पटारी) (नौगांव-मालदा) क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० २४२/एस/१३ से सीमा स्तंभ सं० २४३/७-एस/५ को जोडने वाली रेखा के रुप में सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि जून, २०११ में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और सहमति हुई थी ।
छह) बेरुबाडी (पंचगढ-जलपाईगुडी) क्षेत्र
बांग्लादेशी द्वारा प्रतिकूलत: धारित बेरुबाडी क्षेत्र (पंचगढ-जलपाईगुडी) और भारत द्वारा प्रतिगूलत: धारित बेरुबाडी और qसधपारा-खुडीपारा (पंचगढ-जलपाईगुडी) में सीमा रेखा १९९६-१९९८ के दौरान संयुक्त रुप से किए गए अभ्यंकन के अनुसार खींची जाएगी ।
ख) मेघालय सेक्टर
एक) लोबोचेरा-नूनचेरा
लईलांग-बलिचेरा में विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १३१५/४-एस से सीमा स्तंभ सं० १३१५/१५-एस तक लईलांग-नूनचेरा में सीमा स्तंभ सं० १३१६/१-एस से सीमा स्तंभ सं० १३१६/११-एस तक लईलांग-लहिलिंग में सीमा स्तंभ सं० १३१७ से सीमा स्तंभ सं० १३१८/१-एस से सीमा स्तंभ सं० १३१८/२-एस से होते हुए चाय बागानों के किनारे तक सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि दिसम्बर २०१० में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और सहमति हुई थी ।
दो) पिरडीवाह / पडुआ क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १२७०/१-एस से सीमा स्तंभ सं० १२७१/१-टी तक, संयुक्त रुप से किए गए सर्वेक्षण और परस्पर सहमति अनुसार सीमा रेखा खींची जाएगी । पक्षकारों के बीच सहमति हुई है कि पिरडीवाह गांव से भारती राष्ट्रिकों को उस मानचित्र के, जिस पर सहमति हुई है, बिन्दु सं० ६ के निकट पियांग नदी से पानी लेने की अनुमति दी जाएगी ।
तीन) लिंगखाट क्षेत्र
कक) लिंगखाट-१ / कुलुमचेरा और लिंगखाट-२ / कुलुमचेरा
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १२६४/४-एस से सीमा स्तंभ सं० १२६५ और सीमा स्तंभ सं० १२६५/६-एस से सीमा स्तंभ सं० १२६५/९-एस तक उस रेखा के अनुसार सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और परस्पर सहमति हुई थी ।
कख) लिंगखाट-३/सोनारहाट
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १२६६/१३-एस से दक्षिण दिशा के नाले के साथ-साथ वहां तक सीमा रेखा जहां तक वह पूर्व-पश्चिम दिशा में दूसरे नाले से मिलती है, खींची जाएगी उसके पश्चात् यह पूर्व दिशा में नाले के उतरी किनारे से होते हुए वहां तक चलेगी, जहां तक वह संदर्भ स्तंभ सं० १२६७/४-आर.बी. और १२६७/३-आर. आई के उत्तर में विद्यमान अन्तरराष्ट्रिय सीमा से मिलती है ।
चार) दावकी / तमाबिल क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १२७५/१-एस से सीमा स्तंभ सं० १२७५/७-एस को जोडने वाली एक सीधी रेखा से सीमा रेखा खींची जाएगी । पक्षकार इस क्षेत्र में शून्य रेखा पर बाड लगाने पर सहमत है ।
पांच) नलजूरी/श्रीपुर क्षेत्र
कक) नलजूरी-१
सीमा रेखा दक्षिण दिशा में विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १२७७/२-एस से पट्टी मानचित्र सं० १६६ में यथा दर्शित तीन भू-खंडों तक वहां तक की एक ऐसी रेखा होगी जहां तक वह सीमा स्तंभ सं० १२७७/५-टी से बहने वाले नाले से मिलती है तत्पश्चात् वह दक्षिण दिशा में नाले से मिलती है तत्पश्चात् वह दक्षिण दिशा में नाले के पश्चिमी किनारे के साथ-साथ बांग्लादेश की ओर के दो भू-खंडों तक चलेगी, तत्पश्चात् वह पूर्व की ओर वहां तक चलेगी जहां तक सीमा स्तंभ सं० १२७७/४-एस से दक्षिण दिशा में खींची गई रेखा से मिलती है ।
कख) नलगूरी-३
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १२७८/२-एस से सीमा स्तंभ सं० १२७९/३-एस तक सीमा रेखा एक सीधी रेखा के रुप में खींची जाएगी ।
छह) मुक्तापुर / डिबिर हावोर क्षेत्र
पक्षकार इस बात से सहमत है कि भारतीय राष्ट्रिकों को काली मंदिर जाने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें मुक्तापुर की ओर के तट से मुक्तापुर/डिबिर हावोर क्षेत्र में स्थित जलाशय से पानी लेने और मछली पकडने के अधिकारों का प्रयोग करने की भी अनुज्ञा दी जाएगी ।
ग) त्रिपुरा सेक्टर
एक) त्रिपुरा/मौलवी बाजार सेक्टर में चन्दन नगर-चंपाराई चाय बागान क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १९०४ से सीमा स्तंभ सं० १९०५ तक सोनार चेरी नदी के साथ सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि जुलाई २०११ में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और सहमति हुई थी ।
घ) असम सेक्टर
एक) असम सेक्टर में कालाबाडी (बोरोइबारी) क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १०६६/२४-टी से सीमा स्तंभ सं० १०६७/१६-टी तक सीमा रेखा खींची जाएगी, जैसाकि अगस्त २०११ में संयुक्त रुप से सर्वेक्षण किया गया था और सहमति हुई थी ।
दो) असम सेक्टर में पल्लाथाल क्षेत्र
विद्यमान सीमा स्तंभ सं० १३७०/३-एस से सीमा स्तंभ सं० १३७१/६-एस से होते हुए चाय बागान के बाहरी किनारे से होते हुए पान बागान क्षेत्र के बाहरी किनारे के साथ-साथ सीमा स्तंभ सं० १३७२ से १३७३/२-एस तक सीमा रेखा खींची जाएगी ।
३) तारीख १६ मई १९७४ के करार के अनुच्छेद १(१२) और तारीख ६ सितम्बर २०११ के करार के प्रोटोकाल के अनुसरण में भारत और बांग्लादेश के बीच एन्क्लेवों के के आदान-प्रदान की सूची
अ. बांग्लादेश में के आदान-प्रदान योग्य भारतीय एन्क्लेव, क्षेत्रफल सहित
——–
क्रम सं० – छियों का नाम – छिट सं० – बांग्लादेश के पुलिस स्टेशन के भीतर स्थित – पश्चिमी बंगाल के पुलिस स्टेशन के भीतर स्थित – क्षेत्रफल एकड में
——–
१ – २ – ३ – ४ – ५ – ६
——–
क. स्वतंत्र छिटों वाले एन्क्लेव
१. – गराटी – ७५ – पोचागर – हल्दीबाड़ी – ५८.२३
२. – गराटी – ७६ – पोचागर – हल्दीबाड़ी – ०.७९
३. – गराटी – ७७ – पोचागर – हल्दीबाड़ी – १८
४. – गराटी – ७८ – पोचागर – हल्दीबाड़ी – ९५८.६६
५. – गराटी – ७९ – पोचागर – हल्दीबाड़ी – १.७४
६. – गराटी – ८० – पोचागर – हल्दीबाड़ी – ७३.७५
७. – बिंगिमारी भाग- १ – ७३ – पोचागर – हल्दीबाड़ी – ६.०७
८. – नजीरगंज – ४१ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ५८.३२
९. – नजीरगंज – ४२ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ४३४.२९
१०. – नजीरगंज – ४४ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ५३.४७
११. – नजीरगंज – ४५ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १.०७
१२. – नजीरगंज – ४६ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १७.९५
१३. – नजीरगंज – ४७ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ३.८९
१४. – नजीरगंज – ४८ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ७३.२७
१५. – नजीरगंज – ४९ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ४९.०५
१६. – नजीरगंज – ५० – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ५.०५
१७. – नजीरगंज – ५१ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ०.७७
१८. – नजीरगंज – ५२ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १.०४
१९. – नजीरगंज – ५३ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १.०२
२०. – नजीरगंज – ५४ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ३.८७
२१. – नजीरगंज – ५५ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १२.१८
२२. – नजीरगंज – ५६ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ५४.०४
२३. – नजीरगंज – ५७ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ८.२७
२४. – नजीरगंज – ५८ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १४.२२
२५. – नजीरगंज – ६० – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ०.५२
२६. – पुटीमारी – ५९ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १२२.८
२७. – दैखाता छट – ३८ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ४९९.२१
२८. – साल्बरी – ३७ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ११८८.९३
२९. – काजल दिघी – ३६ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ७७१.४४
३०. – नटकटोका – ३२ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – १६२.२६
३१. – नटकटोका – ३३ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ०.२६
३२. – बेउलाडांगा छट – ३५ – बोड़ा – हल्दीबाड़ी – ०.८३
३३. – बलापारा इगराबार – ३ – देबीगंज – हल्दीबाड़ी – १७५२.४४
३४. – बड़ा खनकीखरिजा सीतलदहा – ३० – डिमला – हल्दीबाड़ी – ७.७१
३५. – बड़ा खनकीखरिजा सीतलदहा – २९ – डिमला – हल्दीबाड़ी – ३६.८३
३६. – बराखनगीर – २८ – डिमला – हल्दीबाड़ी – ३०.५३
३७. – नगरजीकोबारी – ३१ – डिमला – हल्दीबाड़ी – ३३.४१
३८. – कुचलीबारी – २६ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५.७८
३९. – कुचलीबारी – २७ – पटग्राम – मेकलीगंज – २.०४
४०. – बरा कुचलीबारी – थान मेकलीगंज के जे.एल.१०७ का अपखंड – पटग्राम – मेकलीगंज – ४.३५
४१. – जमालोहा-बेलापुखारी – ६ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५.२४
४२. – उपनचौकी कुचलीबारी – ११५/२ – पटग्राम – मेकलीगंज – ०.३२
४३. – उपनचौकी कुचलीबारी – ७ – पटग्राम – मेकलीगंज – ४४.०४
४४. – भौथनरी – ११ – पटग्राम – मेकलीगंज – ३६.८३
४५. – बालापुखारी – ५ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५५.९१
४६. – बाराखानगीर – ४ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५०.५१
४७. – बाराखानगीर – ९ – पटग्राम – मेकलीगंज – ८७.४२
४८. – छठ बोगडोकरा – १० – पटग्राम – मेकलीगंज – ४१.७
४९. – रतनपुर – ११ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५८.९१
५०. – बोगडोकरा – १२ – पटग्राम – मेकलीगंज – २५.४९
५१. – पुलकर डाबरी – थाना मेकलीगंज के जे.एल. १०७ का अपखंड – पटग्राम – मेकलीगंज – ०.८८
५२. – खरखरिया – १५ – पटग्राम – मेकलीगंज – ६०.७४
५३. – खरखरिया – १३ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५१.६२
५४. – लोटामारी – १४ – पटग्राम – मेकलीगंज – ११०.९२
५५. – भूतबारी – १६ – पटग्राम – मेकलीगंज – २०५.४६
५६. – कोमट चांग्रबंधा – १६ ए – पटग्राम – मेकलीगंज – ४२.८
५७. – कोमाट चांग्रबंधा – १७ए – पटग्राम – मेकलीगंज – १६.०१
५८. – पनिसाला – १७ – पटग्राम – मेकलीगंज – १३७.६६
५९. – द्वारिकामारी खासबाश – १८ – पटग्राम – मेकलीगंज – ३६.५
६०. – पनीसाला – १५३/पी – पटग्राम – मेकलीगंज – ०.२७
६१. – पनिसाला – १५३/ओ – पटग्राम – मेकलीगंज – १८.०१
६२. – पनिसाला – १९ – पटग्राम – मेकलीगंज – ६४.६३
६३. – पनिसाला – २१ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५१.४
६४. – लोटामारी – २० – पटग्राम – मेकलीगंज – २८३.५३
६५. – लोटामारी – २२ – पटग्राम – मेकलीगंज – ९८.८५
६६. – द्वारिकामारी – २३ – पटग्राम – मेकलीगंज – ३९.५२
६७. – द्वारिकामारी – २५ – पटग्राम – मेकलीगंज – ४५.७३
६८. – छत भोथाट – २४ – पटग्राम – मेकलीगंज – ५६.११
६९. – बाकाटा – १३१ – पटग्राम – हथभंगा – २२.३५
७०. – बाकाटा – १३२ – पटग्राम – हथभंगा – ११.९६
७१. – बाकाटा – १३० – पटग्राम – हथभंगा – २०.४८
७२. – भोग्रामगुरी – १३३ – पटग्राम – हथभंगा – १.४४
७३. – चेनाकाटा – १३४ – पटग्राम – मेकलीगंज – ७.८१
७४. – बांसकाटा – ११९ – पटग्राम – मथबंगा – ४१३.८१
७५. – बांसकाटा – १२० – पटग्राम – मथबंगा – ३०.७५
७६. – बांसकाटा – १२१ – पटग्राम – मथबंगा – १२.१५
७७. – बांसकाटा – ११३ – पटग्राम – मथबंगा – ५७.८६
७८. – बांसकाटा – ११२ – पटग्राम – मथबंगा – ३१५.०४
७९. – बांसकाटा – ११४ – पटग्राम – मथबंगा – ०.७७
८०. – बांसकाटा – ११५ – पटग्राम – मथबंगा – २९.२
८१. – बांसकाटा – १२२ – पटग्राम – मथबंगा – ३३.२२
८२. – बांसकाटा – १२७ – पटग्राम – मथबंगा – १२.७२
८३. – बांसकाटा – १२८ – पटग्राम – मथबंगा – २.३३
८४. – बांसकाटा – ११७ – पटग्राम – मथबंगा – २.५५
८५. – बांसकाटा – ११८ – पटग्राम – मथबंगा – ३०.९८
८६. – बांसकाटा – १२५ – पटग्राम – मथबंगा – ०.६४
८७. – बांसकाटा – १२६ – पटग्राम – मथबंगा – १.३९
८८. – बांसकाटा – १२९ – पटग्राम – मथबंगा – १.३७
८९. – बांसकाटा – ११६ – पटग्राम – मथबंगा – १६.९६
९०. – बांसकाटा – १२३ – पटग्राम – मथबंगा – २४.३७
९१. – बांसकाटा – १२४ – पटग्राम – मथबंगा – ०.२८
९२. – गोटामारी छिट – १३५ – हातिबंधा – सितलकुची – १२६.५९
९३. – गोटामारी छिट – १३६ – हातिबंधा – सितलकुची – २०.०२
९४. – बनापचाई – १५१ – लालमोनिरहाट – दिनहाटा – २१७.२९
९५. – बनापचाई भितरकुथी – १५२ – लालमोनिरहाट – दिनहाटा – ८१.७१
९६. – दसिआर छारा – १५० – फुलबारी – दिनहाटा – १६४३.४४
९७. – दकुरहाट-दकिनिरकुथी – १५६ – कुरीग्राम – दिनहाटा – १४.२७
९८. – कलामती – १४१ – भुगांमारी – दिनहाटा – २१.२१
९९. – भाहोबगंज – १५३ – भुगांमारी – दिनहाटा – ३१.५८
१००. – बाओतिकुरसा – १४२ – भुगांमारी – दिनहाटा – ४५.६३
१०१. – बरा कोआचुल्का – १४३ – भुगांमारी – दिनहाटा – ३९.९९
१०२. – गावचुल्का २ – १४७ – भुगांमारी – दिनहाटा – ०.९
१०३. – गावचुल्का १ – १४६ – भुगांमारी – दिनहाटा – ८.९२
१०४. – दिघलतरी २ – १४५ – भुगांमारी – दिनहाटा – ८.८१
१०५. – दिघलतरी १ – १४४ – भुगांमारी – दिनहाटा – १२.३१
१०६. – छोटूगरलझोरा २ – १४९ – भुगांमारी – दिनहाटा – १७.८५
१०७. – छोटूगरलझोरा १ – १४८ – भुगांमारी – दिनहाटा – ३५.७४
१०८. – जे.एस.सं. ३८ के दक्षिणी छोर और जे.एल.सं. ३९ के दक्षिणी छोर पर बिना नाम और जे.एल.सं. का १ *.(छिट) (स्थानीय **.(अशोकाबाडी) के रुप में ज्ञात) – १५७ – पटग्राम – मथभंगा – ३.५
ख. अपखंड छिट वाले एन्क्लेव
१०९. – एक) बेवलाडांगा – ३४ – हल्दीबाडी – बोडा – ८६२.४६
दो) बेवलाडांगा – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
११०. – एक) कोतभाजनी – २ – हल्दीबाडी – देवीगंज – २०१२.२७
दो) कोतभाजनी – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
तीन) कोतभाजनी – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
चार) कोतभाजनी – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
१११. – एक) दहाला – खागरबारी – हल्दीबाडी – देवीगंज – २६५०.३५
दो) दहाला – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
तीन) दहाला – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
चार) दहाला – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
पांच) दहाला – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
छह) दहाला – अपखंड – हल्दीबाडी – देवीगंज
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टोटल एरिया : १७१६०.६३
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*. २९ सितम्बर २००२ से २ अक्तूबर २००२ तक कोलकाता में आयोजित एक सौ पचासवें (चौवनवें) भारत – बांग्लादेश सीमा सम्मेलन द्वारा संशोधित ।
**. १८ सितम्बर २००३ से २० सितम्बर २००३ तक कूच बिहार (भारत) में आयोजित एक सौ बावनवें (छप्पनवें) भारत-बांग्लादेश सीमा सम्मेलन द्वारा संशोधित ।
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एन्क्लेवों के उपरोक्त ब्योंरों का ९ अक्तुबर १९९६ से १२ अक्तूबर १९९६ के दौरान कलकता में आयोजित भारत-बांग्लादेश सम्मेलन के दौरान और साथ ही २१ नवम्बर १९९६ से २४ नवम्बर १९९६ के दौरान जलपाईगुडी (पश्चिमी बंगाल) – पांचागढ (बांग्लादेश) सेक्टर में संयुक्त क्षेत्र निरीक्षण के दौरान भी भारत और बांग्लादेश द्वारा धारित अभिलेखों से संयुक्त रुप से मिलान किया गया है और उन्हें समाधानप्रद बनाया गया है ।
टिप्पण : क्षेत्र सीमन काल १९९६-९७ के दौरान संयुक्त भूमि सत्यापन द्वारा उपर्युक्त क्रम सं० १०८ के एन्क्लेव के नाम की अशोकाबाडी एन्क्लेव के रुप में पहचान की गई ।
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आ. भारत में के आदान-प्रदान योग्य बांग्लादेश एन्क्लेव, क्षेत्रफल सहित
क्रम सं० – छिटों का नाम – पश्चिमी बंगाल के पुलिस स्टेशन के भीतर स्थित – बांग्लादेश के पुलिस स्टेशन के भीतर स्थित – जे.एल. सं० – क्षेत्रफल एकड में
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१ – २ – ३ – ४ – ५ – ६
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क. स्वतंत्र छिटों वाले एन्क्लेव
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१. छिट कुचलीबारी – मेकलीगंज – पटग्राम – २२ – ३७०.६४
२. कुचलीबारी की छिट भूमि – मेकलीगंज – पटग्राम – २४ – १.८३
३. बालपुखारी – मेकलीगंज – पटग्राम – २१ – ३३१.६४
४. पनबारी सं० २ की छिट भूमि – मेकलीगंज – पटग्राम – २० – १.१३
५. छित पनबारी – मेकलीगंज – पटग्राम – १८ – १०८.५९
६. धबलसती मिर्गीपुर – मेकलीगंज – पटग्राम – १५ – १७३.८८
७. बामनदल – मेकलीगंज – पटग्राम – ११ – २.२४
८. छित धाबलसती – मेकलीगंज – पटग्राम – १४ – ६६.५८
९. धबलसाती – मेकलीगंज – पटग्राम – १३ – ६०.४५
१०. श्रीरामपुर – मेकलीगंज – पटग्राम – ८ – १.०५
११. जोते निज्जमा – मेकलीगंज – पटग्राम – ३ – ८७.५४
१२. जगतबेर नं.३ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ३७ – ६९.८४
१३. जगतबेर नंबर १ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ३५ – ३०.६६
१४. जगतबेर नंबर २ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ३६ – २७.०९
१५. छिट कोकोआबारी – मथबंगा – पटग्राम – ४७ – २९.४९
१६. छिट भंदारदाहा – मथबंगा – पटग्राम – ६७ – ३९.९६
१७. धबलगुडी – मथबंगा – पटग्राम – ५२ – १२.५
१८. छिट धाबलगुड़ी – मथबंगा – पटग्राम – ५३ – २२.३१
१९. धाबलगुड़ी सं० ३ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ७० – १.३३
२०. धाबलगुड़ी सं० ४ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ७१ – ४.५५
२१. धाबलगुड़ी सं० ५ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ७२ – ४.१२
२२. धाबलगुड़ी सं० १ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ६८ – २६.८३
२३. धाबलगुड़ी सं० २ की छिट भूमि – मथबंगा – पटग्राम – ६९ – १३.९५
२४. महिशमारी – सितलकुची – पटग्राम – ५४ – १२२.७७
२५. बुरा सरडुबी – सितलकुची – हतिंबधा – १३ – ३४.९६
२६. फलनापुर – सितलकुची – पटग्राम – ६४ – ५०५.५६
२७. अमझोल – सितलकुची – हातिंबधा – ५७ – १.२५
२८. किसमत भातरीगाछ – दिनहाटा – कालीगंज – ८२ – २०९.९५
२९. दुर्गापुर – दिनहाटा – कालीगंज – ८३ – २०.९६
३०. बंसुआ खामर गितालदाहा – दिनहाटा – लालमोनिरहाट – १ – २४.५४
३१. पाओतुरकुथी – दिनहाटा – लालमोनिरहाट – ३७ – ५८९.९४
३२. पश्चिम बाकालीर छरा – दिनहाटा – भुंगामारी – ३८ – १५१.९८
३३. मध्य बाकालीर छरा – दिनहाटा – भुंगामारी – ३९ – ३२.७२
३४. पूरबा बाकालीर छरा – दिनहाटा – भुंगामारी – ४० – १२.२३
३५. मध्य मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – ३ – १३६.६६
३६. मध्य छिट मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – ८ – ११.८७
३७. पश्चिम छिट मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – ७ – ७.६
३८. उत्तर मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – २ – २७.२९
३९. कचुआ – दिनहाटा – भुंगामारी – ५ – ११९.७४
४०. उत्तर बंसजानी – तुफानगंज – भुंगामारी – १ – ४७.१७
४१. छत तिलाई – तुफानगंज – भुंगामारी – १७ – ८१.५६
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ख. अपखंड छिट वाले एन्क्लेव
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४२. (एक) नलग्राम – सितलकुची – पटग्राम – ६५ – १३९७.३४
(दो) नलग्राम (अपखंड) – सितलकुची – पटग्राम – ६५
(तीन) नलग्राम (अपखंड) – सितलकुची – पटग्राम – ६५
४३. (एक) छिट नलग्राम – सितलकुची – पटग्राम – ६६ – ४९.५
(दो) छिट नलग्राम (अपखंड) – सितलकुची – पटग्राम – ६६
४४. (एक) बतरीगाछ – दिनहाटा – कालीगंज – ८१ – ५७७.३७
(दो) बतरीगाछ (अपखंड) – दिनहाटा – कालीगंज – ८१
(तीन) बतरीगाछ (अपखंड) – दिनहाटा – फुलबारी – ९
४५. (एक) कराला – दिनहाटा – फुलबारी – ९ – २६९.९१
(दो) कराला (अपखंड) – दिनहाटा – फुलबारी – ९
(तीन) कराला (अपखंड) – दिनहाटा – फुलबारी – ८
४६. (एक) सिबप्रसाद मुस्तती – दिनहाटा – फुलबारी – ८ – ३७३.२
(दो) सिबप्रसाद मुस्तती (अपखंड) – दिनहाटा – फुलबारी – ६
४७. (एक) दक्षिण मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – ६ – ५७१.३८
(दो) दक्षिण मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – ६
(तीन) दक्षिण मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – ६
(चार) दक्षिण मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – ६
(पांच) दक्षिण मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – ६
(छह) दक्षिण मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – ६
४८. (एक) पश्चिम मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – ४ – २९.४९
(दो) पश्चिम मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – ४
४९. (एक) पुरबा छिट मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – १० – ३५.०१
(दो) पुरबा छिट मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – १०
५०. (एक) पुरबा मसालडांगा – दिनहाटा – भुंगामारी – ११ – १५३.८९
(दो) पुरबा मसालडांगा (अपखंड) – दिनहाटा – भुंगामारी – ११
५१. (एक) उत्तर धालडांगा – तुफानगंज – भुंगामारी – १४ – २४.९८
(दो) उत्तर धालडांगा (अपखंड) – तुफानगंज – भुंगामारी – १४
(तीन) उत्तर धालडांगा (अपखंड) – तुफानगंज – भुंगामारी – १४
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कुल क्षेत्र – ७११०.०२
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एन्क्लेवों के उपरोक्त ब्योंरों का ९ अक्तुबर १९९६ से १२ अक्तुबर १९९६ के दौरान कलकता में आयोजित भारत-बांग्लादेश सम्मेलन के दौरान और साथ ही २१ नवम्बर १९९६ से २४ नवम्बर १९९६ के दौरान जलपाईगुडी (पश्चिमी बंगाल) – पांचागढ (बांग्लादेश) सेक्टर में संयुक्त क्षेत्र निरीक्षण के दौरान भी भारत और बांग्लादेश द्वारा धारित अभिलेखों से संयुक्त रुप से मिलान किया गया है और उन्हें समाधानप्रद बनाया गया है ।

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