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Bnss धारा ४४० : सेशन न्यायालय की पुनरीक्षण की शक्तियाँ :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३
धारा ४४० :
सेशन न्यायालय की पुनरीक्षण की शक्तियाँ :
१) ऐसी किसी कार्यवाही के मामले में जिसका अभिलेख सेशन न्यायाधीश ने स्वयं मंगवाया है, वह उन सभी या किन्हीं शक्तियाँ का प्रयोग कर सकता है जिनका प्रयोग धारा ४४२ की उपधारा (१) के अधीन उच्च न्यायालय कर सकता है ।
२) जहाँ सेशन न्यायाधीश के समक्ष पुनरिक्षण के रुप में कोई कार्यवाही उपधारा (१) के अधीन प्रारंभ की गई है वहाँ धारा ४४२ की उपधारा (२), (३), (४) और (५) के उपबंध, जहाँ तक हो सके, ऐसी कार्यवाही को लागू होंगे और उक्त उपधारओं में उच्च न्यायालय के प्रति निर्देशों का यह अर्थ लगाया जाएगा कि वे सेशन न्यायाधीश के प्रति निर्देश है ।
३) जहाँ किसी व्यक्ति द्वारा या उसकी और से पुनरिक्षण के लिए आवेदन सेशन न्यायाधिश के समक्ष किया जाता है वहाँ ऐसे व्यक्ति के संबंध में उस बाबत सेशन न्यायाधीश का विनिश्चय अंतिम होगा और ऐसे व्यक्ति की प्रेरणा पर पुनरिक्षण के रुप में और कार्यवाही उच्च न्यायालय या किसी अन्य न्यायालय द्वारा ग्रहण नहीं कि जाएगी ।

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