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Bnss धारा २२१ : अपराध का संज्ञान :

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता २०२३
धारा २२१ :
अपराध का संज्ञान :
कोई न्यायालय भारतीय न्याय संहिता २०२३ की धारा ६७ के अधीन दण्डनीय किसी अपराध का, जहाँ व्यक्तियों में वैवाहिक संबंध है, उन तथ्यों का, जिनसे पत्नी द्वारा पति के विरुद्ध परिवाद फाइल किए जाने या किए जाने पर अपराध गठित होता है, प्रथमदृष्ट्या समाधान होने के सिवाय संज्ञान नहीं करेगा ।

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